नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कानपुर में एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दूबे को पकड़ने के दौरान 8 पुलिसकर्मियों की शहादत का बदला लेते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस ने दो अपराधियों को ढेर कर दिया है। मारे गए अपराधियों का नाम अतुल दूबे और प्रेम प्रकाश पांडेय है। दोनों हिस्ट्रीशीटर विकास दूबे के संबंधी बताए जाते हैं।
इसके पहले कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में विकास दूबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर फायरिंग की गई, जिसमें डीएसपी देवेंद्र मिश्रा समेत 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। इस फायरिंग में 7 पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। कानपुर देहात के शिवली थाना क्षेत्र में पुलिस विकास दुबे नाम के एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश को पकड़ने गई थी। जहां उन पर बदमाशों ने गोली चला दी। घटनास्थल पर मौजूद एसएसपी और आईजी, फोरेंसिक टीम इलाके की जांच कर रहे हैं।
Kanpur: Eight Police personnel, including Dy SP Devendra Mishra, lost their lives after they were fired upon by criminals when the Police team had gone to raid an area in search of history-sheeter Vikas Dubey. SSP & IG present at the spot, forensics teams are examining the area. pic.twitter.com/LKXLgLPq7Y — ANI UP (@ANINewsUP) July 3, 2020
Kanpur: Eight Police personnel, including Dy SP Devendra Mishra, lost their lives after they were fired upon by criminals when the Police team had gone to raid an area in search of history-sheeter Vikas Dubey. SSP & IG present at the spot, forensics teams are examining the area. pic.twitter.com/LKXLgLPq7Y
शिवली थाना इलाके में पुलिस ने बिकरू गांव में पुलिस ने दबिश दी थी, इस दौरान बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। विकास दुबे एक खतरनाक अपराधी है। इसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। साल 2001 में इसने थाने में घुस कर एक मंत्री की हत्या कर दी थी। मामले की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी एचसी अवस्थी और अपर मुख्य सचिव गृह से बात की है।
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पुलिस को रोकने के लिए लगाई जेसीबी डीजीपी एचसी अवस्थी का कहना है कि कुछ दिन पहले बदमाश विकास दुबे के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था। इस केस में पुलिस विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई थी, लेकिन जैसे ही पुलिस की टीम बिकरू गांव में पहुंची वहां उनको रोकने के लिए जेसीबी लगा दी गई। ऐसे में पुलिस की गाड़ी गांव के अंदर नहीं जा सकी। पुलिस वाले जैसे ही गाड़ी से उतरे पहले से तैयार बैठे बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर दी। जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए और 7 घायल हो गए।
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एनकाउंटर में अपनी जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के नाम इस प्रकार हैं-
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