Wednesday, Mar 29, 2023
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Sankashti Chaturthi: संकष्टी चतुर्थी पर ऐसे करें विघ्नहर्ता की पूजा, नहीं तो होगा भारी नुकसान

  • Updated on 12/3/2020

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। किसी भी नए काम की शुरुआत भगवान गणेश की पूजा करके होती है। माना जाता है कि भगवान गणेश की पूजा अर्चना करने से सभी काम पूरे हो जाते हैं। आज संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi 2020) है इस मौके पर आज हम आपको बताने वाले हैं कि इन दिन भगवान गणेश की पूजा कैसे करना चाहिए और इस दिन का क्या महत्व है।

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ऐसे करें पूजा
इस दिन व्रत रख भगवान गणेश से मनचाहे फल की कामना की जाती है। पूजा और व्रत के लिए इस दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर लें। उसके बाद गणेश भगवान की पूजा आरंभ करें। गणेश जी की मूर्ति के नीचे लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और मुर्ति का मुख पूर्व या उत्तर दिशा में रखें। इसके बाद भगवान गणेश के आगे दिप जला कर फूलों की माला अर्पित करें। उनकी आरती उतार कर लड्डू का भाग लगाएं और प्रसाद सभी को दें। 

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महत्व
इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। भगवान गणेश सभी विघ्नों को हर लेते हैं। इतना ही नहीं इस दिन पूजा करने से आपके अंदर और आपके आसपास की सभी नकारात्मक ऊर्जा भी खत्म हो जाती है। जिसके बाद आपकी लाइफ में सब ठीक होने लगता है। इसलिए ही भगवान गणेश को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है।

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सेहत की समस्या में होगा सुधार
संकष्टी चतुर्थी हर महीने की कृषण पक्ष (Krishna Paksha) और शुक्ल पक्ष (Shukl Paksh) की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। पूर्णिमा के बाद आने वाले चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा विधि- विधान से किया जाता है और उन्हें खुश किया जाता है। जिससे उनका आशीर्वाद मिल सके और सेहत की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाए। 

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तिथि और मुहुर्त
बृहस्पतिवार, दिसंबर 3, 2020 को
संकष्टी चतुर्थी के दिन चन्द्रोदय- 19:51
चतुर्थि तिथि प्रारंभ- दिसम्बर 03, 2020 को 19:26 बजे
चतुर्थि तिथि समाप्त- 1दिसम्बर 04 , 2020 को 20:03

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