नई दिल्ली। टीम डिजिटल। दिल्ली से फोन लूट व खरीदकर उनको गफ्फार मार्किट,एनसीआर,बिहार व नेपाल में भेजे जा रहे है। भारत नगर पुलिस ने जब एक शातिर बदमाश कम खरीदार को गिरफ्तार किया। उससे कई हैरान करने वाले खुलासे हुए। उसका गैंग बिहार तक फैला हुआ है। दिल्ली से फोन किस तरह से बिहार तक पहुंचाने हैं। पूरा नेटवर्क काम कर रहा है। आरोपी की पहचान शालीमार बाग स्थित केला गोदाम रोड स्थित झुग्गी में रहने वाले रोहित उर्फ विशाल कुमार रूप में हुई है। जिसके कब्जे से 79 मोबाइल फोन चोरी की स्कूटी और चाकू जब्त किया है। जिनकी जांच करने पर दर्जनभर फोन मालिकों के बारे में पता चल गया है। पुलिस आरोपी के गफ्फार मार्किट व दिल्ली से बाहर बैठे साथियों की धड़पकड़ की कोशिश की जा रही है। पुलिस को शक यह भी है कि इन फोन का इस्तेमाल साइबर क्रॉइम में भी इस्तेमाल हो रहा है। जिला पुलिस उपायुक्त जितेन्द्र कुमार मीनाा ने बताया कि आरोपी रोहित उर्फ विशाल गैंग के साथ रात के वक्त चोरी की स्कूटी पर वारदात को अंजाम दिया करता था। आरोपी दिल्ली एनसीआर और बिहार के विभिन्न हिस्सों में अपने सहयोगियों के साथ काम कर रहा है।
एसीपी डॉ. गरिमा तिवारी के निर्देशन में भारत नगर एसएचओ प्रेम कुमार की देखरेख में संगम पार्क चौकी में तैनात एसआई नवीन हेड कांस्टेबल अंशुल,द्रवेश और कांस्टेबल देवेन्द्र बीते वीरवार शाम पांच बजे एक सूचना पर सत्यवादी फ्लाईओवर के पास घेराबंदी करके आरोपी रोहित उर्फ विशाल को केशवपुरम से चोरी स्कूटी के साथ पकड़ा। उसके बैग की तलाशी लेने पर 79 मोबाइल फोन और एक चाकू जब्त किया।
पूछताछ करने पर पता चला कि वह मोबाइल फोन को बेचने की कोशिश कर रहा है। वह गैंग के साथ रात के वक्त चाकू लेकर निकलता है और राहगीरों से लूट व झपटमारी की वारदात करता है। विरोध करने पर वह चाकू का भी इस्तेमाल करता है।
एक हजार रुपये प्रोफिट पर बेचता है फोन आरोपी रोहित वारदात करता भी है और चोरी के फोन भी खरीदा करता है। वह फोन को एक हजार रुपये प्रोफिट पर आगे बेच दिया करता है। वह अपने साथियों के साथ पूरी दिल्ली एनसीआर और बिहार में काम करता है। वह जब्त फोन को बेचने की कोशिश कर रहा था। लेकिन कोई ग्राहक नहीं मिल रहा था। हालांकि अब वे उन्हें गफ्फार बाजार, करोल बाग और एनसीआर और बिहार में बेचने की कोशिश कर रहा था।
ठगी की वारदात में इस्तेमाल कर रहे हैं आरोपी ऐसे फोन! पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह से शुरूआती जांच में आरोपी रोहित से पता चला है उसको देखकर शक हो रहा है कि बिहार में ऐसे फोन का इस्तेमाल साइबर ठगी में इस्तेमाल हो रहा था। आरोपी इन फोन से दो तीन वारदात करने के बाद उनको आगे पार्टस में ठिकाने लगा दिया करते होगें। इसके अलावा फोन का इस्तेमाल नेपाल में भी होने का शक है,क्योंकि बिहार बोर्डर से नेपाल की दूरी ज्यादा नहीं हैं। पहले भी ऐसे मामले सामने आए हैं,जिनमें दिल्ली के फोन का इस्तेमाल नेपाल में किया जाता था।
गफ्फार में चोरी के फोन के पार्टस कहीं आपके फोन में तो नहीं लगे! पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली पुलिस पहले भी ऐसे कई बदमाशों को पकड़ चुकी है जो वारदात में आए फोन को आसानी से गफ्फार मार्किट व चांदनी चौक स्थित मार्किट में बेच दिया करते थे। दुकानदार में भी फोन के पार्टस निकालकर किसी दूसरे फोन में लगा दिया करते थे। कई जगहों पर तो फोन के कोड नंबर भी बदलकर बेचे जा रहे थे।
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