
इस साल शुक्रवार 17 नवंबर से शुरू हो रहा है छठ का महापर्व। आज हम आपको छठ पूजा के दूसरे दिन खरना के बारे में बताएगें।

हिंडन नदी पर छठ पर्व की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। शहर का मुख्य छठ घाट होने के कारण वहां पर्याप्त सुविधाओं का प्रबंध किया जा रहा है। 19 एवं 20 नवम्बर को लेजर लाइट के जरिए घाट की चमक और खूबसूरती देखने लायक होगी। यह नजारा श्रद्धालुओं का मन मोह लेगा। इसके अलावा वहां सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था हो रही

लोक आस्था के महापर्व छठ के आगमन के साथ ही पूरे में छठ से जुड़े लोकगीत लोग गुनगुनाने लगे हैं।आधुनिकता के इस दौर के बावजूद भी लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर ना ही परंपराओं में कोई बदलाव हुआ ना ही लोगों की आस्था कम हुई है। यही वजह है की सैकड़ों वर्षों से जिस आस्था और विश्वास से लोग लोक आस्था का महापर्

छठ पूजा का चलन बिहार से ही शुरू हुआ, जो आज कई देशों में मनाया जाता है। खासकर उत्तर प्रदेश और बिहार में छठ का विशेष महत्व माना जाता है। यह केवल पर्व नहीं बल्कि महापर्व होता है। इस साल इसकी शुरुआत 17 नवंबर से हो रही है। जो 4 दिनों तक चलता है।

दीपावली के बाद गोवर्धन पर्व मंगलवार को उल्लास और परंपरागत तरीके से मनाया गया। गाजियाबाद शहर में विभिन्न स्थानों पर भगवान गोवर्धन की पूजा-अर्चना की गई। पूजन के उपरांत आतिशबाजी कर प्रसाद वितरण किया गया। मंदिरों के अलावा घरों में पर्व की धूम देखने को मिली। बच्चों में भी काफी उत्साह था। श्री ठाकुरद्वारा

भाई दूज का त्योहार भाई-बहन के प्रतीक है। यह पर्व हिंदू पंचाग के अनुसार कार्तीक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथी को हर साल मनाया जाता है। दिवाली के तीसरे दिन मनाया जाता है

दिवाली के पांच दिवसीय पर्व के अवसर पर घोसी नवनिर्माण मंच के सदस्य एकता का संदेश दे रहे हैं।

महापर्व छठ से पहले व्रतियों की सुरक्षा एवं सुविधा को ध्यान में रखकर कार्ययोजना का खाका तैयार हो गया है। इसके तहत सूचीबद्ध 78 छठ घाट का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। अराजक तत्वों पर नजर रखने को सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा अस्थाई चेंजिंग रूम बनेंगे। जहां महिलाएं वस्त्र

देश में 12 नवंबर 2023 को दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा। दिवाली से पहले मां लक्ष्मी के स्वागत के लिए हर घर की साफ-सफाई होती है, क्योंकि मां लक्ष्मी दिवाली के दिन घर में प्रवेश करती है....

इस साल दिवाली (Diwali) 12 नवबंर को है और धार्मिक मान्यता के अनुसार दिवाली के दिन दरवाजे पर रंगोली बनाना बेहद शुभ माना जाता है। इसलिए लोग दिवाली के दिन रंगोली जरूर बनाते हैं...

कैसे पूजा करने से माता लक्ष्मी होगी प्रसन्न,जिससे आपके घर में होगी धन ऐसी वर्षा होगी जिसे सारी तंगी दूर हो जाएगी।

दिवाली से एक दिन पहले छोटी दिवाली सेलिब्रेट की जाती है। छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी भी कहते हैं। यह कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष चतुर्थी को मनाया जाती है। जानिए इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त...

इस साल धनतेरस 10 नवंबर 2023 को दो दिन पहले यह त्यौहार बहुत ही खास माना जाता है। इस दिन लोगों अपने घर नई समान जैसे कि सोना-चांदी बर्तन आभूषर्ण और झाडू खरीदते हैं। धनतेरस को धनत्रयोदशी भी कहते हैं।

आज देशभर में धनतेरस की धूम हैं। हर साल धनतेरस दिवाली दो दिन पहले मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है।

उन्हें सद्गुरु ईशा मास्टर जैसे आध्यात्मिक अधिकारियों से मान्यता प्राप्त है और व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है।

महर्षि वाल्मीकि जयंती पर शनिवार को विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। गाजियाबाद शहर में हर्षोल्लास पूर्वक वाल्मीकि जयंती मनाई गई। नगर निगम ने महर्षि वाल्मीकि पार्क नवयुग मार्केट में कार्यक्रम का आयोजन कराया। मुख्य अतिथि मेयर सुनीता दयाल ने महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर माल्यार्पण किया।