नई दिल्ली,टीम डिजिटल। क्रोध मानव का सबसे बड़ा दुशमन है। क्रोध जब अपनी चरमावस्था पर होता है, तो रिशते टूटने का कारण भी बन जाता है। चाहे वह संबंध पति-पत्नी का हो, पिता-पुत्र का या साझेदार का हो। क्रोध सरस रिश्तों में कड़वाहट घोल देता है। ज्योतिषशास्त्र में इसके कारण और निवारण इस प्रकार बताए गए हैं-
चंद्रमा को बुद्धि, विवेक तथा वाणी का कारक बताया गया है। गुरु को ज्ञान का कारक माना है। जब ये ग्रह किसी अशुभ प्रभाव में होते हैं, तो इंसान का दिमाग और वाणी पर काबू नहीं रहता है। इसी तरह मंगल हिम्मत का तथा सूर्य शक्ति का कारक माना जाता है। इनसे निर्मित अशुभ योगों से हिम्मत दुस्साहस में तथा शक्ति क्रोध में बदल जाती है। जिन लोगों को गुस्सा बहुत आता है, उन्हें ये उपाय करने से मदद मिलेगी-
चांदी की चंद्राकृति के मध्य मोती जड़वा कर लॉकेट के रूप में धारण करें। आग्नेय कोण में शयन नहीं करें (पूर्व और दक्षिण के बीच का कोना)। वास्तु के अनुसार अपने गुस्से को कंट्रोल करने के लिए किचन काउंटर में शीशा लगवाएं। अमावस्या को पितरों के नाम गायत्री मंत्र का जप करें। 21 दिन तक शुक्लपक्ष के सोमवार से लेकर नित्य ॐ जूं स: मंत्र का शिवालय में बैठकर 11 माला मंत्र की जपें। बहुत अधिक गुस्सा करने वाले अपने जीवन में जल तत्व की मात्रा को बढ़ाएं। इससे तन और मन शांत रहते हैं।
Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।
दिल्ली भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता अगले बजट तक विधानसभा से निलंबित
स्विमिंग पूल में उतरीं Shweta Tiwari, बिकनी अवतार में देख आहें भरने...
Birth Anniversary: जब नेहरूजी से बहस कर बैठे थे बिस्मिल्लाह खां, फिर...
आज की राजनीति के 'मीर जाफर' हैं राहुल गांधी, माफी मांगनी ही...
श्रद्धा की रिकॉर्डिंग सुन भावुक हुए पिता, कहा- बेटी का अंतिम संस्कार...
CM केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा, ‘दिल्ली का बजट न...
1984 सिख दंगा पीड़ितों में 14 लोगों को मिली सरकारी नौकरी
चैत्र अमावस्या 2023: आज ये राशियां रहेंगी नसीब वाली
मजबूत वैश्विक रुझानों के बीच शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स, निफ्टी चढ़े
Bday Spl: एक्ट्रेस नहीं बनना चाहती थीं Rani Mukharjee , इस मजबूरी के...