इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर सैकड़ों लोगों से 40 करोड़ ठगे पुलिस ने बिहार से गिरोह के 6 ठगों को किया गिरफ्तार
नई दिल्ली, पंकज वशिष्ठ: फर्जी बीमा कंपनी में निवेश करने के नाम पर सैकड़ों लोगों से करीब 40 करोड़ रुपए की ठगी को अंजाम देने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने बिहार के बेगूसराय से गिरोह में शामिल छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से दो आरोपी ग्राहक सेवा केंद्र संचालन करते थे, जबकि एक आरोपी डाकघर में काम करता था। उसकी पहचान बेगूसराय, बिहार निवासी विनोद कुमार दास (33), रौशन कुमार (38), दिनेश कुमार दास (44), बब्लू मालाकर (51), पवन कुमार (33) और मिथलेश कुमार (26) के तौर पर की गई है।
आरोपियों से बरामद किये 1091 एटीएम कार्ड आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने बैंक ऑफ बड़ौदा के 1091 एटीएम कार्ड, 22 डेबिट कार्ड, 56 खाली पासबुक और अलग-अलग बैंक 58 पासबुक के अलावा अन्य सामान बरामद किए हैं। आरोपी अब तक देश भर के 100 लोगों से करीब 40 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी बीमा कंपनी में निवेश करने के नाम पर कर चुके थे।
डीसीपी स्पेशल सेल प्रशांत पी गौतम ने बताया कि पिछले दिनों पीड़ित जीएस राय ने शिकायत की थी कि बीमा करवाने के नाम पर आरोपियों ने करीब 2.80 करोड़ रुपए की ठगी की थी। बाद में दो और पीड़ितों ने 85 लाख और 19 लाख रुपए के धोखाधड़ी होने की शिकायत की थी। तकनीकी सर्विलांस और अन्य माध्यमों से जब जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि आरोपियों ने नामी बैंक के नाम पर एक फर्जी बीमा कर लोगों को ठगी का शिकार बनाया है।
बिहार और उत्तर प्रदेश से की जा रही थी ठगी इसके लिए आरोपियों ने कई लोगों के बैंक खातों का इस्तेमाल किया था। आरोपी लोगों से केवल ऑनलाइन या फोन पर ही संपर्क करते थे। आगे की छानबीन में पता चला कि गिरोह के तार बिहार के बेगूसराय, बिहार से जुड़े हैं। आधार पर पुलिस टीम ने सबसे पहले विनोद कुमार दास, रौशन कुमार, दिनेश कुमार दास और बबलू मालाकार को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि पवन कुमार इस गिरोह का मुख्य सरगना है। इसके बाद पुलिस ने पवन कुमार को दबोचा। बाद में पुलिस ने कौशांबी, उत्तर प्रदेश से आरोपी मिथिलेश कुमार को दबोचा। पूछताछ में पता चला कि पवन कुमार और रौशन कुमार ग्राहक सेवा केंद्र का संचालन करता था। वहीं, दिनेश कुमार दास डाक घर में नौकरी करता है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने इसके लिए फर्जी दस्तावेजों पर सिम कार्ड लिया था। इसके साथ ही लोगों से रुपए अलग-अलग खातों में जमा करवाते थे। आरोपियों ने सात सालों में पीड़ित जीएस राय से करीब 2.80 करोड़ रुपए की ठगी की थी। इसी प्रकार से दो अन्य पीड़ितों से 85 लाख और 19 लाख रुपए की ठगी की थी। देश भर में 100 लोगों से करीब
40 करोड़ रुपए की ठगी कर चुके हैं। पुलिस ने बताया कि पहले गिरोह लोगों की सूचनाएं एकत्रित करता था और बाद में उन्हें फोन कर बीमा करवाने का लालच दिया करते थे लोग अधिक मुनाफे के झांसे में आकर निवेश करते थे।
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