नई दिल्ली/टीम डिजिटल। दिल्ली नगर निगम शहरी विकास मंत्रालय की मदद से तीन बायो गैस संयंत्र बना रही है। इन बायो गैस संयंत्र की सहायता से राजधानी में प्रभावी डेयरी तंत्र स्थापित करने में मदद मिलेगी, जिससे अनाधिकृत डेयरियों से छुटकारा मिलेगा। गोबर के वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण करने में मदद मिलेगी जोकि पहले नालियों में बहाने के कारण उन्हें जाम कर देता था अथवा लैंडफिल साइटों पर ढेर लगा दिया जाता था। बायो गैस संयंत्र के आरंभ होने के पश्चात गोबर मिश्रित पानी में बह कर यमुना नदी को प्रदूषित नहीं कर पाएगा जिससे कि नदी को प्रदूषित होने से बचाया जा सकेगा। बायो गैस संयंत्र की सहायता से डेयरी मालिक अपने पशुओं का गोबर बेच कर अतिरिक्त आय भी पा सकेंगे। बायो गैस संयंत्रों की स्थापना शहरी विकास मंत्रालय द्वारा शहरी विकास फंड के अंतर्गत प्रत्येक संयंत्र को 3 करोड़ रूपये की वायबिलिटी गैप फंडिंग की सहायता से हो रही है। करीबन 200 टन प्रतिदिन की क्षमता वाले बायो गैस संयंत्रों का निर्माण गोयला डेयरी, नंगली डेयरी एवं घोगा डेयरी में किया जा रहा है।
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