Wednesday, Mar 22, 2023
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saurabh chandrakar, director app mahadev book, will make his fiancee wear a ring worth 35 crores

स्पेशल रिपोर्ट! पढ़ें- जूस बेचने वाला सौरभ कैसे बना सट्टा एप महादेव बुक का संचालक

  • Updated on 2/8/2023

नई दिल्ली / दिनेश शर्मा। चार साल पहले छत्तीसगढ़ के भिलाई जिले की नगर निगम में पंप आपरेट रमेश चंद्राकर का बेटा नेहरू नगर में जूस की दुकान करने वाला सौरभ चंद्राकर ऑन लाइन गेमिंग एप की दुनिया में में बड़ा नाम बन गया है। छत्तीसगढ़ से निकल कर दुबई में वर्ष 2019 में अपने दोस्त टायर की दुकान चालने वाले रवि उत्पल को भिलाई से बुला कर दुबई के एक शेख और दो पाकिस्तानी पार्टनरों के साथ मिल कर उसने महादेव एप को लांच किया।

अगले साल ही पूरे विश्व में लॉक डाउन लग गया। जहां पूरा विश्व आर्थिक तंगी की आशंकाओं को लेकर हाल बेहाल था वहीं उस कारोना में सौरभ चंद्राकर की किस्मत का ताला खुला। देखते ही देखते चार सालों में वह कई सौ करोड़ रुपये की संपत्ति का सम्राज्य खड़ा कर छह दिन बार यानि 13 फरवरी को भिलाई में अपने घर के पड़ोस में रहने वाले बचपन के प्यार को परवान चढ़ाते हुए अपनी उस मंगेतर को 35 करोड़ रुपये की अंगूठी रिंग सेरेमनी पर मलेशिया में पहनायेगा और 14 फरवरी यानि वैलेनटाइन डे पर उसके साथ मलेशिया में समुंदर के बीच में एक क्रूज पर सात फेरे लेगा।

इसके लिए भारत से भी उसके चुनिंदा पैनलेस्टि यानि पैनल खरीद कर कारोबार करने वाले लोगों को दुबई बकायादा ऑन लाइन कार्ड देकर बुलाया है। जिन्हें क्रूज के जरिए दस फरवरी को दुबई से मलेशिया ले जाया जायेगा और इसके बाद 10 फरवरी से लेकर 15 फरवरी तक हर दिन पार्टी होगी। इसकी पुष्टि छत्तीसगढ़ के अधिकारी भी कर रहे है। एसपी दुर्ग के मुताबिक सौरभ के शादी किए जाने की जानकारी मीडिया व अन्य स्रोतों से मिली है। कुछ लोगों को नजर रखी जा रही है। जो वहां आमंत्रित किए गए है।

अपनी भव्य शादी की तैयारियों में जुटे सौरभ चंद्राकर को ऐसे में उसके गुर्गे भारत में पकड़े जाए या छूटे उसका उसे अपने कारोबार पर असर नहीं पड़ता दिख रहा है। एक पैनल आईडी का संचालक या ब्रांच संचालक बंद हो छूटे उसे अगले ही दिन कई और पैनल व आईडी खरीदार मिल जा रहे है। जिसके चलते छत्तीसगढ़ए महाराष्ट्र पुलिस भी उसके खिलाफ केस दर्ज करती जा रही है लेकिन आर्थिक सम्राज्य को खत्म नहीं कर पा रही है।

पूरा व्यवसाय दुबई और अमेरिका से ऑपरेट किया जा रहा है। ऐसे में इस महादेव बुक एप में इंट्री ईडी यानि प्रवर्तन निदेशालय भी कर चुकी है। उसके बुक एप से जुड़े मुख्य  संचालकों रवि उत्पलए राज गुप्ताए नितिश दीवान व सागर सिंह जो महादेव बुक एप के फाउंडरों में भी है। उनकी भारत में संपत्ति का ब्यौरा एकत्र कर रही है।  

सट्टा में करोड़ो की कमाई करने के बाद सौरभ चंद्राकर व रवि उप्पल ने अपने परिवारों को दुबई बुला लिया और वहीं शिफ्ट कर दिया। सौरव के पिता ने नौकरी से वीआरएस लिया और दुबई बेटे के पास पहुंच गए। जहां उन्होंने बेटे की काली कमाई को एक नंबर में करने के लिए ज्वैलरी शॉप खोल रखी है।

वहीं रवि उप्पल के बच्चे लंदन में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं महादेव बुक एप की ब्रांच उत्तर भारत में दिल्ली एनसीआर में खोलने की कवायद हर बार लगातार फेल हो रही है। पिछले साल भी दिल्ली में महादेव एप की ब्रांच खुली थी लेकिन उसका भांडाफोड़ हो गया। तीन दिन पहले ग्रेटर नोएडा में भी भांडाफोड़ हुआ और अब नोएडा पुलिस ने भी उनकी झांसी ब्रांच का खुलासा किया है। 

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