Thursday, Mar 30, 2023
-->
demonstration-took-place-in-du-on-the-third-day-classes-will-run-from-17

डीयू में तीसरे दिन भी हुआ प्रदर्शन, 17 से चलेंगी कक्षाएं

  • Updated on 2/9/2022

नई दिल्ली/टीम डिजिटल।  दिल्ली विश्वविद्यालय में ऑफलाइन कक्षाएं बहाल करने की मांग को लेकर विद्याॢथयों का नार्थ कैम्पस में चल रहा विरोध प्रदर्शन बुधवार को तीसरे दिन में प्रवेश कर गया। विद्यार्थियों ने अपनी मांगों को अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए तरह-तरह के तरीके अपनाए। छात्र संगठनों ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर कॉलेज अविलंब खोलने की मांग की। वहीं दूसरी तरफ डीयू प्रशासन ने कहा है कि 17 फरवरी से कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। छात्र संगठनों ने इसे अपनी जीत बताया है।

डीयू कुलसचिव ने जारी किया आदेश
डीयू में प्रत्यक्ष कक्षाओं की बहाली की मांग को लेकर छात्र संगठनों के प्रदर्शनों के जारी रहने के बीच विश्वविद्यालय की एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि 17 फरवरी इस प्रकार कक्षाएं शुरू हो जाएंगी।      पार्टी लाइन से ऊपर उठकर छात्र संगठन मांग कर रहे हैं कि दिल्ली विश्वविद्यालय अविलंब प्रत्यक्ष कक्षाएं शुरू करे।  डीयू की प्रोक्टर रजनी अब्बी ने कहा कि 17 फरवरी से विश्वविद्यालय में प्रत्यक्ष कक्षाएं बहाल हो जाएंगी। डीयू कुलसचिव की तरफ से इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। आदेश के मुताबिक 17 फरवरी से स्नातक और स्नातकोत्तर की कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। इसके अलावा अलग-अलग राज्यों से दिल्ली पहुंचने वाले छात्रों को कॉलेज आने से पहले तीन दिन के लिए अनिवार्य क्वारंटाइन रहना होगा। कॉलेज की प्रयोगशालाएं और कैंटीन 17 फरवरी से खुल जाएंगी।

विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश ङ्क्षसह ने मंगलवार को कहा था,  हम विश्वविद्यालय को फिर खोलने को सोच रहे हैं और हम शीघ्र ही ऐसा करेंगे। विद्यार्थी अधीर हो रहे हैं। यह एक बड़ी व्यवस्था है। हम महाविद्यालयों के प्राचार्यों से संपर्क कर रहे हैं। सोमवार को एक बैठक हुई थी और उन्होंने कॉलेजों का संक्रमणरोधन शुरू किया था और तब छात्रावास भी तो हैं। विद्यार्थी भी बाहर हैं और वे कुछ समय लेंगे। हम इस माह के आखिर से पहले खोल देंगे। डीयू के कॉलेजों को कोविड-19 महामारी के आलोक में मार्च, 2020 में बंद कर दिया था। विश्वविद्यालय ने पिछले साल फरवरी में प्रैक्टिल सत्र बहाल करने का फैसला किया था लेकिन दूसरी लहर के बाद उसे निलंबित कर दिया गया था। सितंबर में विश्वविद्यालय ने अंतिम वर्ष के स्नातक विद्याॢथयों एवं स्नातोकोत्तर विद्याॢथयों को परिसर में आने की अनुमति दी थी लेकिन उनकी उपस्थिति बहुत कम थी।

छात्रों ने विभिन्न तरीके अपनाकर किया प्रदर्शन
डीयू में ऑफलाइन कक्षाएं बहाल करने की मांग को लेकर विद्याॢथयों का नार्थ कैम्पस में चल रहे प्रदर्शन में बुधवार को स्टूडेंट््स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने सडक़ पर कक्षा अभियान की शुरुआत की। इसमें डीयू की पूर्व ईसी सदस्य व मिरांडा हाउस की प्रोफेसर आभा देव हबीब ने विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद की कार्यप्रणाली और शिक्षा प्रणाली में होने वाले बदलावों पर बात की।  हबीब ने इस दौरान अकादमिक परिषद की कथित अलोकतांत्रिक प्रवृत्ति को रेखांकित किया और चार साल के पूर्वस्नातक पाठ्यक्रम (एफवाईयूपी) और केंद्रीय विश्वविद्यालय समान प्रवेश परीक्षा (सीयूसीईटी) को विद्यार्थी विरोधी नीति करार दिया। वाम दलों से सबद्ध ऑल इंडिया स्टूडेंट््स एसोसिएशन (आईसा) ने ऑफलाइन कक्षाएं बहाल करने की मांग को लेकर कला संकाय के बाहर  चक्का जाम का आयोजन किया। क्रांतिकारी युवा संगठन ने बुधवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के कार्यालय शास्त्री भवन का घेराव कर अपना विरोध जताया। प्रदर्शन में शामिल प्रदर्शनकारियों ने विरोध में मुंडन भी कराया।      

जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया
एबीवीपी और डूसू के कार्यकर्ता उत्तरी परिसर में अनिश्चितत कालीन अनशन पर बैठे थे। सैकड़ों छात्रों ने अकादमिक काउंसिल की मीटिंग के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के उपरांत डीयू की प्रॉक्टर प्रो रजनी अब्बी, डीन स्टूडेंट्स वेल्फ़ेर पंकज अरोरा औररजिस्ट्रार विकास गुप्ता ने आकर प्रदर्शन कर रहे एबीवीपी और डूसू के पदाधिकारियों से बात की और अनशन तुड़वाया और कैंपस को 17 फरवरी से खोलने की घोषणा भी की। डूसू अध्यक्ष के नाम पर विश्वविद्यालय ने लिखित रूप से कैम्पस खोलने का पत्र सौंपा एवं शाम तक सभी दिशानिर्देश जारी करने की बात कही। इसके उपरांत अनशन पर बैठे 10 छात्रों को जूस पिला कर उनका अनिश्चित क़ालीन अनशन पूर्ण कराया गया। प्रदर्शन के दौरान उपस्थित एबीवीपी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक तथा दिल्ली के प्रांत मंत्री सिद्धार्थ यादव ने कहा की हम डीयू को खुलवाने को लेकर विगत तीन दिनों से लगातार प्रदर्शन कर रहे थे, जिसमें हमारे कार्यकर्ता बुधवार से अनशन पर भी बैठे हुए थे। अभाविप पिछले दो सालों से कैम्पस को खुलवाने की लड़ाई लड़ रहा है और हमें ख़ुशी है की यह लड़ाई पूरी हुई। यह विश्वविद्यालय के प्रत्येक छात्र की जीत है।
----

 

Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।
comments

.
.
.
.
.