
ये फिल्म 2023 के मध्य में दुनिया भर में बड़े पैमाने पर रिलीज होगी।

छठ पर्व का संबंध भले ही बिहार, यूपी या यूं कहें कि पूर्वांचल से है, मगर अब छठ पर्व न सिर्फ दिल्ली बल्कि मुंबई, कोलकाता, सूरत, अहमदाबाद, बंगलोर, जालंधर, गुवाहाटी, नेपाल, जम्मू सहित सम्पूर्ण भारत एवं विदेश में भी मनाया जा रहा है।

लोकनायक जयप्रकाश नारायण अर्थात जेपी का नाम लेते ही हर भारतीय जो देश या समाज के प्रति जागृत रहता है उसके मन में एक सुभाष चन्द्र बोस जैसा कोई गांधी उभर आता है, जो गांधी की तरह अनुशासित तो हो मगर प्रखरता, ओजस्विता और नेतृत्व कौशल में सुभाष चंद्र बोस के व्यक्तित्व के करीब हो।

बीते वीरवार जब मुस्लिम समुदाय के पांच सदस्य आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मिले तो मीडिया ने इसके अपने- अपने मतलब निकाले। इनमें दिल्ली के पूर्व एलजी नजीब जंग, पत्रकार शाहिद सिद्दकी, होटलीयर सईद शेरवानी तथा लेफ्टिनेंट जनरल जमीर उद्दीन शाह तथा यह लेखक शामिल थे।

कुछ ही दिनों में हमारे गणतंत्र के लिए अगले राष्ट्रपति का चुनाव संपन्न हो जाएगा। हम देख रहे हैं कि कैसे समग्र राष्ट्र ने इस सम्मानित पद के लिए श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी की उम्मीदवारी की मुक्त कंठ से सराहना की है। उनकी उम्मीदवारी ने समाज के विभिन्न वर्गों में परस्पर सद्भाव, सहयोग एवं उत्थान की दिशा मे

नई दिल्ली, टीम डिजीटल/ यूट्यूबर गौरव तनेजा ने सोमवार को ट्विट किया कि थप्पड़ से नहीं लगता डर साहब, बीबी की सरप्राइज प्लानिंग से लगता है। यह पोस्ट नोएडा पुलिस से आईपीसी की धारा 188 व 341 में जमानत मिलने के बाद किया है।

पहले शरद पवार, फिर फारूक अब्दुल्ला और अब महात्मा गांधी के पौत्र गोपाल कृष्ण गांधी, तीनों ने उत्साही विपक्ष के राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया है। राष्ट्रपति पद के चुनाव की अधिसूचना जारी होने के तत्काल बाद विपक्ष में

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपनी मां के 100वें जन्मदिन के अवसर उन्हें सर्मिपत एक ब्लॉग लिखा। इस ब्लॉग में उन्होंने अपनी मां के बलिदानों और जीवन के ऐसे पहलुओं का जिक्र किया, जिन्होंने उनके (मोदी के) आत्म- विश्वास, मन एवं व्यक्तित्व को ‘आकार’ दिया।

आज की आधुनिक डिजिटल पत्रकारिता काफी हद तक डेस्क रिपोर्टिंग पर केंद्रित है। कहना तो नहीं चाहिए, लेकिन कई धुरंधर पत्रकार भी डेस्क से ही अपनी बीट मैनेज कर लेते हैं। फोन पर आपको केवल वही सुनने को मिलेगा जो सुनाया जा रहा है

जब हम देश में सामाजिक और राजनीतिक सुधार के क्रम को देखते हैं तो इनमें कई ऐसे नाम सामने आते हैं, जिन्हें कई संदर्भों में रूपांतरित कर हमारे सामने प्रस्तुत किया गया। उन्हीं नामों में से एक नाम है भारतीय संविधान के जनक बाबा साहेब डॉ भीमराव रामजी अंबेडकर।

हम अमृतकाल की उस दहलीज पर हैं जिसकी संपूर्ण शताब्दी पूरी होने में 25 वर्ष का समय है और उस समय राष्ट्र स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष में प्रवेश करेगा। मौजूदा अमृत महोत्सव राष्ट्र की विकास गति की एक रूप-रेखा प्रस्तुत करता है। हमारे पूर्वजों ने इस संबंध में अपनी स्पष्ट दूरदृष्टि प्रस्तुत की थी, जिसके फलस

स वर्ष रामनवमी के दिन JNU कैंपस के होस्टल में हर वर्ष की भांति ही पूजा का आयोजन किया गया। और पूजा में विध्न डालने के नियत से तैयार वामपंथी छात्र संगठन के विद्यार्थियों ने अड़चन शुरू की जिसके कारण 3 बजे शुरू होने वाली पूजा शाम 5 बजे शुरू हो सकी। बाहर पवित्र पूजा और मेस के अंदर पाक रमजान का इफ्तार शांत

नई दिल्ली, टीम डिजीटल/ नोएडा विकास प्राधिकरण ने वित्तीय वर्ष 2022-2& का बजट सोमवार को हुई प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में पास कर दिया है। इस बजट में चार माह तक शहर के 81 गांवों के किसानों के प्राधिकरण पर दिए गए धरने के दौरान की गई मांगों में से सात मांगे भी पूरी कर किसानों को भी खुश करने का प्रयास किया

लावण्या आज हमारे बीच तो नहीं है लेकिन उसके ये शब्द समाज की उस वास्तविकता को दर्शाते हैं। जिसमें न जाने कितनी लावण्या मतांतरण की बलि चढ़ जा रही हैं। हाल फिलहाल में तमिलनाडु के तंजावुर जिले में मिशनरियों द्वारा मतांतरण का प्रयास करने की घटना सामने आई है।

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा पर दिये अपने 100 मिनट के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों और विपक्ष के नेताओं अधीर रंजन चौधरी और सौगत राय पर चुटकी ली।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार का नए बजट को बड़े साहस वाला क्यों कहेंगे? इसकी वजह यह है कि हालात ‘एक तो करेला, ऊपर से नीम चढ़े’ जैसे हैं। लेकिन फिर भी वित्तमंत्री ने बहादुरी का नजारा पेश किया है। जो लोग अर्थव्यवस्था को समझते हैं,