गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत को लिया हिरासत में दो घंटे बाद छोड़ा जंतर-मंतर पर बेरोजगारी आंदोलन में शामिल होने जा रहे थे टिकैत
पूर्वी दिल्ली, 21 अगस्त (नवोदय टाइम्स): दिल्ली के जंतर मंतर पर बेरोजगारी को लेकर हो रहे आदोलन में आपने समर्थकों के साथ शामिल होने जा रहे राकेश टिकैत को दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर रोक लिया। जिसके बाद टिकैत समर्थक सडक़ पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे, दिल्ली पुलिस सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत मे लेकर मधु विहार एसीपी दफ्तर ले आई। विशेष पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था दीपेंद्र पाठक ने बताया कि उन्हें हिरासत में ले लिया गया और मधु विहार थाने ले जाया गया, जहां पुलिस ने उनसे लौट जाने का अनुरोध किया। टिकैत ने पुलिस के अनुरोध को स्वीकार कर लिया और उन्हें वापस गाजीपुर बॉर्डर भेज दिया गया।
राकेश टिकैत को हिरासत में लेने की सूचना मिलने के बाद मेरठ-मुजफ्फरनगर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में किसान अलर्ट हो गए। पश्चिमी यूपी में किसानों ने टिकैत की हिरासत के विरोध में अपने क्षेत्र के थानों पर धरने शुरू कर दिए।
लगभग दो घंटों के बाद दिल्ली पुलिस ने राकेश टिकैत को उनके समर्थकों के साथ वापस गाजीपुर बॉर्डर पर छोड़ दिया। राकेश टिकैत ने छोड़े जाने के बाद कहा कि वह यूपी वापस आ रहे हैं। जो किसान अपने जिलों में धरना दे रहे हैं उनसे धरना खत्म करने की अपील की उन्होंने कहा कि सोमवार को दिल्ली के गांधी पीस फाउंडेशन में उनका कार्यक्रम होगा। भाकियू के वरिष्ठ नेता राकेश टिकैत व उनके समर्थकों को दिल्ली पुलिस के द्वारा हिरासत में लिए जाने की वीडियो व फोटो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो गई।
राकेश टिकैत रविवार दोपहर करीब डेढ़ बजे अपने समर्थकों के साथ गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे थे कि दिल्ली पुलिस ने उन्हें बॉर्डर पर आगे जाने से रोक दिया और कहा कि आगे जाने की अनुमति नहीं है। किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने पर सवाल उठाया और कड़ी प्रतिक्रिया दी है। मेरठ, मुजफ्फरनगर समेत आसपास के जिलों में इसकी सूचना मिलने के बाद किसान और भाकियू कार्यकर्ताओं में गुस्सा है।
किसान यूनियन के नेता बबलू जिटौल और सुशील कुमार का कहना है कि आगे जैसे संगठन नेतृत्व का आदेश होगा, वैसा कदम उठाया जाएगा। राकेश टिकैत को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लियाए किसान नेताओं ने कहा कि अब नए सिरे से नई क्रांति होगी।
राकेश टिकैत ने वीडियो संदेश में बताया है कि वो जंतर.मंतर में हो रहे आंदोलन में जा रहे थे। वहां बेरोजगारी पर आंदोलन चल रहा था। राकेश टिकैत आगे कहते हैं कि वो कोई पॉलिटिकल आंदोलन नहीं है जिसमें जाने से उन्हें रोका गया। राकेश टिकैत ने ट्वीट कर के कहा है कि सरकार के इशारे पर काम कर रही दिल्ली पुलिस किसानों की आवाज को नहीं दबा सकती। यह संघर्ष अंतिम सांस तक जारी रहेगा। क्या दिल्ली में किसानों का प्रवेश बैन है, क्या कोई हरा गमछा और चद्दर ओढ़ कर दिल्ली में जा नहीं सकता।
रेकेश टिकैत को हिरासत में लेकर जंतर-मंतर पर हो रहे आंदोलन में शामिल होने से रोकने को लेकर व किसानों के अन्य मुद्दों को लेकर आएसकेएम और अन्य किसान संगठन सोमवार को ‘महापंचायत’ आयोजित करेंगे और वे बाहरी जिले के क्षेत्राधिकार से गुजरेंगे, जिसमें गाजियाबाद में गाजीपुर बॉर्डर शामिल है।
पुलिस उपायुक्त बाहरी दिल्ली समीर शर्मा ने कहा, इस सिलसिले में टीकरी बॉर्डर पर बाहरी जिले के इलाके, बड़े चौराहों, रेल मार्गों, मेट्रो स्टेशन पर स्थानीय पुलिस एवं बाहरी सुरक्षाबलों की तैनाती की जाएगी, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। इसके अलावा कानून व्यवस्था की पुख्ता व्यवस्था के लिये निर्देश पहले ही जारी कर दिया गया है।
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