-शालीमार बाग और शकूरपुर मेट्रो स्टेशन पर लोगों को मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन की सुविधाएं देने के लिए टेंडर जारी -योजना के तहत पीडब्ल्यूडी और डीएमआरसी मिलकर करेंगे काम -रोड मार्किंग और पैदल चलने वालों के लिए बेहतर सुविधाएं होंगी नई दिल्ली/ ताहिर सिद्दीकी। दिल्ली सरकार ने शालीमार बाग और शकूरपुर मेट्रो स्टेशन पर लोगों को मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन की सुविधाएं देने के लिए टेंडर जारी किया है। इसके तहत एक ही जगह पर बस,ऑटो व ई-रिक्शा की सुविधा मिलेगी। मेट्रो से उतरने के बाद लोगों को लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए सार्वजनिक परिवहन सेवा के लिए यहां-वहां भटकना नहीं पड़ेगा। इस योजना के तहत पैदल मार्ग में सुधार किया जाएगा, रोड मार्किंग व ड्रेन वर्क भी किया जाएगा। मेट्रो स्टेशनों पर उतरने के बाद ज्यादातर जगहों पर घर और ऑफिस पहुंचने के लिए लोगों को स्थानीय परिवहन के साधनों पर निर्भर रहना पड़ता है। ऐसे में यह सुविधा लोगों को सहूलियत देने के साथ उनका समय भी बचाएगी। मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन के तहत सभी परिवहन विकल्प एक ही जगह पर उपलब्ध होगी। इस कार्य पर 97,35,329 रुपए खर्च किए जाएंगे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इसके बन जाने से यात्रियों को मेट्रो स्टेशन के बाहर बस,ऑटो,ई-रिक्शा समेत परिवहन के अन्य साधन आसानी से मिल सकेंगे। पीडब्ल्यूडी और डीएमआरसी साथ मिलकर इस परियोजना पर काम करेंगे। इस तरह काम करने से इस परियोजना की लागत में कमी आएगी और निर्माण कार्य भी समय से पूरा हो सकेगा। इस परियोजना पर काम करने के लिए लोक निर्माण विभाग ने टेंडर जारी किया है। सरकार की योजना आगे सभी मेट्रो स्टेशनों पर यह सुविधा देने की है। ---- मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन में होंगे ये काम मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन (एमएमआई) में मौजूदा पैदल मार्ग में सुधार करते हुए उसमें सीसी पेवर ब्लॉक बनाना, डीबीसी द्वारा वाहनों के कैरिजवे में सुधार, एमएस रेलिंग, रोड फिक्स्चर, रोड मार्किंग और अन्य कार्यों जैसे ड्रेन वर्क शामिल होंगे। इससे लोगों की सहूलियतें बढ़ेंगी तो दूसरी तरफ ट्रेन, मेट्रो, बस या टैक्सी में सफर करने वालों को राजधानी के किसी भी छोर तक पहुंचने में दिक्कत नहीं होगी। ---- यहां भी मिलेगी सुविधा इससे पहले कडक़डड़ूमा कोर्ट मेट्रो स्टेशन से लास्ट माइल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग ट्रांजिट सिस्टम के मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन पर काम करने के लिए भी टेंडर जारी कर चुका है। इस परियोजना पर काम करने के लिए 45,31,300 रुपए की अनुमानित लागत की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है। इस परियोजना के तहत सडक़ के बुनियादी ढांचे में सुधार किया जाएगा। मेट्रो स्टेशनों के पास सडक़ों पर भीड़भाड़ कम करने और लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए सुविधाएं प्रदान करने की परिकल्पना की गई है। आईआईटी और पंचशील पार्क मेट्रो स्टेशन पर भी सरकार मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन विकसित करेगी। इससे रोजाना हजारों लोगों का आवागमन सुगम होगा। इस कार्य पर 4.59 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इनके बन जाने से यात्रियों को परिवहन के सभी साधन आसानी से मिल सकेंगे।
Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।
ओडिशा : कोरोमंडल एक्सप्रेस बालासोर में पटरी से उतरी, 50 की मौत, 350...
अंकिता भंडारी के परिजन ने की हत्याकांड की पैरवी कर रहे विशेष लोक...
हरियाणा : पुरानी पेंशन की बहाली के लिए सरकारी कर्मचारियों का साइकिल...
विपक्षी नेताओं के खिलाफ राजद्रोह कानून का इस्तेमास करना चाहती है...
बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं हुई तो किसान पहलवानों को जंतर-मंतर लेकर...
22 जून को अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री...
राजद्रोह के मामलों में सजा बढ़ाकर सात वर्ष की जाए : विधि आयोग की...
सिसोदिया को शनिवार को अपने घर पर बीमार पत्नी से मिलने की इजाजत मिली
पदक विजेता बेटियां न्याय मांग रही हैं और प्रधानमंत्री मोदी चुप हैं:...
राहुल गांधी ने मुस्लिम लीग को धर्मनिरपेक्ष पार्टी बताया, BJP ने की...