Sunday, Apr 02, 2023
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Petrol, diesel prices will come down if excise duty is reduced, not VAT

वैट नहीं एक्साइज ड्यूटी कम हो तो पेट्रोल, डीजल की कीमतें हो जाएंगी कम

  • Updated on 4/30/2022

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैट की दरें न घटाने को लेकर राज्य सरकारों को आड़े हाथ लेते हुए कहा था कि वैट न घटने से कीमतें आसमान पर हैं, नागरिकों को मुश्किलें हो रही हैं। इस पर आम आदमी पार्टी ट्रेड विंग ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखकर कहा है कि मौजूदा स्थिति में पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों की वजह वैट से कहीं ज्यादा एक्साइज ड्यूटी है, जो केंद्र सरकार वसूल रही है।
       विंग के संयोजक बृजेश गोयल ने कहा कि महंगे ईंधन के लिए पेट्रोलियम कंपनियां भी कम जिम्मेदार नहीं हैं। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री को पेट्रोलियम कंपनियों के साथ मीटिंग कर उपभोक्ताओं के लिए दाम घटाने चाहिए। आंकड़े देते हुए उन्होने बताया कि 2014 में केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनी थी। उस समय कच्चा तेल का भाव 105.60 डॉलर प्रति बैरल था, जबकि आज 105.44 डॉलर प्रति बैरल है। बीच में दाम 80 डॉलर प्रति बैरल तक गिर गए। इसके बावजूद जनता को सस्ता पेट्रोल और डीजल नहीं मिला। 2014 में पेट्रोल 61.37 रुपये प्रति लीटर और आज 105.41 रुपये है। 
      उन्होने कहा कि 2014 में दिल्ली सरकार पेट्रोल पर 20 प्रतिशत वैट लगाती थी जो कि अब  घटकर 19.40 प्रतिशत हो गया है। वहीं केंद्र सरकार 2014 में पेट्रोल पर 9 रुपये  प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी लेती थी जो कि आज 27.90 रुपये प्रति लीटर हो गई  है। यानी एक्साइज ड्यूटी में 210 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी कर दी है। इसी तरह से डीजल 2014 में डीजल 50.51 रुपए और आज 96.67 रुपये प्रति लीटर है। तब 12.50 प्रतिशत वैट ािा जो कि अब 16.75 प्रतिशत है। तब केंद्र 3.50 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी लगाती थी आज 21.80 रुपये है। करीबन 522 प्रतिशत एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई है। उन्होने कहा कि आज पेट्रोल का वास्तविक मूल्य 56.52 रुपये है उस पर 3.86 डीलर कमिशन, 17.13 रुपये वैट और 27.90 रुपये एक्साइज है। डीजल 58.16, डीलर कमिशन 2.59, 14.12 रुपये वैट और 21.80 रुपये एक्साइज ड्यूटी है। प्रधानमंत्री से उन्होने कहा कि वैट नहीं एक्साइज अगर कम हो जाए तो पेट्रोल, डीजल की कीमतें कम हो जाएंगी। 
 

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