नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। राजस्थान के जोधपुर जिले में एक पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी परिवार के 11 सदस्य रविवार सुबह एक खेत में मृत पाए गए। इस घटना के बाद अब बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधना शुरू कर दिया है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट करते हुए कहा कि जोधपुर देचू में एक दर्जन पाक विस्थापित नागरिकों की मृत्यु अशोक गहलोत की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान है! उन्होंने आगे लिखा कि मृतकों में 2 पुरुष, 4 महिलाएं और 5 बच्चे हैं। एक के बाद एक, प्रदेश की बिगड़ी व्यवस्था की भयावह तस्वीरें सामने आ रही हैं! सरकार त्वरित कार्यवाही कर तथ्यों को सामने लाए!
जोधपुर देचू में एक दर्जन पाक विस्थापित नागरिकों की मृत्यु @ashokgehlot51 की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान है! मृतकों में 2 पुरुष, 4 महिलाएं और 5 बच्चे हैं। एक के बाद एक, प्रदेश की बिगड़ी व्यवस्था की भयावह तस्वीरें सामने आ रही हैं! सरकार त्वरित कार्यवाही कर तथ्यों को सामने लाए! — Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) August 9, 2020
जोधपुर देचू में एक दर्जन पाक विस्थापित नागरिकों की मृत्यु @ashokgehlot51 की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान है! मृतकों में 2 पुरुष, 4 महिलाएं और 5 बच्चे हैं। एक के बाद एक, प्रदेश की बिगड़ी व्यवस्था की भयावह तस्वीरें सामने आ रही हैं! सरकार त्वरित कार्यवाही कर तथ्यों को सामने लाए!
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घटना की कोई जानकारी न होने का दावा पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राहुल बरहाट ने कहा, ‘लेकिन उसने घटना की कोई जानकारी न होने का दावा किया। ऐसा माना जा रहा है कि यह घटना रात की है।’ बरहाट ने कहा, ‘हमें मौत की वजह और तरीके का अभी पता नहीं चला है लेकिन ऐसा लग रहा है कि परिवार के सभी सदस्यों ने रात में किसी रसायन का सेवन आत्महत्या की है।’ उन्होंने बताया कि झोंपड़ी के आसपास किसी रसायन की बदबू आ रही थी जिससे लगता है कि उन्होंने किसी चीज का सेवन किया है।
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पाक के हिंदू शरणार्थी थे भील समुदाय से जुड़े परिवार के सभी सदस्य पाकिस्तान के हिंदू शरणार्थी थे और गांव में खेत में रह रहे थे जिसे उन्होंने खेतीबाड़ी के लिए छह महीने पहले बटाई पर लिया था। पाकिस्तान के सिंध प्रांत के रहने वाले ये लोग दीर्घकालिक वीजा पर 2015 में यहां आए थे और तभी से यहां रह रहे थे। पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘‘किसी के भी शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं हैं और न ही किसी तरह की साजिश के सबूत हैं लेकिन हमने फॉरेंसिक टीम और श्वान दल बुलाया है।’’ प्रारंभिक सूचना से पता चला है कि किसी मुद्दे को लेकर परिवार में विवाद था।
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