नई दिल्ली/टीम डिजिटल। दिल्ली जल बोर्ड ने आज अपने बिलिंग सिस्टम को अपडेट किया है। इसके बाद किसी भी उपभोक्ता का बिल पिछले महीने के 1.5 गुना से ज्यादा नहीं हो सकता। यदि बिल इससे अधिक हो जाता है तो आपको दिल्ली जल बोर्ड की तरफ से एक स्पष्टीकरण दिया जाएगा और इस आधार पर ग्राहक शिकायत दर्ज करा सकते हैं। दिल्ली जल बोर्ड किसी भी प्रकार की गलती के लिए जवाबदेह और उत्तरदायी होगा। दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष, व दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन ने यह जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली सरकार को कई शिकायतें मिलीं, जिसमे बताया गया कि मीटर रीडर्स या तो मौजूदा मीटर रीडिंग की तस्वीर अपलोड नहीं करते थे या फिर एक रैंडम इमेज अपलोड करते थे और बाद में उसे खुद से सत्यापित कर उचित समझे जाने पर रीडिंग अलग से डालते हैं। जब तक कोई उपभोक्ता इसके लिए शिकायत दर्ज नहीं करता थाए तब तक इस प्रक्रिया की कोई जांच नहीं होती थी। उन्होने कहा कि अधिकतर उपभोक्ता अपने बिलों का भुगतान सही मानते हुए करते हैं और द्विमासिक बिलिंग चक्र में खपत पैटर्न में बदलाव को महसूस नहीं करते हैं। राजस्व अधिकारियों के साथ मंत्री सत्येन्द्र जैन की चली इस लंबी बैठक में इन मुद्दों को सामने लाया गया और गलत बिल बनाने की इस प्रक्रिया को रोकने के लिए निम्नलिखित ऐतिहासिक कदम उठाए गए। उन्होने कहा कि अब मीटर रीडिंग, रीडर के तरीके बदलने से भ्रष्टाचार को मिटाने और मौजूदा व्यवस्था में मौजूद परेशानियों को दूर किया जा सकेगा। यह सिस्टम दिल्ली के लोगों को आसान, पारदर्शी बिलिंग प्रणाली देगा।
महत्तवपूर्ण फैसले... -पिछले बिल की तुलना में पानी की खपत 50 फीसदी से अधिक या कम होने पर मीटर रीडर के टैबलेट से बिलिंग रोकने के लिए एक सिस्टम चेक होगा। मीटर रीडिंग द्वारा लिए गए फोटो के अनुसार पानी की खपत की पुष्टि के बाद ही जेडआरओ कार्यालय द्वारा बिल जनरेट किया जा सकता है। यह कदम गलत रीडिंग बिलों पर अंकुश लगाएगा, जो बनाए जा रहे थे। -राजस्व अधिकारियों द्वारा सिस्टम में रेंडम आधार पर रोजाना मीटर रीडिंग इमेज ऑडिट होगा। इससे व्यवस्था में पारदर्शिता आएगी। व्यवस्था पर दिल्ली जल बोर्ड द्वारा कड़ी निगरानी रखेगा जिससे हेरफेर की संभावना न के बराबर हो जाएगी। इससे मौजूदा बिलिंग प्रणाली से संबंधित सभी खामियों को भी दूर किया जा सकेगा। काम पहले और आसान हो जाए। -दिल्ली जल बोर्ड अपने विजिलेंस सिस्टम को मजबूत करेगा। टैबलेट द्वारा अपलोड किए गए अनुचित फोटो के मामले में मीटर इंस्पेक्टर दोबारा जांच करेंगे और रीडिंग में गलतियों के मामले में मीटर रीडर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मीटर रीडिंग का फोटो सही नहीं आता है, तो इस स्थिति में मीटर निरीक्षक साइट का दौरा कर रीडिंग फोटो की जांच करेंगे। यदि रीडिंग फोटो में गड़बड़ी होगी, तो मीटर रीडर के खिलाफ सख्त कारवाई की जाएगी। -जल बोर्ड के 41 जोनों में लगभग 26.50 लाख उपभोक्ताओं की रीडिंग लेने वाले लगभग 900 मीटर रीडर हैं। इनमें से लगभग 18 लाख उपभोक्ता मुफ्त पानी योजना के तहत जीरो बिल का लाभ उठाते हैं। -मीटर रीडर के लिए रोटेशन सिस्टम भी बिलिंग सिस्टम को मजबूत और पारदर्शी बनाने में मदद करेगा। इस रोटेशन सिस्टम में हर बिलिंग साइकल में मीटर रीडर्स बदले जाएंगे। इसके द्वारा मीटर रीडर और ग्राहक में किसी भी प्रकार का सबंध नहीं बनेगा, जिससे भ्रष्टाचार पर नकेल कसी जाएगी। सिस्टम में किसी भी प्रकार शिकायत का कम मौका देगी। उपभोक्ताओं को पारदर्शी तरीके से और समयबद्ध तरीके से सेवाएं मिलेंगी।
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