नई दिल्ली/ टीम डिजिटल।वैसे तो इलेक्ट्रिक वाहनों की गिनती मार्केत में खूब बढ़ रही है। कई वाहन कंपनियां ईवी कार या बाइक को लॉन्च कर रही हैं। इन ईवी वाहनों में कई खूबियां भी देखने को मिलती हैं, जैसे साइलेंट होना, लो रनिंग कॉस्ट और पर्यावरण के लिए भी अनुकूल। लेकिन इसके बावजूद भी अधिकतर लोग इन्हें खरीदने से परहेज कर रहे हैं। ऐसा क्यों हो रहा, आज हम आपकों इसके तीन कारण बताने जा रहे हैं।
1.महंगी कीमते इलेक्ट्रिक वाहनों की रनिंग कॉस्ट भले ही कम हो, लेकिन इनकी कीमत ही पेट्रोल या डीजल वाहनों की तुलना में बहुत अधिक है। ईवी वाहन को चार्ज करने की लागत इस बात पर निर्भर करती है कि इसे कहां, कब और कैसे किया जाता है। जैसे घर पर चार्ज करना सस्ता पड़ता है, लेकिन वहीं पब्लिक चार्जिंग स्टेशन पर चार्ज करना काफी महंगा है। इसी वजह से लोग इसे लेने से परहेज कर रहे हैं।
2.अधिक खरीदारी लगात इलेक्ट्रिक वाहनों की सुस्त रफ्तार के पीछे इसकी लागत भी एक बड़ी वजह है। दुनिया के कई हिस्सों में मुद्रास्फीति की दर अधिक हैं और बढ़ती ब्याज दरों के कारण लोग अधिक कर्ज लेना पसंद नही करते हैं।
3.चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी दुनिया के अधिकर हिस्सों में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी भी इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में एक बड़ा कारण साबित हुई है। अधिकतर लोग इस कारण से भी ईवी वाहन खरीदने से बच रहे हैं।
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