Sunday, Jun 04, 2023
-->
students-upset-due-to-change-of-center-at-the-last-minute-of-cuet

सीयूईटी अंतिम समय में केंद्र बदले जाने से छात्र परेशान

  • Updated on 8/18/2022

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। अंतिम समय में परीक्षा केंद्रों में बदलाव, बहुत दूर केंद्र (सेंटर) दिये जाने और पुन: परीक्षा के विकल्प को लेकर कुछ स्पष्टता नहीं होने के चलते कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) यूजी के चौथे चरण के दूसरे दिन वीरवार को भी अव्यवस्थाओं का बोलबाला रहा। वीरवाल को प्रथम पाली की परीक्षा आयोजित की गई।
अभ्यर्थी नेहा ङ्क्षसघल ने कहा, मेरी सूचना पर्ची में मेरे द्वारा चुने गये शहर को परीक्षा केंद्र शहर के रूप में दर्शाया गया था, लेकिन मेरे प्रवेश पत्र में 150 किलोमीटर दूर परीक्षा केंद्र दिया गया और वहां प्रवेश सुबह साढ़े आठ बजे बंद हो गया। मैं राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) से संपर्क करने की कोशिश कर रही हूं, लेकिन अभी तक इसमें सफल नहीं हो पाई हूं। एक अन्य अभ्यर्थी अंजलि मिश्रा ने कहा, मेरे प्रवेश पत्र में कल दोपहर तक कोई और केंद्र दिख रहा था और आज कोई अन्य केंद्र दिख रहा है। मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है कि मेरे केंद्र में अंतिम क्षण में क्या कोई बदलाव किया गया है। मुझे इस बात की भी जानकारी नहीं है कि क्या मुझे फिर से परीक्षा में बैठने का अवसर दिया जाएगा।
  विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कहा था कि बुधवार को तकनीकी गड़बड़ी के चलते प्रभावित हुए अभ्र्यिथयों को 25 अगस्त को दोबारा परीक्षा देने का मौका मिलेगा।  सीयूईटी के 11,000 अतिरिक्त परीक्षाॢथयों को 17 से 20 अगस्त को चौथे चरण की परीक्षा में शामिल होना है, लेकिन उनके लिए परीक्षा 30 अगस्त के लिये टाल दी गई है ताकि परीक्षा केंद्र उनकी पसंद के शहर में दिए जा सकें।  प्रारंभिक योजना के अनुसार, सीयूईटी-यूजी के सभी चरणों की परीक्षा 20 अगस्त तक समाप्त होनी है। परीक्षा का आयोजन करने वाली राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने बाद में घोषणा की कि परीक्षा के सभी चरण 28 अगस्त तक पूरे हो जायेंगे, लेकिन अब कार्यक्रम को फिर आगे बढ़ा दिया गया है और अब परीक्षा को छह चरणों में विभाजित किया गया है।     
&&&&&

 

 

Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।
comments

.
.
.
.
.