Monday, May 29, 2023
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if forty thousand came out, i thought it was a joke, when i came out again,

हेल्प करने का झांसा दे ATM से निकाले 40 हजार, इतने ही दोबारा निकले तो आंखे खुली

  • Updated on 9/20/2021

नई दिल्ली। टीम डिजिटल। एक बार फिर एटीएम बूथ में एक महिला को उसकी सहायता करने का झांसा देकर आरोपी ने 80 हजार रुपये निकाल लिये। वारदात मोहन गार्डन इलाके में हुई। पीडि़त के साथ आलम यह था कि जब उसको पहली बार पैसे निकलने के बारे में पता चला तो उसको लगा कि पुरानी ट्रांजेक्शन के मैसेज होगें। लेकिन सुबह जब उनकी आंखे खुली तो खुली की खुली रह गई। तुरंत बैंक हेल्प लाईन पर संपर्क कर एटीएम कार्ड ब्लॉक करवाया और पुलिस को लिखित शिकायत दी। पुलिस बैंक अधिकारियों से संपर्क कर एटीएम बूथ में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकलवाने की कोशिश कर रही है।

जानकारी के मुताबिक पीड़िता अमृता सिंह परिवार के साथ मोहन गार्डन उत्तम नगर  इलाके में रहती हैं। उनके पति गुरुग्राम सेक्टर-18 में प्राईवेट नौकरी करते हैं। अमृता सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया। उनका केनरा बैंक में खाता है। जिसका वह एटीएम कार्ड भी इस्तेमाल करती है। बीते 13 सितंबर की सुबह साढ़े 12 बजे द्वारका मोड़ स्थित एचडीएफसी बैंक के एटीएम बूथ से एक हजार रुपये निकलवाने के लिये गई थी।

जब उसने मशीन में एटीएम कार्ड डाला,आरोपी उसके ठीक पीछे आकर खड़ा हो गया था। जिसको उसने डांटकर बोला था कि दूर होकर खड़े हो जाओ,पास क्यों आ रहे हो। 11 बजकर 55 मिनट पर उसने अपना पिन नंबर डाला,लेकिन दो बार कार्ड डालने पर भी पैसे नहीं निकले। पीछे खड़े लडक़े ने कहा कि मैडम मैं ट्राई करके देखता हूं। उसके कहने पर ही उसने लडक़े को अपना कार्ड दे दिया। उसने भी कार्ड डाला, लेकिन पैसे नहीं निकले। लडक़े ने कहा, मैडम शायद सर्वर स्लो है या फिर कोई ओर परेशानी। लडक़े ने उसको एटीएम कार्ड दे दिया। कार्ड को बिना देखे ही वह घर आ गई।

15 सितंबर को उन्होंने बैंक में दो लाख 80 हजार रुपये जमा करवाएं थे। लेकिन जब वह ऑनलाईन ही पैसे ट्रांस्फर करने की कोशिश कर रही थी। कंप्यूटर में पिन नंबर हर बार गलत बता रहा था। उसने अपने एटीएम कार्ड को देखा भी था। लेकिन जब शाम पांच बजकर 36 मिनट पर दस दस हजार रुपये की चार बार ऑनलाईन ट्रांजेक्शन हुई। उसने अपने पति जोकि ऑफिस में थे। फोन पर मैसेज आने पर इसकी जानकारी दी। पति राजीव ने मामले को ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने बोला कि पहले की ट्रांजेक्शन को हो सकता है। एटीएम कार्ड तो तुम्हारे पास ही है।

विश्वास करके उसने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। लेकिन 16 सितंबर को जब उसने मोबाइल फोन के मैसेज देखे। रात को दस दस हजार रुपये की चार और ट्रांजेक्शन हुई। जिसके तुरंत बाद उनकी आंखे खुली की खुली रह गई। बैंक अधिकारियों को मामले की जानकारी दी। जिन्होंने बताया कि रात की ट्रांजेक्शन इलाहाबाद बैंक से हुई हैं। हेल्पलाईन कॉलर ने बताया कि जो कार्ड आपके पास है,वो कार्ड आपका है ही नहीं। अमृता सिंह ने बताया कि आरोपी ने 13 दोपहर से 14 रात तक पैसे निकालने के लिये ट्राई किया था। लेकिन उसने पैसे ही नहीं थे।

लेकिन जब उसने अगले ही दिन उसने खाते में रुपये डाले, आरोपी ने उसमें से निकाल लिये। पुलिस अब जहां जहां से ट्रांजेक्शन हुई है और जहां से कार्ड बदला गया था। वहां की सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर आरोपी की पहचान करने की कोशिश कर रही है। 
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