नई दिल्ली/टीम डिजिटल। दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कथित तौर पर सड़क दुर्घटना में मारी गई युवती के संबंध में पुलिस से कई अहम सवाल पूछे हैं। मालीवाल ने पुलिस से यह स्पष्ट करने को कहा है कि क्या युवती का यौन उत्पीड़न किया गया था और क्या आरोपियों की कोई अपराधिक पृष्ठभूमि है?
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दिल्ली के दर्दनाक और भयावह कंझावला केस पर मेरे कुछ सवाल हैं ‼️ pic.twitter.com/xnYhCIp9mA — Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) January 2, 2023
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रविवार को एक चौंकाने वाली घटना में 20 वर्षीय युवती की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी और उसके निर्वस्त्र शव को करीब चार किलोमीटर तक घसीटते ले गई। घटना का वीडियो सामने आने पर यह जानकारी मिली। फुटेज सामने आने के बाद यह भी आशंका जताई जा रही है कि युवती की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई है लेकिन पुलिस का कहना है कि यह दुर्घटना का मामला है। मालीवाल ने घटना के संबंध में दिल्ली पुलिस से अनेक प्रश्न किए हैं और जानना चाहा है कि ‘‘क्या उत्पीड़न का विरोध करने पर उसकी इस प्रकार से हत्या की गई?''
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मालीवाल ने कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस के लिए मेरे पास कुछ प्रश्न हैं-क्या आरोपियों ने युवती का यौन उत्पीड़न किया? क्या उत्पीड़न का विरोध करने पर उसकी इस प्रकार से हत्या की गई? कार से उसे कितने किलोमीटर तक घसीटा गया? क्यां वहां कोई जांच चौकी नहीं थी या रास्ते में ओसीआर वैन नहीं थी?'' उन्होंने प्रश्न किया, ‘‘ क्या आरोपियों के खिलाफ पहले भी अपराधिक मामले दर्ज हैं?'' मालीवाल ने कहा, ‘‘ हमने दिल्ली पुलिस को समन भेजा है और हम चाहते हैं कि वह इन प्रश्नों के उत्तर दे। कब तक हमारी लड़कियां यूं ही मारी जाती रहेंगी? यह ऐसा मामला है जो मानवता को शर्मसार करता है। राष्ट्रीय राजधानी में यह जो मामला हुआ है वह दिल दहला देने वाला है।''
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पहले पत्रकारों को FIR की धमकी से डराया जा रहा था और अब पुलिस मीडिया के साथियों के साथ इस तरह धक्कामुक्की और मरपीट कर रहे हैं। चल क्या रहा है ये? पुलिस अपनी नाकामी छुपाने के चक्कर में मीडिया को भी काम करने नहीं दे रही। लोकतंत्र में मीडिया की आवाज़ को दबाना तानाशाही के संकेत हैं। pic.twitter.com/TljUdcWUOW — Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) January 2, 2023
पहले पत्रकारों को FIR की धमकी से डराया जा रहा था और अब पुलिस मीडिया के साथियों के साथ इस तरह धक्कामुक्की और मरपीट कर रहे हैं। चल क्या रहा है ये? पुलिस अपनी नाकामी छुपाने के चक्कर में मीडिया को भी काम करने नहीं दे रही। लोकतंत्र में मीडिया की आवाज़ को दबाना तानाशाही के संकेत हैं। pic.twitter.com/TljUdcWUOW
दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख ने पुलिस से यह भी जानना चाहा कि नियंत्रण कक्ष को घटना की जानकारी मिलने के बाद तत्काल क्या कार्रवाई की गई और उन विशेष सुरक्षा इंतजामों का क्या हुआ जो नव वर्ष के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी में की गई थीं। आयोग ने रविवार को घटना के संबंध में पुलिस को नोटिस जारी किया था। पुलिस ने कहा कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मंगोलपुरी के संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि युवती का एक पैर कार की चपेट में आ गया और वह करीब चार किलोमीटर तक कार के साथ घिसटती चली गई।
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