नई दिल्ली/टीम डिजिटल। सुप्रीम कोर्ट ने कठुआ बलात्कार एवं हत्याकांड की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) पर उत्पीड़न का आरोप लगाने वाले 3 गवाहों से आज कहा कि वे शिकायतों को लेकर जम्मू कश्मीर हाई कोर्ट में अपील करें। तीन गवाहों -- साहिल शर्मा, सचिन शर्मा और नीरज शर्मा ने एसआईटी पर उनका उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था और उसकी स्वतंत्र जांच की मांग की थी। तीनों कठुआ कांड के मुख्य आरोपियों में एक के सहपाठी हैं।
पीएम मोदी की रैली से पहले गुर्जरों को मनाने में जुटी वसुंधरा सरकार
चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की पीठ ने गवाहों के आरोपों की जांच का आदेश देने से मना कर दिया। गवाहों ने पुलिस के सामने अपना बयान दर्ज कराने के दौरान जोर जबर्दस्ती किए जाने का आरोप लगाया है। पीठ ने उन्हें अपनी शिकायतों के साथ हाई कोर्ट जाने की छूट देते हुए उनकी याचिका का निबटारा किया।
बाबा रामदेव ने लंदन में की गडकरी की बढ़ाई, खफा हो गईं उमा भारती
कोर्ट एक घुमंतू अल्पसंख्यक समुदाय की 8 साल की लड़की से सामूहिक बलात्कार एवं उसकी हत्या के मामले की सुनवाई कर रहा था। जम्मू क्षेत्र में कठुआ के एक गांव में 10 जनवरी को यह लड़की अपने घर के समीप से गायब हो गई थी। एक सप्ताह बाद उसका शव मिला था, तो हड़कंप मच गया। जम्मू कश्मीर सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ वकील गोपाल सुब्रमण्यम और वकील सुहैब आलम ने पीठ को बताया कि गवाहों का दोबारा परीक्षण हो गया है और उनके बयान फिर से रिकार्ड किए गए हैं।
केजरीवाल ने पूर्ण राज्य के मुद्दे पर पीएम मोदी, राहुल गांधी पर साधा निशाना
शीर्ष अदालत ने तीनों गवाहों को पुलिस की आगे की पूछताछ में अपने रिश्तेदारों के साथ जाने की इजाजत दी थी। पीठ ने पुलिस ने कहा कि इस केस की निष्पक्ष तरीके से जांच की जाए। सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही गवाहों की पूछताछ की वीडियोग्राफी कराने से इनकार कर दिया था। आरोपी विशाल जंगोत्रा के इन 3 कॉलेज मित्रों पर जांच को गुमराह करने आरोप लगाया गया था, जिसके बाद कोर्ट ने प्रदेश सरकार को इस कांड की जांच पर स्टेटस रिपोर्ट देने को आदेश दिया था।
ट्रोलिंग के मुद्दे पर सुषमा स्वराज ने किया सर्वे, जानें क्या रहा रिजल्ट
जम्मू के ये तीनों छात्र यूपी के मुजफ्फरनगर में एक कॉलेज में बीएससी कर रहे हैं और वे विशाल जंगोत्रा के साथ पढ़ने वाले है। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें इस तथ्य के खिलाफ बयान देने के लिए मजबूर किया गया कि जंगोत्रा 7 जनवरी से 10 फरवरी के दौरान मुजफ्फरनगर में था। उस दौरान उसने उनके साथ परीक्षा दी और प्रैक्टिल पेपर भी दिए। उन्होंने अपनी अर्जी में दावा किया कि 19-31 मार्च के दौरान पुलिस ने उनका शारीरिक-मानसिक उत्पीड़न किया।
उत्तराखंड की निलंबित शिक्षिका बोली- शिक्षा मंत्री नहीं, CM रावत मांगे माफी
भारत- कनाडा तनाव के बीच जयशंकर ने कहा- एक- दूसरे से बात करनी होगी
Asian Games 2023: सरबजोत और दिव्या ने शूटिंग मिश्रित टीम स्पर्धा में...
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के 20 से ज्यादा पदाधिकारी कांग्रेस में...
रमेश बिधूड़ी को टोंक का प्रभार: मुस्लिम ध्रुविकरण या पायलट के गढ़ में...
विदेशों से धन भेजने को सुगम बनाने के लिए कई देशों से बातचीतः RBI...
इस्कॉन ने मेनका गांधी को 100 करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस भेजा
पॉक्सो कानून में यौन संबंधों के लिए सहमति की उम्र में बदलाव की सलाह...
वेदांता विभिन्न कारोबार को करेगी अलग, बनाएगी 5 कंपनियां
‘इंडिया' गठबंधन, CBI जांच को लेकर केजरीवाल ने दिया PM मोदी को चैलेंज
पाकिस्तान : आत्मघाती विस्फोट में कम से कम 52 लोगों की मौत, करीब 50...