नई दिल्ली/महेश चौहान। क्या गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया बच सकता था। क्या पुलिस ने उसको बचाने की जानबूझकर कोशिश नहीं की। क्या पुलिस की बदमाशों के हाथ में खून से सने हैंडमेड चाकू देखकर टिल्लू को बचाने की हिम्मत नहीं हुई थी। ऐसे कई सवाल एक ओर सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद उठ रहे हैं। जिनका सवाल तिहाड़ जेल डीजी संजय बेनिवाल से पूछे जा रहे हैं।
डीजी से मामले में रिपोर्ट भी मांगी गई है। आने वाले दिनों में मानव अधिकारी आयोग की टीम भी जेल का निरीक्षण कर सकती है। ज्ञात हो कि बीते मंगलवार सुबह छह बजकर 12 मिनट पर सैंट्रल जेल नंबर आठ वार्ड नंबर-5 कमरा नंबर-2 में जिस दीपक, राजेश, रियाज और योगेश ने गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या की दी थी। जिसका एक अंदर का फुटेज बाहर आया था।
दूसरे फुटेज में बदमाश वार कर रहे थे और पुलिस वाले देख रहे थे
नौ मिनट 36 सैकेंड की फुटेज में दस तमिलनाडू पुलिस वालों के सामने दीपक, राजेश, रियाज और योगेश ने खून से लथपथ हालत में अधमरे पड़े टिल्लू को दो दर्जन से ज्यादा बाद चाकू मारे। चारों ने छह बजकर 15 मिनट 53 सैकेंड से छह बजकर 16 मिनट 32 सैकेंड तक तमिलनाडू पुलिस के सामने टिल्लू को चाकू मारे थे। पुलिस जब एक को रोकती तो दूसरा आकर चाकू मारने लगता था।
योगेश टूंडा ने टिल्लू के कई चाकू मारने के बाद उसके चेहरे पर कई बार लात भी मारी। जबकि पुलिस वाला उससे सटकर खड़ा हुआ था। बदमाशों के गुस्से और खून से सने चाकूओं को देखकर किसी भी एक पुलिस वाले की हिम्मत नहीं हुई कि वो चारों को रोक सके। बस उनको रोकने के लिये उनसे आग्रह ही कर रहे थे।
किसी भी पुलिस वाले की हिम्मत नहीं हुई कि वो किसी भी एक बदमाश से चाकू छिन सके। जब टिल्लू की मौत हो गई और बदमाशों को भी लग गया कि अब वो मर गया। उसके बाद चारों खुद ही उस कमरे से बाहर गए थे। जिनको पुलिस ने उनको एक अन्य कमरे में बंद किया और टिल्लू के शव को चादर में डालकर बाहर ले गए थे।
जेल में पुलिस से ज्यादा बदमाशों का खौफ
जानकारों का कहना है कि जिस तरह से वीडियो सामने आई है। उससे साफ हो गया है कि हाई सिक्योरिटी इस जेल के अंदर बदमाशों का ही बोल बाला है। जिनके सामने पुलिस असहाय रहती है। जबकि जेल की बाउॅड्री व गेटों पर ही पुलिस एक्शन में दिखाई देती है।
बदमाश अपनी मर्जी से हथियार व ड्रग्स अंदर किसी तरह से मंगवा लेते हैं। जिनको पुलिस रोक भी नहीं पाती है। जबकि चैकिंग के लिये हर एक जेल के मैन गेट पर अत्याधुनिक मशीन लगी है। पुलिस वालों के बारे में कहा जाता है कि वह काफी गंभीरता से कैदियों की चैकिंग करते हैं,जिनको इसका स्पेशल ट्रैनिंग भी दी जाती है।
जो अधिकारी सख्त होता है उसको मिल जाती है धमकी
जेल अधिकारियों का कहना है कि जेल में बंद बदमाश अपने दुश्मन गैंग के बदमाशों को ही नहीं धमकी दिया करते हैं। बल्कि वो जो जेल अधिकारी उनको लेकर सख्त हो जाता है। उसको भी फोन या फिर फेस टू फेस धमकी देते है। वो भी असहाय होते हैं। उनको पता होता है कि उनको धमकी देने वाला कौन हैं।
बस वो एक अधिकारियों को लेटर लिखकर कागजी कार्यवाई पूरी करके अपने काम में लग जाते है। एक जेल अधिकारी ने बताया कि बदमाश उस वक्त धमकी देते हैं जब उनकी गैरकानूनी बात को मानने से मना कर दिया जाता है। वो अधिकारी और उसके परिवार को जान से मरवाने की धमकी तक दे देते हैं।
बदमाश उनको उनके सामने ही बोलते हैं कि उनके बारे में पूरी जानकारी है,कब वो और उनके परिवार के सदस्य कहां और कब आते जाते हैं। बस एक इशारा करना होता है। वो भी जानते हैं कि बदमाशों का बाहर किस तरह से नेटवर्क फैला होता है। इसलिये वह मजबूरन बदमाशों से नहीं मिला करते हैं। कई बार तो उस जेल के कमरे तक भी नहीं जाते हैं।
टिल्लू की हत्या के बाद कितने होंगे सस्पेंड!
टिल्लू की हत्या के बाद तिहाड़ जेल के सुपरिटेंड समेत कई अधिकारियों पर सस्पेंड की तलवार लटक रही है। हत्या को लेकर एक रिपोर्ट भी जेल प्रशासन तैयार कर रहा है। अपनो को किस तरह से बचाना है और जेल की साख व सुरक्षा को भी बचाना है। इसको लेकर जेल में अधिकारियों की मीटिंग भी गुपचुप तरीके से चल रही है। लेकिन जवाब सिर्फ तिहाड़ जेल के डीजी संजय बेनिवाल को देना है। जिन्होंने डीजी का पदभार संभालते हुए कहा था कि उनकी प्राथमिकताओं में जेल और कैदियों की सुरक्षा होगी।
हत्या की फुटेज लिक पर बदमाशों ने विरोधी गैंग को दी खुली चेतावनी!
टिल्लू हत्या की दो सीसीटीवी कैमरों की फुटेज लिक हुई। फुटेज लिक किसने की,फुटेज लिक करने का मकसद क्या रहा होगा। इसको लेकर जानकार बताते हैं कि फुटेज को जानबूझकर लिक करवाया गया होगा। जिसके पीछे बदमाशों का ही हाथ होगा। जिनसे पुलिस वालों की उठ बैठ रही होगी।
अगर ऐसा हुआ है तो साफ है कि बदमाशों ने अपने विरोध गैंग को यह दिखाने की कोशिश की है कि तिहाड़ जेल में वह कभी भी किसी को भी जान से मार सकते हैं और वो भी पुलिस वालों के सामने भी। इससे बदमाशों की जेल में ताकत ही बढ़ेगी। जबकि विरोधी गैंग में दहशत। इस फुटेज को बदमाशों ने जतला दिया कि तुमको जो करना है कर लो। जो सामने आएगा उसका यहीं हर्ष होगा। जिससे अंदेशा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में गैंगवार को एक बार फिर से इसी जेल में देखा जा सकता है।
काम पूरा होने का सबूत दिखाना था, क्या विदेश में बैठे गैंगस्टरों को
टिल्लू की हत्या का जिम्मा जिस तरह से विदेश में बैठे गोल्डी बरार ने जिम्मेदारी ली थी। उसके बाद जानकारों का मानना है कि जिस तरह से दूसरी फुटेज को पंजाबी गाने हो सीख ते लिरन ते लिफाफियां दे,शेर कह दें खुद नी तसल्लियां,सारी सारी रात पिंड सौन नी डिंडे,चमगदादन दी दार उड़े पाके टालियां के साथ डाउनलोड की गई है। उसके बाद यह कहना गलत नहीं होगा कि फुटेज को लिक करवाने का मकसद यही था कि गुर्गो को दिखाना और आकाओं को बताना था कि जो निर्देश दिये थे। वैसा ही उन्होंने किया है,जिसका सबूत दूसरी फुटेज है। यह फुटेज गैंगस्टरों के फेसबुक अकाउंड पर काफी तेजी से वायरल हो भी रही है।
टिल्लू के सहयोगी गैंगस्टरों की सुरक्षा को ओर पुख्ता करने की तैयारी
जेल अधिकारियों का कहना है कि टिल्लू की हत्या के बाद उसके सहयोगी गैंगस्टरों और गुर्गो की सुरक्षा को लेकर पुख्ता तैयारी की जा सकती है। जिस तरह से चारों बदमाश पहली मंजिल से कूदकर ग्राउंड फ्लोर पर आ गए थे। आगे ऐसा कोई न करें इसको लेकर नये तरीके से प्लानिंग भी की जा रही है। जेल अधिकारियों का कहना है कि जेल में कैदियों की सुरक्षा पुख्ता है,मगर जिस तरह से पहली मंजिल से कूदकर अंजाम दिया गया है। वो हैरान करने वाला है।
तीन दिन से जेल नंबर-आठ में नहीं सुनाई दिया शोर
जेल प्रशासन की मानें तो जिस जेल में टिल्लू की हत्या हुई है। वहां पर पिछले मंगलवार के बाद से माहौल काफी शांत दिखाई दे रहा है। बस कमरों में कैदियों को चुपचाप बातें करते हुए देखा जा रहा है। या फिर वो टिल्लू की खबरों को देखने की कोशिश करते रहते हैं। शुक्रवार को भी दूसरे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को देखते रहे। फुटेज देखने के बाद कैदियों में बातें थी कि पुलिस अगर कोशिश करती तो शायद टिल्लू जिंदा बच सकता था। लेकिन पुलिस ने ऐसा किया नहीं,बल्कि बदमाशों का ही साथ देती नजर आई।
मोदी सरकार ने मणिपुर के पहाड़ी इलाकों में AFSPA कानून 6 महीने के लिए...
मणिपुर के मुख्यमंत्री से इस्तीफा लें PM मोदी, सर्वदलीय बैठक बुलाकर हल...
दिल्ली सेवा विवाद : दलीलों को लेकर सुप्रीम कोर्ट का केंद्र, दिल्ली...
दिल्ली में मोहल्ला बस योजना : DTC ई-बसें खरीदने के लिए करेगी करार
अडाणी पोर्ट्स 19.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर के अन्य बॉन्ड वापस खरीदेगी
अडाणी मामले में कांग्रेस ने SEBI जांच पर उठाए सवाल, जेपीसी की मांग...
उज्जैन में सड़क पर खून से लथपथ मिली 12 वर्षीय लड़की, जांच में...
राहुल गांधी ने कुलियों के साथ मुलाकात का वीडियो जारी कर महंगाई और...
दिल्ली-एनसीआर की तर्ज पर करना पड़ सकता है अयोध्या का भी विस्तार :...
दिल्ली में चोरी के संदेह में एक व्यक्ति की पीट- पीट कर हत्या