नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने गोरखपुर जिले में कथित रूप से पुलिस र्किमयों द्वारा बर्बरतापूर्ण पिटाई किए जाने से एक कारोबारी की मौत के मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को कानपुर जाकर मृतक व्यवसायी के परिजन से मुलाकात की। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि इस घटना में तब तक न्याय मिलना मुश्किल है जब तक मामले की सीबीआई से या उच्च न्यायालय के किसी सेवारत न्यायाधीश की निगरानी में जांच ना हो। उधर, बसपा मुखिया मायावती ने भी एक ट्वीट कर कहा कि घटना की गंभीरता और परिवार की व्यथा को देखते हुए मामले की सीबीआई जाँच जरूरी है।
कारोबारी गुप्ता हत्या केस : विपक्ष के निशाने पर आए CM योगी मृतक की पत्नी को देंगे सरकारी नौकरी
गोरखपुर में भाजपा सरकार की हिंसक प्रवृति के शिकार हुए कानपुर के युवा व्यापारी स्व. मनीष गुप्ता जी के शोक संतप्त परिवार के साथ आज दुख साझा किया। इस हत्याकांड की उच्च स्तरीय न्यायिक जाँच हो और परिवार को यथोचित न्याय मिले। इस हत्या के लिए उप्र का शासन-प्रशासन बराबर का दोषी है। pic.twitter.com/YxWiOIVaRl — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 30, 2021
गोरखपुर में भाजपा सरकार की हिंसक प्रवृति के शिकार हुए कानपुर के युवा व्यापारी स्व. मनीष गुप्ता जी के शोक संतप्त परिवार के साथ आज दुख साझा किया। इस हत्याकांड की उच्च स्तरीय न्यायिक जाँच हो और परिवार को यथोचित न्याय मिले। इस हत्या के लिए उप्र का शासन-प्रशासन बराबर का दोषी है। pic.twitter.com/YxWiOIVaRl
सपा के एक प्रवक्ता ने बताया कि पिछले सोमवार को गोरखपुर के रामगढ़ ताल इलाके के एक होटल में देर रात पुलिस द्वारा बेरहमी से पिटाई किए जाने के कारण जान गंवाने वाले व्यापारी मनीष गुप्ता के परिजनों से कानपुर में मुलाकात करने के बाद संवाददाताओं से अखिलेश ने कहा कि लोगों को सुरक्षा देना पुलिस की जिम्मेदारी है लेकिन उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में पुलिस सुरक्षा देने के बजाय लोगों की जान ले रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व में झांसी में भी ऐसी ही घटना हुई थी जिसमें पुलिसर्किमयों ने पुष्पेंद्र यादव नामक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। अखिलेश ने कहा 'गोरखपुर की घटना में तब तक न्याय मिलना मुश्किल है जब तक सीबीआई जांच या उच्च न्यायालय के किसी सेवारत न्यायाधीश की निगरानी में जांच ना हो।' उन्होंने मृतक के परिवार को दो करोड़ रुपये की मदद और मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग करते हुए ऐलान किया कि समाजवादी पार्टी भी परिवार को 20 लाख रुपये की सहायता देगी।
1. यूपी सीएम के गृह जनपद गोरखपुर की पुलिस द्वारा तीन व्यापारियों के साथ होटल में बर्बरता व उसमें से एक की मौत के प्रथम दृष्टया दोषी पुलिसवालों को बचाने के लिए मामले को दबाने का प्रयास घोर अनुचित। घटना की गंभीरता व परिवार की व्यथा को देखते हुए मामले की सीबीआई जाँच जरूरी। — Mayawati (@Mayawati) September 30, 2021
1. यूपी सीएम के गृह जनपद गोरखपुर की पुलिस द्वारा तीन व्यापारियों के साथ होटल में बर्बरता व उसमें से एक की मौत के प्रथम दृष्टया दोषी पुलिसवालों को बचाने के लिए मामले को दबाने का प्रयास घोर अनुचित। घटना की गंभीरता व परिवार की व्यथा को देखते हुए मामले की सीबीआई जाँच जरूरी।
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बसपा अध्यक्ष मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा 'गोरखपुर की पुलिस द्वारा तीन व्यापारियों के साथ होटल में बर्बरता व उसमें से एक की मौत के प्रथमदृष्टया दोषी पुलिसवालों को बचाने के लिए मामले को दबाने का प्रयास घोर अनुचित है। घटना की गंभीरता और परिवार की व्यथा को देखते हुए मामले की सीबीआई जाँच जरूरी है।' उन्होंने कहा 'आरोपी पुलिसवालों के विरूद्ध पहले हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं करना, और फिर जन आक्रोश के कारण मुकदमा दर्ज होने के बावजूद उन्हें गिरफ्तार नहीं करना, सरकार की नीति व नीयत दोनों पर गंभीर प्रश्न खड़े करता है। सरकार पीड़िता को न्याय, उचित आॢथक मदद व सरकारी नौकरी दे, बसपा की यही माँग है।' अखिलेश ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में पुलिस का ऐसा व्यवहार किसी अन्य पार्टी के शासनकाल के दौरान देखने को नहीं मिला।
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उन्होंने आरोप लगाया 'पुलिस लगातार भाजपा की सरकार में लूट और हत्या में शामिल है। जब आप पुलिस और जिलाधिकारी से गलत काम कराएंगे तब यही अंजाम होगा। पुलिस और अधिकारियों पर इसीलिए कार्रवाई नहीं हो रही है क्योंकि सरकार ने इन्हीं से गलत काम कराए हैं।' सपा अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी पीड़ित परिवार के साथ है। गौरतलब है कि गत सोमवार को देर रात गोरखपुर जिले के रामगढ़ ताल इलाके में एक होटल में पूछताछ के दौरान कथित रूप से पुलिस द्वारा मारे पीटे जाने से कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता (36) की मृत्यु हो गई थी। इस मामले में आरोपी छह पुलिसर्किमयों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। सभी को निलंबित भी किया जा चुका है।
हत्या की सीबीआई जांच कराए उत्तर प्रदेश सरकार- मनीष सिसोदिया दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश सरकार से कानपुर के व्यवसायी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में हुई कथित हत्या की सीबीआई से जांच कराने और पीड़ित परिवार को पांच करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग की। यहां सर्किट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत में आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता सिसोदिया ने कहा, 'देश में जिस तरह से व्यापारियों की पुलिस द्वारा हत्या की जा रही है, इससे पता चलता है कि उत्तर प्रदेश कानून व्यवस्था के मामले में नहीं बल्कि खराब कानून व्यवस्था में नंबर एक है।’’
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उन्होंने कहा, 'उत्तर प्रदेश में व्यापारी सुरक्षित नहीं है। वह एक शहर से दूसरे शहर व्यापार करने आता है तो पुलिस की मिलीभगत से उसकी हत्या कर दी जाती है और डीएम और एसएसपी मामले को रफा दफा करने के लिए पीड़ित परिवार को धमकाते हैं।’’ सिसोदिया ने कहा, 'इस जघन्य हत्याकांड की योगी सरकार कभी निष्पक्ष जांच नहीं करा सकती, इसलिए इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए।’’
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