नई दिल्ली/टीम डिजिटल। एक तरफ जहां मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट मामले में आप सरकार और अधिकारियों के बीच जारी घमासान खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। तो वहीं, इसी बीच ऐसी खबर आ रही है कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश आज केजरीवाल कैबिनेट बैठक में हिस्सा ले सकते है। इस तरह की खबर से क्या यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुख्य सचिव और दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच सब सहीं होने के आसार पैदा हो सकते हैं। वहीं, थप्पड़ वाले कांड के बाद अब दिल्ली मुख्य सचिव ने केजरीवाल को खत लिखा है जिसमें उन्होंने उम्मीद जताई है कि उनके साथ दुबारा मारपीट न हो।
#Delhi Chief Secretary Anshu Prakash writes to Delhi CM over today's meeting of council of ministers on budget session, says, 'will attend the meeting on the assumption that CM will ensure there is no physical attack & verbal assault on the officers' pic.twitter.com/NpfAr80EMV — ANI (@ANI) February 27, 2018
#Delhi Chief Secretary Anshu Prakash writes to Delhi CM over today's meeting of council of ministers on budget session, says, 'will attend the meeting on the assumption that CM will ensure there is no physical attack & verbal assault on the officers' pic.twitter.com/NpfAr80EMV
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दरअसल अधिकारियों और कर्मचारियों की संयुक्त फोरम ने सोमवार को अपने तेवर और कड़ा करते हुए उपराज्यपाल अनिल बैजल और पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से मुख्य सचिव से मारपीट मामले में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई करने की अपील की।
फोरम ने कहा कि अपनी गलती मानकर माफी मांगने की बजाए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री इसे नकार रहे हैं जो यह दिखाता है कि वे साजिश का हिस्सा थे। आप सरकार ने अपने मंत्री राजेंद्रपाल गौतम को अधिकारियों से सुलह करने के लिए आगे किया लेकिन मामला सुलझने की बजाय उलझता जा रहा है।
संयुक्त फोरम ने साफ कर दिया कि जब तक मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री माफी नहीं मांगते तब तक सरकार के प्रतिनिधि से कोई बात नहीं होगी। संयुक्त फोरम ने इस बाबत एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें कहा गया है कि जब तक केजरीवाल और सिसोदिया विशेष तौर पर लिखी गई और सार्वजनिक की गई माफी नहीं मांग लेते और जब तक अधिकारियों की निजी सुरक्षा तथा सम्मान सुनिश्चित करने के लिए कदम नहीं उठाए जाते,तब तक वे आप के मंत्रियों के साथ कामकाज में केवल लिखित संवाद का ही प्रयोग करेंगे।
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प्रस्ताव में कहा गया है कि ज्वाइंट फोरम ऑफ दिल्ली गवर्मेंट एम्प्लाइज राजनीतिक प्रतिनिधि से किसी भी तरह की बातचीत से पहले मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की ओर से मुख्य सचिव पर हुए हमले की आपराधिक घटना के संबंध में खासतौर पर लिखी गई और सार्वजनिक की गई माफी की मांग करती है।
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