Saturday, Mar 25, 2023
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foreign banned cigarette smuggling was going on in milk vehicles, two caught

दूध की गाडिय़ों में चल रही थी विदेशी प्रतिबंधित सिगरेट की तस्करी, दो पकड़े

  • Updated on 10/12/2022

नई दिल्ली,(टीम डिजिटल):एसटीएफ ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित सिगरेट की तस्करी करने वाले गिरोह के दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 30 हजार 200 बैन विदेशी सिगरेट की डिब्बी जब्त की गई है। जिनकी भारतीय बाजार में करीम करीब 1.5 करोड़ रुपए है। जांच में पता चला है कि इन सिगरेट को एनसीआर क्षेत्र में बेचने के लिए तडक़े जाने वाली दूध की गाडिय़ों का इस्तेमाल किया जाता था। इन सिगरेट को दूध की बाल्टियों के नीचे छिपाकर एनसीआर के दिल्ली, गुरुग्राम आदि क्षेत्रों में ले जाकर अच्छे दामों पर बेच दिया जाता था।

नोएडा एसटीएफ अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार मिश्र ने बताया कि मुखबीर से इनपुट मिला कि एक ट्रक जिसके अन्दर अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से तस्करी करके लाई गई विदेशी सिगरेट भरी हुई है। जिन पर वैधानिक चेतावनी भी अंकित नहीं है। पिलखुआ टोल से होता हुआ छिजारसी टोल से होकर जाएगा। इस सूचना पर स्थानीय पुलिस को सूचना से अवगत कराते हुए थाना पिलखुआ, जनपद हापुड़ की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की गई। इस दौरान ट्रक को दोनों तस्करों के साथ पकड़ लिया गया। आरोपियों की पहचान मुजम्मिल निवासी सिकन्दराबाद बुलन्दशहर और रवि निवासी संभल के रूप में हुई है। पूछताछ करने पर मुजम्मिल ने बताया कि उसकी उम्र लगभग 32 साल है। वह और उसका भाई सोनू उर्फ अजरूद्दीन मुख्य रूप से पुराने टायरों को इक_ा करके उनको गलाने का काम करते थे।

इंडोनेशिया, कोरिया होते हुए बंग्लादेश के रास्ते भारत में आती थे सिगरेट
पुराने टायरों के काम के सिलसिले में अजरूद्दीन अक्सर पूर्वोत्तर के राज्यों में जाता था। वहां अजरूद्दीन की जान पहचान असम के निवासी गौरव नाम के व्यक्ति से हो गई थी। गौरव इंडोनेशिया, कोरिया व अन्य देशों की विदेशी सिगरेट की बांग्लादेश के रास्ते तस्करी करता था। यह लोग वहां से इस तरह तस्करी करके लाई गई विदेशी ब्रांड की सिगरेट को अपने ट्रक में पुराने टायरों के नीचे छिपाकर यहां लते थे।

दूध की गाडिय़ों से आती थी सिगरेट
इन सिगरेट को एनसीआर क्षेत्र में बेचने के लिए तडक़े जाने वाली दूध की गाडिय़ों का इस्तेमाल किया जाता था। इन सिगरेट को दूध की बाल्टियों के नीचे छिपाकर एनसीआर के दिल्ली, गुरुग्राम आदि क्षेत्रों में ले जाकर अच्छे दामों पर बेच दिया जाता था। इन अवैध सिगरेट को लाने के लिए गोहाटी से गौरव की ओर से भेजे गए आदमी के हाथ में ट्रक व कैश दे दिया जाता था। वह सिगरेट को ट्रक में भरकर वापस ट्रक को हमें दे देता था।

गुवाहाटी से ट्रक लाने प्रति चक्कर मिलते थे 10 हजार
एसटीएफ की पूछताछ में दूसरे तस्कर रवि गिरी (34) ने बताया कि कि पकड़े गए ट्रक के मालिक हाजी शौकीन, सोनू उर्फ अजरूदीन व मुजम्मिल के पुराने परिचित थे। उन्हीं के कहने के पर वह पिछले 4 बार से गुवाहाटी जाता था जिसके लिए उसे प्रति चक्कर 10 हजार रुपए दिए जाते थे। इसके अलावा आरोपियों द्वारा उनके रहने-खाने का भी इंतजाम किया जाताथा। 


 

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