Monday, Sep 25, 2023
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City Of Dreams S3 Review: सियासी जंग में इस बार बने कई मोहरे, कुर्सी के लिए आपस में भिड़ा हर रिश्ता

  • Updated on 5/26/2023

Rating : 4

Cast : अतुल कुलकर्णी (Atul Kulkarni), प्रिया बापट(Priya Bapat), एजाज खान (Eijaz Khan), सचिन पिलगांवकर (Sachin Pilgaonkar)

Director : नागेश कुकनूर (Nagesh Kukunoor)

नई दिल्ली,टीम डिजिटल। ‘सिटी ऑफ ड्रीम्स’ उन वेब सीरीज़ में से एक है जो उस समय आई थी जब वेब सीरीज़ का नया नया दौर शुरू हुआ था, और इसके पहले और दूसरे सीज़न्स को दर्शकों द्वारा खूब पसंद किया गया। इसका पहला सीजन 2019 में आया था, जबकि दूसरा सीजन 2021 में रिलीज हुआ था। ऐसे में दर्शकों को इसके तीसरे सीज़न का इंतज़ार और सताने लगा था, मगर अब वो इंतज़ार भी खत्म हो गया है क्यूंकि डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज़ हो चूका है ‘सिटी ऑफ ड्रीम्स सीज़न 3’ , जिसमें एक बार फिर सियासत के घिनौने चेहरे को दिखाया गया है और बताया गया है कि कैसे कुर्सी के लिए यहां हर रिश्ता आपस में भीड़ जाता है। इस सीरीज़ में अतुल कुलकर्णी, प्रिया बापट, एजाज खान, सचिन पिलगांवकर और रणविजय सिंघा मुख भूमिका में नज़र आ रहें है और इसका निर्देशन नागेश कुकनूर द्वारा किया गया है।  

कहानी

‘सिटी ऑफ ड्रीम्स सीज़न 3’ की कहानी वहीं से शुरू होती है जहां से सीज़न 2 की कहानी खत्म हुई थी। दिखाया गया है कि दंगों के बाद महाराष्ट्र की सीएम पूर्णिमा गायकवाड़ कहीं गायब हो चुकी है वहीं खुद के पैरों पर खड़े रहने के बावजूद अमेय गायकवाड़ अंदर से टूट चुका है। हालांकि बेटी को नजरअंदाज करने वाले अमेय राव गायकवाड़ अब बदल चुके हैं वो अपनी गायब बेटी को ढूंढ़ने की जिम्मेदारी वो वसीम खान पर सौंपते हैं, लेकिन अब पूर्णिमा के वापस आने के बाद क्या अमेय राव गायकवाड़ का रवैया बदल जाएगा? अब इसके बाद सियासत की इस जंग में कैसे रिश्ते आपस में भिड़ते हैं ये तो आपको सीरीज़ देखकर ही पता चलेगा।

एक्टिंग –

इस बार के सीज़न में कई नए किरदार भी जोड़े गए हैं, लेकिन ज़्यादातर वही किरदार हैं जिन्हें हमने पहले और दूसरे सीज़न में देखा था, तो उनकी एक्टिंग तो सब पहले ही देख चुके है जो वाकई कबील-ए-तारीफ है। प्रिया बापट ने फिर एक बार पूर्णिमा के किरदार में जान फूंक डाली , मां का दर्द और मुख्यमंत्री का फ़र्ज़ दिखाते हुए उन्होंने अपने बाकमाल अदाकारी से दर्शकों का फिर दिल जीत लिया।  अतुल कुलकर्णी और सचिन पिलगांवकर की अदाकारी का भी कोई तोड़ नहीं है। एजाज खान और रणविजय सिंघा का किरदार भी काफी अच्छा है और उन्होंने अपने किरदार के साथ पूरा न्याय भी किया है। कुल मिलाकर कहा जाए तो अदाकाराओं की एक्टिंग वाकई कबील-ए-तारीफ है।

रिव्यू –

अगर आपको पॉलिटिकल ड्रामा देखना अच्छा लगता है तो ये सीरीज आपको काफी पसंद आएगी क्यूंकि इसमें सियासत के उन पहलुओं को भी दिखाया गया है जो हमारी नज़रों से कोसों दूर हैं। इस बार भी सीरीज़ में प्लॉट सेम ही रखा गया है, जिससे लोग इसकी तुलना सीज़न 1 और 2 से कर रहें हैं। हालांकि कुछ पॉइंट्स पर ये सीरीज़ पहले और दूसरे सीज़न से पीछे नज़र आई लेकिन ओवर ऑल ये कहना गलत नहीं है कि सीज़न 3 भी काफी दमदार है।

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