Wednesday, Mar 22, 2023
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every day 11 thousand tons of garbage is produced, ten percent is plastic

हर दिन पैदा होता है 11 हजार टन कचरा, दस प्रतिशत होता है प्लास्टिक

  • Updated on 1/21/2023

-उपराज्यपाल ने शुरू किया प्लास्टिक को हराने के लिए 100 दिन अभियान 
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आज सराय काले खां स्थित बांसेरा पार्क से दिल्ली नगर निगम के महत्वाकांक्षी श्प्लास्टिक को हराने के लिए 100 दिन अभियान का शुभारंभ किया। उपराज्यपाल ने  कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों को रोजाना प्लास्टिक का इस्तेमाल ना करने की शपथ भी दिलाई। निगम द्वारा इस अनूठे अभियान की  शुरुआत निगम क्षेत्र को प्लास्टिक मुक्त बनाने के उद्देश्य से की गई है। 
     इस दौरान उपराज्यपाल ने अभियान के शुभंकर निवारण दादी भी जारी किया। प्लास्टिक के खिलाफ  इस 100 दिवसीय अभियान का समापन 22 अप्रैल 2023 को अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी दिवस के मौके पर होगा। अभियान के शुभारंभ कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार, डीडीए के वाइस चेयरमैन शुभाशीष पांडा, निगमायुक्त ज्ञानेश भारती, प्लागमैन के नाम से मशहूर पर्यावरण कार्यकर्ता  रिपुदमन बेलवी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
     उपराज्यपाल ने कहा कि अब प्लास्टिक के दुष्प्रभाव जगजाहिर हैं। हमारे यहां जमा होने का मकसद है कि हम सब दिल्ली को कैसे प्लास्टिक मुक्त बनाएं। कोई भी योजना जनभागीदारी के बिना सफल नहीं होती। मुझे इस बात की खुशी है कि आरडब्ल्यूए और मार्केट एसोसिएशन के लोगों ने दिल्ली को प्लास्टिक मुक्त बनाने का बीड़ा उठाया है। हम निश्चित ही इस प्रयास में सफल होंगे। 
      दिल्ली में हर साल होने वाले जलभराव की समस्या का उल्लेख करते हुए उन्होने कहा कि इसके लिए प्लास्टिक भी बहुत हद तक जिम्मेदार है। उन्होने कहा, मेरा विजन है कि दिल्ली खूबसूरत शहर बने और इसके लिए अधिक से अधिक प्रयास हो रहे हैं। निगम औैर पीडब्ल्यूडी की सड़कें साफ हो रही हैं। अभी बहुत काम करना है। उपराज्यपाल ने कहा कि अगर हम लोग सब्जी, दुकान वाले और अन्य लोगों से प्लास्टिक थैला लेना बंद कर देंगे तो यह समस्या अपने आप ही खत्म होने लगेगी। अब तक 120 आरडब्ल्यूए जीरो वेस्ट कॉलोनी घोषित की गई हैं, कूड़े के पहाड़ भी कम हो रहे हैं। 
      निगमायुक्त ने बताया रोजाना 11 हजार टन कचरा पैदा होता है जिसमें दस प्रतिशत प्लास्टिक कचरा होता है। प्लास्टिक हजारों वर्षों में भी डिकंपोज नहीं होता है और यह पर्यावरण को दूषित करता रहता है। हांलाकि प्लास्टिक का विकल्प ना होने के चलते ये प्रतिबंध पूर्ण रूप से लागू करने में परेशानी आ रही है। लेकिन इस्तेमाल खत्म कर के हम इस समस्या से निपट सकते हैं। अभियान में दुकानों, बाजारों का निरीक्षण कर उन्हें प्लास्टिक इस्तेमाल न करने के लिए जागरूक किया जाएगा। 
 

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