डॉक्टर, नर्सों को ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश तीन महिलाओं समेत आठ गिरफ्तार
पूर्वी दिल्ली, 3 अगस्त (नवोदय टाइम्स): शाहदरा जिले की साइबर थाना पुलिस ने नोएडा सेक्टर-10 में छापेमारी कर एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने दो कॉल सेंटर मालिक समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है, आरोपियों में तीन महिलाएं भी हंै। आरोपी डॉक्टर और नर्सों को अस्पतालों में नौकरी दिलवाने का झांसा देकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे।
डीसीपी शाहदरा आर सत्य सुंदरम के अनुसार पिछले आरोपियों ने 100 से अधिक लोगों से करीब 30 लाख रुपये से अधिक की ठगी को अंजाम दिया है। सूरजमल विहार में रहने वाली दंत चिकित्सक डॉक्टर आयुषी डागा ने शाहदरा जिले के साइबर थाने में ठगी की शिकायत दी थी। उन्होंने बताया कि पिछले दिन पहले उसके मोबाइल पर अनजान नंबर से फोन आया। उसने अपना नाम कुणाल त्रिपाठी बताया और खुद को नौकरी दिलाने वाली एक प्लेसमेंट कंपनी का कर्मचारी बताया। उसने कहा कि एक बड़े अस्पताल में दांतों के डॉक्टर का पद खाली है उसने डॉक्टर आयुषी डागा को उस अस्पताल में नौकरी दिलाने की बात कही व ऑनलाइन आवेदन करने के लिए कहा। आयुषी उसके झांसे में आ गई और उऩ्होने 3500 रुपये प्लेसमेंट कंपनी में रजिस्ट्रेशन के लिए भेज दिए।
इसके बाद आरोपियों ने उनसे आवेदन प्रक्रिया के नाम पर कई बार में 99 हजार रुपये जमा कर लिए। इसके बाद आरोपियो ने पहले उनका फोन उठाना बंद कर दिया कुछ दिनों बाद आरोपियों का फोन बंद हो गया, जिसके बाद उन्हे अपने साथ ठगी होने का अहसास हुआ उन्होंने मामले की शाहदरा यायबर थाना पुलिस को दी ,पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की।
डीसीपी ने बताया कि आरोपियों के बैंक खाते की जानकारी ली गई। इस दौरान पता चला कि तीन अलग.अलग खातों में रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। तीनों खाते फर्जी कागजात के आधार पर खुले हुए थे। इन खातों से रुपये नोएडा सेक्टर-11 और सेक्टर-44 के एटीएम से निकाले गए थे।
पुलिस ने कॉल करने वाले नंबरों के सीडीआर की जांच की तो पता चला कि कॉल नोएडा सेक्टर-10 से की जा रही थी। पुलिस ने स्थनीय मुखबिरों व सर्विलांस तकनीक की मदद ली तो पता चला कि सेक्टर-10 में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी के लिये कॉल सेंटर चलाया जा रहा है। मंगलवार को पुलिस की टीम ने कॉल सेंटर पर छापेमारी कर आठों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। प्लेसमेंट कंपनियों से खरीदते थे डाटा आरोपी नौकरी दिलाने वाली कंपनी से बेरोजगार डॉक्टर और नर्स का डाटा खरीदते थे। इसके बाद उन्हें फोन कर नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करते थे। लोगों को झांसे में लेने के लिये अस्पताल के नाम से उनके मिलते.जुलते मेल आईडी से लोगो को मेल किया जाता था व आवेदन प्रकिया करने के नाम पर अपने खाते में रुपये जमा कराते थे। आरोपी करीब दो साल से वारदात को अंजाम दे रहे थे।
फर्जी कॉल सेंटर के दो मालिक गिरफ्तार आरोपी प्रवींद्र कुमार झा और अमित कुमार फर्जी कॉल सेंटर के मालिक हैं। वहीं आरोपी शिव कुमार, मो. नूरुलहक अंसारी, मोहित व तीनों महिलाएं टेलीकॉलर का काम करतीं थीं। पुलिस को आरोपियों के पास से कुछ डॉक्टरों और नर्सों का डाटा भी मिला है।
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