सभी बच्चे सुरक्षित, 4 अलग अलग अस्पतालों में किया गया भर्ती 45 फायरकर्मियों की टीम ने एक घन्टे में पाया काबू फोटो है, दो लगा सकते है,बड़ी खबर है। नई दिल्ली/मुकेश ठाकुर/टीम डिजिटल।
द्वारका के न्यू बोर्न चाइल्ड हॉस्पिटल के बेसमेंट में रखे फर्नीचर में लगी आग एक अस्तपाल में मौजूद करीब 20 नवजात शिशुओं की जान आफत में आ गई,हालांकि फायर व स्थनीय लोगों की मदद से सभी नवजात बच्चों को सही समय पर निकाल लिया गया,नहीं तो ये हादसा भंयकर हो सकता था। फिलहाल सभी नवजात बच्चे सुरक्षित है और इन्हें दिल्ली के अलग अलग अस्तपालों में निगरानी में रखा गया है।
दिल्ली फायर सर्विस डिपार्टमेंट के मुताबिक दमकल विभाग की आधा दर्जन से अधिक गाडिय़ों ने आग पर काबू पाया। बताया जा रही है कि अस्पताल के बेसमेंट में रखे कुछ फर्नीचर में आग लग गई थी, जिसके चलते पूरे अस्पताल में धुआं फैल गया था। शुरुआती जांच के बाद आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। डाबड़ी थाना पुलिस मामला दर्ज कर आग लगने का कारण पता लगाने की कोशिश कर रही है।
रात करीब 1.35 पर हुआ हादसा, नहीं थी फायर एनओसी
दिल्ली विभाग के डायरेक्टर अतुल गर्ग ने बताया कि दमकल विभाग को देर रात करीब 1:35 बजे अस्पताल में आग लगने की सूचना मिली। कॉलर ने उन्हें बताया कि अस्पताल में 20 नवजात बच्चे भर्ती है। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की चार गाडिय़ों को मौके पर रवाना किया गया। लेकिन संकरी गलियां होने की वजह से दमकल विभाग की टीम को मौके पर पहुंचने में परेशानियां हुई। इसके चलते पांच और गाडिय़ों को मौके पर भेजा गया। दमकल विभाग ने देर रात करीब 2.25 बजे आग पर काबू पाया। रेस्क्यू कर सभी बच्चों को अलग-अलग अस्पतालों में भेजा गया है।
हादसे में कोई घायल नहीं हुआ है। जांच में दमकल विभाग को पता चला कि अस्पताल के पास फायर एनओसी नहीं था और अस्पताल सिर्फ एक मंजिल का था। जांच में पुलिस को पता चला कि सभी नवजात को परेशानी के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों की निगरानी में उनका उपचार किया जा रहा था।
पहली मंजिल पर मौजूद थे सभी नवजात
जांच में पुलिस को पता चला कि चार मंजिला इमारत के बेसमेंट पर ओपीडी चलती थी और पहली मंजिल पर बच्चों का अस्पताल था। सभी नवजात पहली मंजिल पर मौजूद थे। ग्राउंड फ्लोर पर आग लगने के बाद धुआं पूरे अस्पताल में फेल गया। मौके पर पहुंचते ही दमकल विभाग ने सभी बच्चों का रेस्क्यू कर एंबुलेंस की मदद से दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया। फायर विभाग के मुताबिक जनकपुरी के आर्या हॉस्पिटल में 13 बच्चे को, द्वारका मोड़ के दूसरे न्यू बोर्न चाइल्ड हॉस्पिटल में 2 बच्चों को, जनकपुरी के जेके हॉस्पिटल में 02 बच्चों को शिफ्ट किया गया।
वहीं 03 नवजात बच्चों को होस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया। पुलिस जांच में जुटी। पुलिस की शुरूआती जांच के बाद आग लगने की कारण शर्ट सक्रिट आया है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि शर्ट सक्रिट के बाद वहां रखे फर्नीचर ने आग पकड़ ली और वह तेजी से फैल गई। बेसमेंट में ओपीडी चलाई जा रही थी, जिसके चलते वहां बड़ी संख्या में कई तरह का सामान मौजूद था, जो जलकर खाक हो गया है।
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