Sunday, May 28, 2023
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केंद्रीय मंत्री को ब्लैकमेल करने की साजिश का हुआ पर्दाफाश, दबोची गई सोनू पंजाबन

  • Updated on 12/25/2017

नई दिल्ली/शाहरुख खान।  दिल्ली की लेडी डॉन सोनू पंजाबन एक बार फिर से पुलिस की गिरफ्त में है। इस बार आरोप है कि इसने सलाखों से बाहर आने के बाद एक केंद्रीय मंत्री को ब्लैकमैल करने की कोशिश और एक नाबालिग लड़की को 20 लाख रुपए में बेचा। लेडी डॉन द्वारा केंद्रीय मंत्री को ब्लैकमेल करने की जांच दिल्ली पुलिस ने गोपनीय तरीके से की और उसे आखिरकार रविवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बताया जाता है कि सोनू पंजाबन की गिरफ्तारी का ऑपरेशन बेहद गोपनीय था और इसमें क्राइम ब्रांच की टीम चार माह से काम कर रही थी। 

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जानकारी के मुताबिक नजफगढ़ में अगस्त 2014 में अपनी 16 वर्षीय लड़की के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। दर्ज मुकदमे के तहत घर के पास से लड़की का दो बदमाशों ने अपहरण कर लिया। जांच शुरू की गई लेकिन दो साल तक लड़की का पता नहीं चल पाया। जिसके बाद मामले की तफ्तीश अप्रैल 2017 में क्राइम ब्रांच के साइबर सेल को सौंप दी गई। पुलिस टीम ने टेक्निकल सॢवलांस की मदद से ढूढऩे का प्रयास किया, लेकिन लाख कोशिश के बाद भी लड़की का कुछ पता नहीं चला। 

एक केंद्रीय मंत्री को फंसाने की प्लानिंग

सूत्रों के मुताबिक सोनू पंजाबन को अभी गिरफ्तार नहीं किया जाता, लेकिन जब एक केंद्रीय मंत्री को फंसाने और ब्लैकमेल की बात सामने आई तो पुलिस हरकत में आ गई। आनन-फानन शनिवार को डीसीपी भीष्म सिंह के नेतृत्व में एसीपी संदीप लम्बा, एसआई पंकज सहित अन्य पुलिसकर्मियों की टीम गठित की गई। रविवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसे अब 7 दिन की रिमांड पर भी लिया गया है।  लेडी डॉन ने पूछताछ में लड़की को बेचने की बात कबूली है।

पुलिस ने सोनू के शिकंजे से छूटी एक लड़की को कुछ महिलाओं के फोटो दिखाए तो उसने जिस महिला को पहचाना, वह लेडी डॉन सोनू पंजाबन निकली।  

गिरफ्तारी के बाद शुरू हुई जांच

सोनू पंजाबन का नाम आते ही दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने उस पर निगाह रखने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम को ये केस सौपा। जांच में पता चला कि दो लड़कों ने लड़की का अपहरण कर उसे सोनू पंजाबन को सौंप दिया था। इसके बाद लेडी डॉन ने लड़की को देह व्यापार के दलदल में धकेल दिया। तीन-चार महीने देह व्यापार करने के बाद उसे लखनऊ के एक आदमी को 20 लाख में बेच दिया था। सोनू पंजाबन का फोन सर्विलांस पर लिया गया तो उसमें जो बाते सामने आई उससे दिल्ली पुलिस भी चकित है। पता चला कि इन दिनों फिर से सोनू पंजाबन नाबालिग लड़कियों की खरीद फरोख्त कर रही है और देहव्यापार का धंधा भी। यही नहीं, इन दिनों वह दिल्ली हरियाणा और एनसीआर में इस कार्य को अंजाम दे रही है। 

खुद लौट आई थी अपहृत लड़की...

तफ्तीश के दौरान पुलिस को पता चला कि लापता हुई लड़की जून माह में घर लौट आई है। उसने बताया कि घर के बाहर खेलते वक्त उसका दो बदमाशों ने कार में अपहरण कर लिया था और उसे एक व्यक्ति के हाथों बेचा गया था। इसे तीन लड़कों ने बेचा था और उनकी सरगना एक महिला थी, जो अक्सर बेचने वाले व्यक्ति के घर आती जाती है। हालांकि उस लड़की को उसका नाम नहीं पता था। पीड़िता ने बताया कि जिस व्यक्ति ने उसे खरीदा, उसने उससे जबरन शादी की और 6 माह बाद उसे अपने दोस्तों को परोस दिया। उसे रोजाना देहव्यापार के लिए इस्तेमाल किया जाने लगा। जब पीड़िता गर्भवती हो गई तो उसका गर्भपात करा दिया गया। पीड़िता ने बताया कि जब वह अस्पताल में थी तो मौका पाकर वह भाग निकली।

थाने में हाई वोल्टेज ड्रामा

कमला मार्केट थाने में सोनू ने उस समय हाई वोल्टेज ड्रामा खड़ा कर दिया, जब क्राइम ब्रांच की एक टीम उसे लेकर थाने पहुंची। पंजाबन ने पुलिस टीम को बाकायदा धमकाते हुए कहा कि अगर उसे हवालात में बंद किया गया तो, वह सलाखों से पटक पटककर अपना सर फोड़ लेगी और इसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस की होगी। नतीजा यह हुआ कि कुछ घंटे बाद ही उसे क्राइम ब्रांच के कोतवाली दफ्तर कार्यालय ले जाया गया। रात करीब 12 बजे क्राइम ब्रांच की एक टीम मेडिकल कराने के बाद उसे लेकर कमला मार्केट थाने पहुंची। सोनू को लगा कि पुलिस उसे शायद पूछताछ के लिए थाने लाया गया है, लेकिन जैसे ही उसे थाने की हवालात में बंद करने लगे तो उसने हंगामा शुरू कर दिया।

महिला का कहना था कि पुलिस बिना किसी बात के ऐसे गिरफ्तार नहीं कर सकती है। जब उसे लगा कि पुलिस उसे हवालात में बंद करके ही मानेगी तो उसने पुलिस टीम को यह कहकर धमकाने की कोशिश कि वह उसे जानते नहीं हैं, अगर उसे बंद किया गया, तो वह हवालात की सलाखों से टकराकर अपना सर फोड़ लेगी। कुछ देर तक तो पुलिस टीम सोनू पंजाबन के साथ मौजूद रही, लेकिन दिन निकलते ही किसी अप्रिय घटना के डर से उसे कोतवाली दफ्तर शिफ्ट कर दिया गया। वहां से प्रारंभिक पूछताछ के बाद उसे पेशी के लिए कोर्ट ले जाया गया। 

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फुकरे फिल्म भी बनी है इस पर

सोनू पंजाबन के किरदार पर ‘फुकरे’ जैसी फिल्म तक बनी थी। उस पर महाराष्ट्र क्राइम कंट्रोल एक्ट यानी मकोका जैसे कड़े कानून के तहत भी मामला दर्ज किया गया था। दरअसल, ये सारा मामला दिल्ली के जिस्मफरोशी के बाजार से जुड़ा हुआ है। आपको बता दें कि एक समय दिल्ली के सेक्स रैकेट की क्वीन बनने के लिए आपराधिक साधनों का सहारा लिया था। वर्ष 2012 में पुलिस ने सोनू पंजाबन के भाई दीपक अरोड़ा सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया था। सभी को एक व्यवसायी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। सोनू पंजाबन पर जेल में रहकर कारोबारी की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा था।  

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