Monday, Dec 04, 2023
-->
Auto rickshaw driver arrested for raping minor girl in Ujjain Madhya Pradesh

उज्जैन में नाबालिग लड़की से बलात्कार के आरोप में ऑटो रिक्शा चालक गिरफ्तार

  • Updated on 9/29/2023

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। मध्य प्रदेश के उज्जैन में 12 साल की लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार और क्रूरता करने के मामले में हिरासत में लिए गए एक ऑटो रिक्शा चालक को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पीड़िता तीन दिन पहले, सोमवार को शहर की सड़कों पर घायल हालत में घूमती पाई गई थी। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के एक सदस्य ने कहा कि इंदौर के एक अस्पताल में भर्ती लड़की की हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। महाकाल थाने के प्रभारी अजय वर्मा ने बताया कि जांच के दौरान हिरासत में लिए गए आरोपी भरत सोनी को जब पुलिस फटे कपड़े जैसे सबूत इकट्ठा करने के लिए घटनास्थल पर ले गई तो उसने भागने की कोशिश की। 

वर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिसकर्मियों ने उसका पीछा किया और उसे पकड़ लिया गया। उन्होंने बताया कि यह घटना जीवन खेड़ी इलाके के पास हुई और झड़प में दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। अधिकारी ने बताया कि मामले में एकमात्र आरोपी सोनी शहर के नानाखेड़ा इलाके का निवासी है। पुलिस ने पहले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसे हिरासत में लिया था और दावा किया था कि उसके ऑटो रिक्शा की यात्री सीट पर खून के धब्बे मिले हैं। लड़की सोमवार को महाकाल थाने की सीमा में एक सड़क पर खून से लथपथ मिली थी। 

मेडिकल जांच में पता चला कि उसके साथ बलात्कार हुआ है। बुधवार को इंदौर के शासकीय महाराजा तुकोजीराव होलकर महिला चिकित्सालय में विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम ने उनका ऑपरेशन किया। उज्जैन पुलिस के अनुसार, एक परामर्शदाता (काउंसिलर) ने नाबालिग बलात्कार पीड़िता से बातचीत की और पाया कि वह सतना जिले की है। हालांकि, सतना पुलिस ने कहा है कि यदि यह वही लड़की है जिसके बारे में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, तो इसकी पुष्टि उसके परिवार द्वारा उसकी पहचान करने के बाद होगी। उज्जैन के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सचिन शर्मा ने पहले कहा था कि उन्होंने एक रिक्शा चालक को हिरासत में लिया है और मामले में पांच अन्य लोगों से भी पूछताछ की है। 

उन्होंने बताया कि लड़की की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है क्योंकि वह अपना नाम, उम्र और पता ठीक से नहीं बता पा रही है, लेकिन एक परामर्शदाता ने उससे बातचीत की और पाया कि वह सतना जिले की है। शर्मा ने बताया कि 25 सितंबर को सतना के जैतवारा थाने में एक लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। एसपी ने कहा कि पुलिस की एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) आगे की जांच कर रही है। सतना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवेश सिंह बघेल ने कहा कि जैतवारा थाने में स्कूल की वर्दी में लापता हुई करीब 13 साल की एक लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। 

उन्होंने कहा, “ नाबालिग के परिवार के सदस्यों द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के अनुसार, वह मानसिक रूप से थोड़ी ‘कमजोर' है। उन्होंने कहा, ‘‘ मीडिया में प्रकाशित खबरों को पढ़ने और स्कूल की वर्दी में पीड़िता की तस्वीरें देखने के बाद, पुलिस को संदेह है कि बलात्कार पीड़िता वही लापता लड़की है। पीड़िता के परिवार के सदस्यों के साथ पुलिस की एक टीम को उसकी पहचान के लिए उज्जैन भेजा गया है।" बघेल ने कहा, "अगर वे पीड़िता की पहचान करते हैं, तो मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।" 

इस बीच, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने बृहस्पतिवार को इस घटना को लेकर मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के "कुशासन" में लड़कियां, महिलाएं, आदिवासी और दलित सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘ भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में एक छोटी बच्ची के साथ हुई दरिंदगी रूह कंपा देने वाली है। प्रताड़ना के बाद वह ढाई घंटे तक मदद के लिए दर-दर भटकती रही और फिर सड़क पर बेहोश हो गई, लेकिन उसे मदद नहीं मिली।'' कांग्रेस महासचिव ने कहा, "क्या मध्य प्रदेश में कानून-व्यवस्था और महिला सुरक्षा की यही स्थिति है? भाजपा के 20 साल के कुशासन में लड़कियां, महिलाएं, आदिवासी और दलित सुरक्षित नहीं हैं।" 

एनसीपीसीआर की सदस्य (बाल स्वास्थ्य, देखभाल और कल्याण) डॉ. दिव्या गुप्ता ने दिन में इंदौर में अस्पताल का दौरा किया और लड़की का इलाज कर रहे डॉक्टरों से मुलाकात की। स्त्री रोग विशेषज्ञ गुप्ता ने पीटीआई-भाषा को बताया,‘‘लड़की का काफी खून बहा है और उसकी बड़ी सर्जरी हुई है। उसे अब तक दो बोतल खून चढ़ाया गया है। हालांकि, अस्पताल में इलाज के चलते उसकी हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।'' उन्होंने बताया,‘‘प्रशासन को हमारे सख्त निर्देश हैं कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को इस लड़की से मिलने की इजाजत नहीं दी जाए क्योंकि अस्पताल में अपने सामने किसी अजनबी व्यक्ति को देखते ही लड़की परेशान हो उठती है। वह इशारों में कहती है कि यह व्यक्ति उससे दूर रहे और उसके कक्ष से तुरंत बाहर निकल जाए।'' 

एनसीपीसीआर सदस्य ने कहा कि पीड़ित लड़की एक जनजातीय इलाके की रहने वाली है। गुप्ता ने कहा,"हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि लड़की जल्द से जल्द शारीरिक रूप से स्वस्थ हो जाए, लेकिन मानसिक रूप से स्वस्थ होने में उसे बहुत समय लगेगा। जो उसके साथ घटा है, उसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। लड़की की बेहतरी के लिए एक महिला मनोवैज्ञानिक को भी नियुक्त किया गया है।'' एनसीपीसीआर सदस्य ने कहा कि नाबालिग लड़की से दुष्कर्म की घटना समाज को भी आइना दिखाती है। 

उन्होंने कहा,‘‘दुष्कर्म के बाद लड़की बिलखती हुई ढाई घंटे तक उज्जैन की सड़कों पर मदद के लिए भटकती रही। क्या इस दौरान कोई भी व्यक्ति इस बच्ची की मदद के लिए आगे नहीं आ सकता था?" गुप्ता राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा से जुड़ी हैं। उन्होंने कहा,‘‘यह शर्मनाक है कि मध्यप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों में फायदा उठाने की नीयत से लड़की से बलात्कार के मामले का राजनीतिकरण किया जा रहा है और कांग्रेस की ओर से भाजपा से राजनीतिक दुश्मनी निकालने की कोशिश की जा रही है।'' एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने राजनीतिक नेताओं से आग्रह किया संवेदनशीलता दिखाएं और उस अस्पताल में भीड़ न लगाएं जहां लड़की का इलाज किया जा रहा है। 

comments

.
.
.
.
.