नई दिल्ली/ संजीव यादव। आतंकी शहनवाज ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और इसी पढ़ाई को उसने बम बनाने में इस्तेमाल कर वह मास्टर बन गया। यही नहीं उसकी ट्रेनिंग और कारनामों को देख आईएसआईएस और इंडियन मुजाहिद्दीन जैसे आंतकी संगठनों ने उसे भारत में भेजा ताकि आतंकी गतिविधियों को बढ़ा सके। वह बेहद शांत और सरल स्वभाव का था।
पहली बार उसका नाम जब सामने आया जब उसे पूणे में उसके दोस्तों इमरान और यूसुफ के साथ पकड़ा गया। लेकिन उसी समय शहनवाज पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। हाल में ये गिरफ्तार तीनो आंतकी दो साल बाद एक दूसरे में संपर्क में आए थे,जिसके बाद इन्होंने कई शहरों की रेकी और उसके बाद ये स्लीपर सेल तैयार कर रहें थे, ताकि समय आने पर देश में सीरियल बलास्ट की साजिश को अंजाम दिया जा सके।
जांच में खुला राज, शाहनवाज चोर नहीं है आतंकी
चोर समझ स्थानीय पुलिस उसकी जांच करने लगी,और उसके घर दबिश देने पहुंची तो पुलिस दंग रह गई। उसके घर से आपत्तिजनक साहित्य और आईईडी बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला सामान बरामद किया गया,जिसके बाद पुलिस ने केस एटीएस को ट्रांसफर किया।
एटीएस ने जब युसुफ और इमरान से पूछताछ की तो पता चला कि वे दोनों स्लीपर सेल है और जबकि फरार शाहनवाज आईएसआईएस का आतंकी है और विशेष ट्रेनिंग लेकर भारत आया है और बम बनाने में माहिर है। इसकी जानकारी के बाद केस को एनआईए को ट्रंासफर किया गया।
एनआईए ने निकाली कुंडली तो पता चला, इंजीनियर नहीं बम की मशीन है शाहनवाज
एनआईए ने जब शाहनवाज का डोजियर खंगाला और जांच की तो पता चला वह गुजरात,यूपी, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों की रेकी कर चुका है और हाल में पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर आया और कुछ समय उसने कश्मीर में आंतकी संगठन के सदस्यों के साथ गुजारा है। जिसके बाद उस पर 3 लाख का इनाम घोषित किया गया।
प्रैक्टिस के लिए पुणे के जंगलों में शाहनवाज कर चुका है बलास्ट
शाहनवाज की गिरफ्तारी के बाद उसके घर से आईईडी बनाने में इस्तेमाल होने वाले रसायनों के साथ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए। जांच में पता चला है कि शाहनवाज और उसके मॉड्यूल के सदस्य पूरे उत्तर भारत में हमले करना चाहते थे। इसकी प्रैक्टिस के लिए आतंकियों ने पुणे के जंगलों में ब्लास्ट भी किया था।
तीनों आतंकियों का प्रोफाइल
शाहनवाज: विश्वेश्वरैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से माइनिंग इंजीनियर, पत्नी बंसती पटेल उर्फ मरियम, पूणे से आईएसआईएस के संपर्क में,पाक से विशेष ट्रेनिंग प्राप्त,बम बनाने में महिर,पूणे से चोरी के मामले में हो गया था फरार। उसकी गिरफ्तारी के बाद विस्फोटक बनाने वाली कई सामग्रियां बरामद की गईं, जिनमें प्लास्टिक ट्यूब और लोहे के पाइप शामिल हैं. इसके अलावा पिस्तौल, कारतूस और पाक स्थित ऑपरेटरों से भेजे गए बम बनाने का तरीका भी बरामद किया गया।
आतंकी मोहम्मद रिजवान: आजमगढ़ का रहने वाला है, इसने अलीगढ़ यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की वही से कंप्यूटर साइंस से बीटेक की। बम बनाने में माहिर इंडियन मुजाह्द्दिीन के स्लीपर सेल के संपर्क में आया। शाहनवाज से दो साल पहले से संपर्क में। दो साल पहले यूपी में एटीएस के द्वारा स्लीपर सेल की कई गिरफ्तारियों के बाद मोहम्मद रिजवान मौलाना बन गया और लखनऊ में हजरतगंज के पास एक मदरसे में रहकर स्लीपर सेल की टीम को तैयार कर रहा था, ताकि समय आने पर बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम दे सके।
आंतकी अरशद वारसी: झारखंड का रहने वाला है. उसने अलीगढ़ यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है वही से बना मोहम्मद रिजवान का दोस्त फिर आईएम संगठन के संपर्क में आया। बीटेक के दौरान ही आईएसआईएस की विचारधारा से प्रभावित,कॉलेज में एक बार हो चुका का संस्पेड,फिलहाल यूपी के मुरादाबाद में छिप कर रहा था।
केरला पार्ट= 2 की झलक दिखी शाहनवाज के प्लान में
जांच में पता चला है कि आतंकी शाहनवाज ने पूणे और दिल्ली में रहकर बीकॉम की पढ़ाई करने वाली बंसती पटेल को अपने प्यार में फंसाया। जिसके बाद उसका धर्मातंरण कर उसे मरियम नाम दिया। जिसके बाद उसे धर्म के नाम पर स्लीपर सेल बना अपनी आंतकी गतिविधियों का हिस्सा बना लिया।
फिलहाल सेल और एजेंसियां मरियम की तलाश कर रही है। एजेंसी के मुताबिक मरियम फिलहाल फरार है और वह जैतपुर में कुछ दिन पहले ही आई थी।उसकी तलाश की जा रही है,एजेंसियों केा अंदेशा है कि धर्मातंरण के बाद वह भी इनके साथ मिलकर किसी आतंकी साजिश को रच रही थी।
क्या है पुणे ISIS मॉड्यूल केस,जहां से आया शाहनवाज चर्चा में
18 जुलाई 2023 को पुणे में टू-व्हीलर चुराने के मामले में पुणे पुलिस ने शाहनवाज और मध्यप्रदेश के दो लोगों- मोहम्मद इमरान खान और मोहम्मद साकी को गिरफ्तार किया था। जब पुलिस पूछताछ के लिए उन्हें उनके ठिकाने पर ले जा रही थी, तो शाहनवाज पुलिस की गाड़ी से कूदकर फरार हो गया। मोहम्मद इमरान खान और मोहम्मद साकी से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि दोनों सुफा टेररिस्ट गैंग का हिस्सा हैं।
अप्रैल 2022 में राजस्थान में एक कार में विस्फोटक मिलने के मामले में वहां की पुलिस उन्हें ढूंढ रही है। तब पुलिस ने इस मामले को पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल केस नाम दिया। इस केस में पुलिस ने तीन और आतंकियों को मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में रखा था। जिनमें पुणे का तल्हा लियाकत खान और दिल्ली के रिजवान अब्दुल हाजी अली और अब्दुल्ला फैयाज शेख है। हाल में इन सभी आतंकियों की फोटो जारी तीन लाख का इनाम रखा गया था।
आतंकी हमला करने की थी शाहनवाज की योजना
एजेंसी को यह भी पता चला कि गिरोह ने कोल्हापुर, सांगली और सतारा में स्थानों का दौरा किया था। यह जांचने के लिए वहां टीमें भेजी थीं कि उन्होंने क्या करने की योजना बनाई थी। एटीएस ने 8 अगस्त को ठाणे जिले में दो और आरोपियों आकिफ अतीक नाचन और जुल्फिकार अली बड़ौदावाला को गिरफ्तार करने के बाद मामला एनआईए को सौंप दिया था। जांच के दौरान एनआईए को पता चला कि विदेशी हैंडलर्स की मदद से निर्देश मिल रहे थे। शाहनवाज को फरवरी में एक आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए संपर्क किया गया था।
जिन्हें एनआईए ने जारी किया था
पुणे- आईएसआईएस मॉड्यूल केस में एनआईए ने इन्हें मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में रखा है। शाहनवाज, रिजवान अब्दुल हाजी, अब्दुल्ला फैयाज शेख और तल्हा लियाकत खान।
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