नई दिल्ली/टीम डिजिटल। बॉलीवुड स्टार आयुष शर्मा ने अपने प्यारे दादा के निधन पर शोक करते हुए दिवंगत पूर्व दूरसंचार मंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुख राम शर्मा की याद में एक दिल छू लेने वाला नोट लिखा है।
दिवंगत पूर्व दूरसंचार मंत्री वो शख्स हैं, जिन्होंने देश में सेलुलर फोन पर पहली कॉल करके भारत में दूरसंचार क्रांति लाने की तरफ अपना कदम बढ़ाया था। इस तरह से पंडित सुख राम शर्मा न सिर्फ मंडी, हिमाचल प्रदेश बल्कि पूरे देश में सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक रूप में अपनी जगह बनाई।
जैसा की इस बुधवार, 11 मई को नम आँखों के साथ सभी को पीछे छोड़कर जाने वाले दिग्गज नेता के निधन से परिवार ही नहीं बल्कि पूरा देश दुख में डूबा हुआ है। ऐसे में आयुष शर्मा ने अपनी पत्नी अर्पिता खान शर्मा के साथ हिमाचल प्रदेश के मंडी में राजकीय अंतिम संस्कार में अपने दादा को अंतिम सम्मान दिया।
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इस तरह से आयुष शर्मा ने अपना दुख व्यक्त करते हुए, अपने दादा के लिए अपने प्यार का इजहार करते हुए कई तस्वीरो की सीरीज के साथ एक नोट लिखा, जिसमें उन्होंने कहा है कि, "दादा आप जहां भी हों, मुझे यकीन है कि आप मुस्कुरा रहे हैं। आपको वह विदाई मिली जिसके लिए आपने जीवन भर काम किया है। भारतीय तिरंगे में लिपटे इस दुनिया से जाना। यह हमारे जीवन में एक बड़ा खालीपन है जिसे कभी नहीं भरा जा सकता है। आपकी क्रांति से हर भारतीय के हाथ में एक फोन है, लेकिन दुर्भाग्य से मेरा फोन अब यह कहते हुए नहीं बजेगा, “दादा कॉलिंग ".
पंडित सुख राम, जो केंद्र में नरसिम्हा राव सरकार में संचार विभाग संभालने वाले एक शक्तिशाली केंद्रीय मंत्री थे, उन्हें तबीयत बिगड़ने के बाद मंडी से दिल्ली एयरलिफ्ट किया गया था।
उनके कार्यकाल के दौरान, 31 जुलाई, 1995 को, भारत ने पहली बार मोबाइल फोन कॉल करके एक ऐतिहासिक मील का पत्थर छुआ था, जिसे पूर्व केंद्रीय दूरसंचार मंत्री, सुख राम और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री, ज्योति बसु के बीच किया गया था। यह कॉल नोकिया फोन पर किया गया था, कथित तौर पर नोकिया रिनगो, और वो भी सबसे पहले मोदी टेल्स्ट्रा मोबाइल दूरसंचार नेटवर्क की मदद से।
बता दें कि पंडित सुख राम शर्मा को ब्रेन स्ट्रोक के बाद दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 95 वर्षीय राजनेता की शुक्रवार दोपहर को तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके बाद परिवार ने शनिवार को उन्हें एयरलिफ्ट करके दिल्ली ले जाने का फैसला किया, जबकि बुधवार को उन्होंने अंतिम सांसें लीं।
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