Sunday, Oct 01, 2023
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तीन बार पुलिस से बच निकला था शातिर दिमाग मोनू 

  • Updated on 6/3/2023

नई दिल्ली/संजीव शर्मा। विद्युत निगम के ठेकेदार नवीन भारद्वाज की हत्या के मामले में फरार चल रहे ईनामी बदमाश मोनू की यूं तो पुलिस बीते दो माह से तलाश में जुटी थी, लेकिन शुक्रवार को उसे कामयाबी हाथ लग गई। तलाश के दौरान मोनू का तीन बार पुलिस टीम से आमना-सामना हुआ और तीनों बार शातिर दिमाग बदमाश भागने में कामयाब हो गया। सूत्रों की मानें तो दो बार इस बदमाश ने पुलिस टीम पर बेखौफ अंदाज में फायरिंग की और पुलिस द्वारा लगाई गई बैरिकेड्स को तोडक़र वह भागने में कामयाब रहा।


पुलिसिया सूत्र बताते हैं कि नवीन भारद्वाज हत्याकांड के बाद से पुलिस की एक टीम लगातार मोनू का पीछा कर रही थी। पीछा करने के दौरान उत्तराखंड, राजस्थान और बागपत में पुलिस का उससे आमना-सामना हुआ। उत्तराखंड और राजस्थान में मोनू फायरिंग करते हुए बच निकला। जबकि बागपत में वह बुलेट बाइक से भागने में कामयाब हो गया। बताया गया है कि राजस्थान में जब मोनू का पुलिस टीम से सामना हुआ तो वह पुलिस की बुलेरो गाड़ी को टक्कर मारते हुए भागने में कामयाब हो गया। उत्तराखंड में उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी और बैरिकेड्स तोडक़र भागने में कामयाब हो गया। यहां उसने अपनी फॉरच्यूनर गाड़ी छोड़ दी थी। जो लावारिस हालत में हरिद्वार पुलिस ने बरामद कर ली। बताया गया है कि यह फॉरच्यूनर गाड़ी नवीन हत्याकांड के मास्टरमाइंड एवं जेल में बंद शेखर चौधरी की है। पुलिस की मानें तो फरारी के दौरान मोनू ने फॉरच्यूनर, थार और बुलेट बाइक का इस्तेमाल किया। 


नवीन हत्याकांड के बाद खाटू श्याम के दर्शन को गया था मोनू, नेपाल में ली पनाह
सूत्र बताते हैं कि नवीन भारद्वाज हत्याकांड के बाद मोनू राजस्थान स्थित खाटू श्याम मंदिर गया था। उसने राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड और यूपी के बागपत व मुजफ्फरनगर में फरारी काटी। पुलिस से बचने के लिए वह नेपाल भी गया था। नेपाल में कुछ दिन रहने के बाद वापस लौट आया था। अधिकांश समय उसने राजस्थान में ही गुजारा। सूत्रों की मानें तो अपनों से संपर्क करने के लिए मोनू इंटरनेट कॉल का इस्तेमाल कर रहा था। 


मोनू के टारगेट पर मुरादनगर के पांच नाम
सूत्रों का कहना है कि फरारी के दौरान भी मोनू ने मुरादनगर क्षेत्र के पांच लोगों को जान से मारने की धमकी दी थी। नवीन भारद्वाज और मुकेश गोयल हत्याकांड के बाद से जहां मोनू का व्यापारियों में खौफ था। वहीं, इन पांचों व्यक्तियों ने खुद को अंडरग्राउंड कर रखा था। यही वजह है कि मोनू को जब पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया तो घटनास्थल के नजदीकी मंदिर से उसके खौफ और मारे जाने की सूचना प्रसारित की गई। 


कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद पुलिस का पहला एनकाउंटर 
30 नवम्बर 2022 को जिले में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद पुलिस द्वारा किया गया यह पहला एनकाउंटर सामने आया। जिसमें पुलिस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आतंक का पर्याय बनते जा रहे 50 हजारी बदमाश मोनू को मुठभेड़ में मार गिराया। मोनू के मारे जाने पर एक ओर जहां पुलिस ने राहत की सांस ली। वहीं, क्षेत्र के लोगों ने भी पुलिस टीम की प्रशंसा की है। बतादें कि कुछ दिन पूर्व यूपी एसटीएफ ने मेरठ में दुर्दांत अपराधी अनिल दुजाना को मुठभेड़ में मार गिराया था। अनिल दुजाना के मारे जाने के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक और दुर्दांत अपराधी का पुलिस ने खात्मा किया है। 


 

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