Sunday, Mar 26, 2023
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सोशल मीडिया पर नाबालिग लडक़ी को ऑनलाइन परेशान करने वाला नाबालिग पकड़ा 

  • Updated on 1/27/2023


सोशल मीडिया पर नाबालिग लडक़ी को ऑनलाइन परेशान करने वाला नाबालिग पकड़ा 
नई दिल्ली, (नवोदय टाइम्स): सोशल मीडिया पर नाबालिग लडक़ी को ऑनलाइन परेशान करने वाले एक नाबालिग को उत्तरी जिला साइबर थाना पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने इसके पास से एक मोबाइल फोन जिसका इस्तेमाल अपराध में किया और इंटरनेट उपयोग के लिए उपयोग किया जाने वाला एक सिम कार्ड बरामद किया है। पुलिस नाबालिग से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है। 
उत्तरी जिला डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि पुलिस स्टेशन साइबर नॉर्थ में साइबर पोर्टल के माध्यम से एक किशोरी के पिता ने शिकायत दी कि उनकी 14 वर्षीय बेटी ने इंस्टाग्राम चैट के माध्यम से अपनी निजी तस्वीरें और वीडियो किसी के साथ साझा किए और आशंका जताई कि वीडियो प्रसारित हो सकता है। पुलिस ने पिता और उसकी बेटी की काउंसलिंग की। लडक़ी ने खुलासा किया कि उसने इंस्टाग्राम पर एक दोस्त के साथ अपनी निजी तस्वीरें और वीडियो साझा की थी और अब वह उस पर चैट करने और अपनी और निजी तस्वीरें भेजने का दबाव बना रहा है। नाबालिग लडक़ी के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गयी। थाना अध्यक्ष पवन तोमर की देखरेख में गठित टीम एसआई दीपा, एसआई ऋचा शर्मा, हेड कांस्टेबल सोनिका ने जांच के दौरान, इंस्टाग्राम प्रोफ़ाइल का विवरण प्राप्त किया गया, जिसमें प्रोफ़ाइल के पंजीकरण में उपयोग किए गए आईपी पते और मोबाइल नंबर, आईपी पतों का विवरण संबंधित मोबाइल ऑपरेटरों से प्राप्त किया गया, जहां से, अपराध में प्रयुक्त मोबाइल नंबर और आईएमईआई नंबर पाया गया और कथित व्यक्ति की पहचान कर पता लगाया गया। इंस्टाग्राम यूजर द्वारा इस्तेमाल की गई तस्वीरें 17 से 20 साल के एक लडक़े की थीं, जबकि कथित सिम कार्ड इस्तेमाल करने वाले की उम्र 50 साल के आसपास थी। उक्त पते पर पहुंचने पर पता चला कि उक्त पते पर कभी भी ऐसा कोई व्यक्ति नहीं रहता था. जिसके बाद टीम को आगे दो भागों में विभाजित किया गया, जिसमें से पहली टीम को सिम कार्ड डीलर के साथ कथित इंस्टाग्राम उपयोगकर्ता के वास्तविक पते को सत्यापित करने का कार्य सौंपा गया, जिसने उसके द्वारा उपयोग किए गए उक्त मोबाइल नंबर को जारी किया था। जबकि, दूसरी टीम को कथित व्यक्ति के मोबाइल नंबर के सीडीआर के आधार पर प्राप्त लाइव लोकेशन पर भेजा गया और कथित व्यक्ति की तलाश शुरू की गई। सिम कार्ड जारी करने वाले डीलर ने खुलासा किया कि कथित सिम आधार के बायोमेट्रिक सत्यापन के साथ जारी किया गया था और उनके पास आधार कार्ड नंबर के अलावा कोई विवरण उपलब्ध नहीं है। पता चला कि वह एक 17 साल का लडक़ा है, जिसने पिछले साल 12 वीं कक्षा पास की है और वर्तमान में स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग से स्नातक की पढ़ाई कर रहा है। उपरोक्त मामले में नाबालिग को पकड़ा।
 

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