
देवी सरस्वती को सफेद वस्त्र अर्पित करना चाहिए। पीले फूलों से श्रृंगार करें। मौसमी फल चढ़ाएं। भोग के लिए पीले भात और केसरिया खीर रखें।

नवरात्रि में जिस तरह देवी पूजा होती है ठीक उसी तरह इस दिन सभी शिक्षण संस्थानों में सरस्वती पूजा एवं अर्चना की जाती है।

तीज-त्योहार का सप्ताह:30 जनवरी तक रहेगी गुप्त नवरात्र

माघ मेला के तृतीय स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर शनिवार को 1.5 करोड़ लोगों ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई। इस बीच, मेला प्रशासन ने हेलीकॉप्टर से साधु- संतों और श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की। मौनी अमावस्या और शनि अमावस्या का महायोग होने के कारण भारी संख्या में श्रद्धालु शुक्रवार से ही मेला क्षेत्र में आ

यदि आपको नौकरी या व्यापार में लगातार घाटा हो रहा है और आप आर्थिक बोझ से दबते जा रहे हैं,तो ऐसे में मंगलवार या शनिवार के दिन वट वृक्ष पर हल्दी और केसर चढ़ाना चाहिए।

हिंदू धर्म में ब्रह्म कमल के फूल को सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक माना गया है।

माघ महीने में घर पर गंगाजल व तिल से स्नान कर सूर्य को अर्घ्य दें। रोज गीता पाठ करें।

आइए जानते हैं मकर संक्रांति का महत्व और इस दिन व पर्व से जुड़ी खास बातें।

अब रविवार से गृह प्रवेश, सगाई, शादियां और अन्य मांगलिक कामों के लिए मुहूर्त शुरू हो जाएंगे।

मकर संक्रांति पर सूर्य धनु से मकर राशि में प्रवेश करता है और सूर्य उत्तरायण भी हो जाता है।

धर्म ग्रंथों के अनुसार, इस महीने में श्रीकृष्ण की पूजा की जाए तो मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

वैसे तो हर महीने की कृष्ण पक्ष चतुर्थी गणेश चतुर्थी कहलाती है। लेकिन माघ मास की चतुर्थी तिल संकटा चौथ कहलाती है।

कुंडली के दोष दूर करने के लिए राशि अनुसार पानी में अलग-अलग चीजें मिलाकर स्नान कर सकते हैं।

माघ मास में भगवान विष्णु, कृष्ण और सूर्य पूजा की परंपरा है।

माघ मास में तिल के पांच त्योहार भी रहेंगे। जिनमें तिल खाने, दान करने और तिल से पूजा करने की परंपरा है।

इस तिथि से जुड़ी कई परंपराएं हैं, जिनका पालन करने पर धर्म लाभ के साथ ही स्वास्थ्य लाभ भी मिलता है।