नई दिल्ली/टीम टिडिटल। इंडियन सिनेमा के इतिहास में पहली बार डिफेंस मिनिस्टर श्री राजनाथ सिंह ने फिल्म मेजर का स्लोगन #JaanDoongaDeshNahi. इस फिल्म में अदिवि शेष और साई एम मांजरेकर नज़र आयेंगे। फिल्म के डायरेक्टर शशि किरण टिक्का और एक्टर अदीवी शेष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से दिल्ली में मिले, और उन्हें फिल्म का ट्रेलर दिखाया। इतना ही नहीं उन्होंने नेशनल हीरो की स्टोरी के बारे में डिस्कस भी किया।
View this post on Instagram A post shared by Sesh Adivi (@adivisesh) बहुप्रतीक्षित फ़िल्म मेजर की बात करें तो, यह एक मनोरंजक फिल्म है जो सच्ची घटनाओं पर आधारित है, साथ ही यह दर्शाती है कि कैसे वास्तविक जीवन के नायक मेजर संदीप उन्नीकृष्णन ने शहिद होने से पहले , हेरिटेज होटल पर कुख्यात हमले के दौरान 26 नवंबर, 2011 को मुंबई के ताजमहल पैलेस होटल में आतंकवादी हमले में बंधकों जान बचाई। राजनाथ सिंह ने फिल्म के स्लोगन का अनावरण किया। तिरंगे फॉन्ट में 'जान दूंगा देश नहीं' शब्द एक शुद्ध सफेद कैनवास पर सेट किया गया था। ये स्लोगन संदीप उन्नीकृष्णन का फाइंडमेटल फिलोसॉफी था। यह स्लोगन उनके स्पिरिट और इमोशन को हाइलाइट करते हैं और वे इसी नजरिए से जिंदगी को जीते थे। उनके लिए उनका देश सबसे पहले आता था। बातचीत के दौरान रक्षा मंत्री ने उनके प्रयासों के लिए टीम की सराहना की। उन्होंने भारत के एक वीर नायक की कहानी प्रस्तुत करने के लिए शशि किरण टिक्का और अदिवी शेष को बधाई दी। फिल्म के निर्माता जल्द ही रक्षा मंत्री और उनके परिवार के लिए एक विशेष स्क्रीनिंग का आयोजन करेंगे। Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।south actor Adivi Shesha Movie Major Movie Major Slogan Union Defense Minister Rajnath Singh entertainment comments
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बहुप्रतीक्षित फ़िल्म मेजर की बात करें तो, यह एक मनोरंजक फिल्म है जो सच्ची घटनाओं पर आधारित है, साथ ही यह दर्शाती है कि कैसे वास्तविक जीवन के नायक मेजर संदीप उन्नीकृष्णन ने शहिद होने से पहले , हेरिटेज होटल पर कुख्यात हमले के दौरान 26 नवंबर, 2011 को मुंबई के ताजमहल पैलेस होटल में आतंकवादी हमले में बंधकों जान बचाई।
राजनाथ सिंह ने फिल्म के स्लोगन का अनावरण किया। तिरंगे फॉन्ट में 'जान दूंगा देश नहीं' शब्द एक शुद्ध सफेद कैनवास पर सेट किया गया था। ये स्लोगन संदीप उन्नीकृष्णन का फाइंडमेटल फिलोसॉफी था। यह स्लोगन उनके स्पिरिट और इमोशन को हाइलाइट करते हैं और वे इसी नजरिए से जिंदगी को जीते थे। उनके लिए उनका देश सबसे पहले आता था।
बातचीत के दौरान रक्षा मंत्री ने उनके प्रयासों के लिए टीम की सराहना की। उन्होंने भारत के एक वीर नायक की कहानी प्रस्तुत करने के लिए शशि किरण टिक्का और अदिवी शेष को बधाई दी। फिल्म के निर्माता जल्द ही रक्षा मंत्री और उनके परिवार के लिए एक विशेष स्क्रीनिंग का आयोजन करेंगे।
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