नई दिल्ली/टीम डिजिटल। एप पर टैक्सी बुकिंग की सेवा देने वाली कंपनी उबर ने कहा कि हैकरों ने उसके मंच पर जुड़े 5.7 करोड़ उपयोक्ताओं और ड्राइवरों का निजी डाटा चुराया है। एक वर्ष से छुपी इस बात के लिए उबर ने हैकरों से डाटा नष्ट कराने के लिए एक लाख डॉलर का भुगतान किया है। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दारा खोसरोवशही ने एक बयान में कहा, ‘ऐसा कुछ भी नहीं होना चाहिए था और मैं इसके लिए कोई बहाने नहीं बनाउंगा।’
खोसरोवशही के अनुसार उबर सूचना सुरक्षा दल के दो सदस्य को कल ही तत्काल प्रभाव से कंपनी से निकाल दिया है। इन दोनों ने समय पर उपयोक्ताओं को जानकारी नहीं दी कि उनका डाटा चुराया गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें हाल ही में केवल इतना पता चला है कि किसी बाहरी व्यक्ति ने कंपनी द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले क्लाउड सर्वर की सुरक्षा में सेंध लगाकर बड़ी मात्रा में डाटा डाउनलोड कर लिया।
उबर के मुताबिक चुरायी गई सूचना में उपयोक्ताओं के नाम, ईमेल पते, मोबाइल नंबर और करीब 6,00,000 ड्राइवरों के नाम एवं उनके लाइसेंस नंबर जोरी किए गए हैं। इससे जुड़े एक सूत्र ने बताया कि हैकरों से डाटा नष्ट कराने के लिए उबर ने एक लाख डॉलर (6478500.77 रुपये) का भुगतान किया है। इस संबंध में उपयोक्ताओं और ड्राइवरों को जानकारी नहीं दी गई कि उनका डाटा जोखिम में है।
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