Thursday, Jun 01, 2023
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50 करोड़ मिले नहीं 40 लाख भी हाथ से गए, कारोबारी को फर्जी बैंक अधिकारियों ने लगाई चपत

  • Updated on 10/23/2022

नई दिल्ली/टीम डिजीटल। 50 करोड़ रुपए का लोन लेने की कोशिश में कारोबारी के 40 लाख रुपए डूब गए। जालसाजों के जाल में फंसकर वह कारोबार को रफ्तार देने की बजाए आर्थिक तंगी में घिर गए। फाइनेंस प्रोवाइडर ने मदद करने के नाम पर 2 फर्जी बैंक अधिकारियों से मुलाकात कराई। 

जिन्होंने फर्जी लोन अप्रूवल लेटर थमाकर कमीशन की एवज में मोटी रकम ठग ली। सच्चाई सामने आने और विरोध किए जाने पर आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दे डाली। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की है। गाजियाबाद के घंटाघर कोतवाली क्षेत्र में यह मामला प्रकाश में आया है। 

गोल्फ लिंक सोसाइटी में योगेश कुमार गर्ग सपरिवार रहते हैं। मॉडल टाउन वेस्ट जीटीरोड में उन्होंने कार्यालय खोल रखा है। वह उत्तराखंड और पउप्र में सोनी कंपनी के अधिकृत डीलर भी रह चुके हैं। कारोबार को गति देने के मकसद से उन्हें लोन की जरूरत थी। इसके लिए उन्होंने फाइनेंस प्रोवाइडर सुरेंद्र कुमार से संपर्क साधा। 

सुरेंद्र कुमार ने कथित बैंक मैनेजर कुणाल कपूर निवासी दिलशाद कॉलोनी से योगेश गर्ग की मुलाकात कराई। इसी क्रम में कुणाल ने पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस लि. के कथित रीजनल क्रेडिट मैनेजर लोकेश शर्मा से कारोबारी की भेंट कराई। सुरेंद्र, कुणाल और लोकेश ने उन्हें 50 करोड़ रुपए का लोन आसानी से दिलाने का भरोसा दिलाया। 

बदले में भारी कमीशन की डिमांड की। अगस्त 2018 से मार्च 2020 तक आरोपियों ने कारोबारी से 40 लाख रुपए कमीशन वसूल लिया। साढ़े 5 करोड़ रुपए का लोन स्वीकृत होने का दावा कर उन्हें लोन अप्रूवल लेटर भेज दिया गया। यह लेटर फर्जी निकलने पर उन्हें धोखाधड़ी का पता चला। 

यही नहीं जिसे कुणाल कपूर बताया गया था, असल में वह शान मियां चौधरी निकला। रकम का तकादा करने पर आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दे डाली। उधर, कोतवाल अमित खारी ने बताया कि तीनों आरोपियों के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। जांचोपरांत उचित कार्रवाई की जाएगी। 
 

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