Saturday, Dec 09, 2023
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Four brothers and sisters died due to electric shock - Unnao

करंट की चपेट में आने से चार सगे भाई-बहनों की मौत-उन्नाव

  • Updated on 11/20/2023

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। उन्नाव जिले के बारासगवर क्षेत्र में रविवार को पंखे में उतरे करंट की चपेट में आने से चार सगे भाई-बहनों की मौत हो गई। पुलिस क्षेत्राधिकारी (नगर) आशुतोष कुमार ने बताया बारासगवर थाना क्षेत्र के लालमन खेड़ा गांव के निवासी वीरेंद्र कुमार के घर के बरामदे में एक फर्राटा पंखा रखा था और शाम करीब पांच बजे बरामदे में खेलते हुए उसके एक बच्चे ने पंखे को छू लिया और वह पंखे में उतरे करंट की चपेट में आ गया। उन्होंने बताया कि करंट की चपेट में आये बच्चे को बचाने आये उसके तीन अन्य भाई-बहन भी करंट की चपेट में आ गये और इस घटना में चारों बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई।
 

कैसे हुई कंरट के चेपट आने से मौत 
बताया जा रहा कि घर में वांयरिंग नहीं थी तो अर्थिंग की व्यवस्था की गई थी। जिस पंखे से बच्चों के करंट लगा वो काफी पुराना था और पूरा लोहे का बना था। यही कारण है कि पंखें में करंट उतरा और नंगे पैरो से बच्चो से के स्पर्श हुआ, वे करंट की चेपट में आ गए और उनकी मौत हो गई।
 

परिवार में छाया मातम
आशुतोष कुमार ने कहा कि मृतक बच्चों के नाम मयंक उम्र (9), हिमांशी (8), हिमांक (6) और मानसी (5) हैं। सभी सगे भाई-बहन थे। बच्चों की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। पिता वीरेंद्र बच्चों का शव देखकर छाती पीट-पीटकर रोने लगेमां शिव देवी बार-बार बेहोश हो जा रही थीं। होश में आते ही वह बार-बार कह उठतीं कि सारे बच्चे साथ छोड़कर चले गए। अब हम किसके सहारे जियेंगे। मां का यह करुण क्रंदन वहां मौजूद हर किसी का हृदय चीर देता था। जानकारी के मुताबिक, वीरेंद्र का परिवार काफी गरीब है और उनके घर में एक पक्की छत भी नहीं है।

उनके सौभाग्य योजना के तहत बिजली कनेक्शन हुआ था लेकिन घर के अंदर वायरिंग नहीं की गई थी। गांव के लोगों ने बताया कि मयंक से बिना चप्पल पहने पंखा छू गया, जिससे वह करंट की चपेट में आ गया। उसे बचाने के लिए बाकी भाई-बहन भी पहुंचे लेकिन वे भी उसकी चपेट में आ गए। चारों की मौत हो गई

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