नई दिल्ली/ संजीव यादव। दिल्ली दंगों की साजिश में आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन और दंगों का केंद्र बने राजधानी पब्लिक स्कूल के मालिक फैजल फारुखी, मौलाना साद के संपर्क में थे। हालांकि ये सीधे तौर पर अपने फोन से नहीं, बल्कि मौलाना साद अपने करीबी अलीम के फोन के जरिए उनके संपर्क में था।
ईडी के सूत्रों के मुताबिक ताहिर हुसैन और फैजल फारुकी के खातों में कुछ रकम मरकज के संदिग्ध खातों से भी ट्रांसफर की गई थी,जिसके सबूत ईडी को मिले हैं। इस संबंध ने ईडी जल्द ही मौलाना साद को नोटिस कर सकती है। मौलाना साद जमात कार्यक्रम के दौरान कोरोना संक्रमण फैलाने के मामले में आरोपी है और क्राइम ब्रांच उसे खोज रही है। वहीं ईडी भी मौलाना की अकूत संपत्ति सहित विदेशी चंदे के मामले की जांच कर रही है।
मौलाना का सबसे भरोसेमंद है अलीम साद अलीम साद की भतीजी की शादी मौलाना साद के बेटे के साथ हुई है, जिसके चलते वह मौलाना साद का बेहद करीबी है। करीबी होने के कारण निजामुद्दीन मरकज के प्रबंधन का सारा काम अलीम ही देखता है। अधिकांश बेनामी संपत्ति सहित प्रॉपर्टी भी अलीम के नाम पर ही है। हाल में मौलाना साद ने जाकिर नगर में उसी के घर में शरण ली हुई है। अलीम को भी ईडी समन जारी कर चुकी है, वहीं क्राइम ब्रांच ने भी उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की हुई है।
राजधानी पब्लिक स्कूल में लगा मौलाना साद का पैसा
सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली का राजधानी पब्लिक स्कूल जो दंगों का मुख्य केन्द्र था, उसमें मौलाना साद का पैसा लगा हुआ है। हालांकि ये पैसा साद के रिश्तेदार अलीम साद के नाम से लगाया गया है। बता दें कि अलीम साद के भी खातों के जांच ईडी कर रही है और अलीम साद, मौलाना साद का रिश्तेदार है। इसके अलावा ईडी की जांच में ये सामने आया है कि मौलाना साद की ताहिर से बेहद नजदीकियां थी और ताहिर भी मरकज में फंडिग देता था, लेकिन उसके भी खातों में साद के जुड़े रिश्तेदारों के खातों से पैसे आते जाते थे।
विदेशी चंदे के खाते खंगाले तो ताहिर और फैजल आए सामने
जांच के तहत विदेशी मौलाना साद सहित उसके करीबियों के 15 खातों में करीब 7 देशों से जमात के दौरान विदेशी फंड आया था, उसी प्रकरण में ईडी जांच कर रही थी तो पता चला कि जमात से पहले उन्हीं खातों से ताहिर हुसैन और फैजल फारुखी के खातों में भी कुछ पैसा भेजा गया था। उस दौरान साद की इन दोनों से कई बार बातचीत भी हुई थी, जिसके चलते ईडी अब इसकी जांच कर रही है।
दंगों के दौरान अलीम- फैजल की बातचीत
ईडी के मुताबिक उत्तरपूर्वी में जिस दिन राजधानी पब्लिक स्कूल की छत से गुलेल से पेट्रोल बम फेंके गए थे और डीआरपी पब्लिक स्कूल को जलाया था, उस दौरान अलीम साद और फैजल फारुखी एक- दूसरे के संपर्क में थे। अलीम एक तरफ जहां फैजल तो दूसरी तरफ ताहिर से भी बात कर रहा था। इसके कॉल रिकार्ड दिल्ली पुलिस को सौंपे गए हैं।
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