नई दिल्ली/टीम डिजिटल। अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के बेटे नमाशी चक्रवर्ती जल्द ही रोमांटिक ड्रामा फिल्म 'बैड बॉय' के जरिए बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रहे हैं। राजकुमार संतोषी के निर्देशन में बनी इस फिल्म के ट्रेलर को काफी पॉजीटिव रिएक्शन मिल रहे हैं। फिल्म का प्रमोशन भी जोरों शोरों से चल रहा है। इस फिल्म में नमाशी चक्रवर्ती के अलावा अमरीन कुरैशी, जॉनी लीवर, राजपाल यादव, राजेश शर्मा, सास्वता चटर्जी और दर्शन जरीवाला मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। 'बैड बॉय' 28 अप्रैल 2023 को सिनेमाघरों में दस्तक देने के लिए तैयार है। इस बारे में नमाशी चक्रवर्ती और अमरीन ने पंजाब केसरी/ नवोदय टाइम्स से खास बातचीत की -
सवाल- फिल्म का टाइटल 'बैड बॉय' ही क्यों रखा गया है? जवाब- नमाशी मुस्कुराते हुए कहते हैं कि जिस वक्त मुझे यह फिल्म मिली, उस वक्त काम मिल जाना ही बहुत बड़ी बात थी। आज मैं बहुत गर्व से कह सकता हूं कि इस फिल्म में मुझे साजिद कुरैशी और राजकुमार संतोषी सर ने लॉन्च किया है, तो इसका टाइटल अगर टॉयलेट बॉय भी होता तो भी मैं कर लेता। नाम चाहे कुछ भी हो फर्क नहीं पड़ता, मुझे सिर्फ काम से मतलब है। मेरे फादर की पहली फिल्म का नाम था "मृगया', इसके बारे में भी कुछ नहीं पता था। इसके मुकाबले 'बैड बॉय' तो फिर भी काफी मॉर्डन और ट्रेंडी लगता है। जब आप फिल्म देखेंगे तो आपको खुद ही मालूम हो जाएगा कि इस फिल्म का नाम बैड बॉय क्यों रखा गया। इसके अलावा यह नाम काफी नया है। लोगों के दिमाग में बैठ रहा है, उनसे कनेक्ट हो रहा है। सवाल- पहली फिल्म में काम करने का आपका एक्सपीरियंस कैसा रहा ? जवाब- मैं एक खास बात आपको बताता हूं अगर आपकी डेब्यू फिल्म है और आपका कैरेक्टर हाई स्टैंडर्ड है तो आपकी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। मेरा किरदार एक टपोरी लड़के का है। आप उसके दायरे में रहकर ही एक्टिंग कर सकते हैं । आप यह नहीं कह सकते कि यहां एक इमोशनल सीन डाल दो, या पंच डाल दो। आप सिर्फ फिल्म की स्क्रिप्ट पर काम करते हैं। वहीं इस फिल्म में जो भी हमने अच्छा काम किया, वो राज जी का क्रेडिट है। इसके अलावा जो भी खराब चीजें हमने की, उसे नजरअंदाज कर दीजिए क्योंकि यह हमारी पहली फिल्म है। सवाल- आपको अपनी लाइफ के किस स्टेज पर पता चला कि आप एक्टर बनना चाहते हैं? जवाब- 4 सितंबर 1992 को यह कीड़ा मेरे अंदर आ गया था। यह मेरा डेट ऑफ बर्थ है जिस दिन में पैदा हुआ था, तभी से यह जद्दोजहद चल रही है। फाइनली कुछ ही दिनों में मेरा सपना सच होने वाला है। मैंने बचपन से ही यह डिसाइड कर लिया था कि मैं एक्टर बनूंगा। मेरी फैमिली ने मुझसे सिर्फ इतना कहा था कि आज के टाइम पर जो इंडस्ट्री है उसमें खुद को प्रूफ करना बहुत मुश्किल है, इसीलिए अपने काम को सौ प्रतिशत दो और जो भी काम आए, ले लो। किसी भी तरह का अवसर मत छूटने दो। मेरे फैमिली में सिफारिश का कोई नामोनिशान नहीं है आपको जो करना है खुद ही करना है। सवाल- एक्टर के बेटे होने का आपको कितना फायदा मिला ? जवाब- नमाशी कहते हैं कि इन सवालों के जवाब मेरे पास आजतक नहीं है। सोचो अगर मैं मिथुन चक्रवर्ती का बेटा नहीं होता, तो क्या साजिद कुरैशी मुझे अपना एक घंटा देते, क्या राजकुमार संतोषी मुझसे मिलते। नहीं... इसीलिए मैं कह सकता हूं कि इन सबका फायदा तो मुझे मिला है। अमरीन को भी कुछ हद तक इसका एडवांटेज मिला। जब किसी और को भी पता चलता है कि आप मिथुन चक्रवर्ती के बेटे से मिल रहे हैं तो वह खुद ब खुद अपना बिहेवियर बदल लेते हैं और ये अच्छी बात है ऐसा कहकर मैं किसी की बुराई नहीं कर रहा हूं। तो वह जो एक घंटा मुझे मिला वो मेरे पिता की वजह से मिला, लेकिन उस एक घंटे के बाद मेरा हुनर काम आएगा। जब हम काम करेंगे तो उस वक्त सिर्फ मैं नमाशी ही हूं, मिथुन चक्रवर्ती का बेटा नहीं।
सवाल- जब आपको पता चला कि आप राजकुमार संतोषी की फिल्म से डेब्यू करने जा रही हैं तो आपको कैसा फील हुआ ? जवाब- जैसे कहते हैं न कि बच्चे का हाथ पकड़कर उसे रास्ता दिखाना। इस मामले में मैं बहुत लकी रही हूं कि राज जी ने मुझे रास्ता दिखाने का काम किया। उन्होंने मुझे पूरी जर्नी दिखाई , इसी बीच मुझे उनसे काफी कुछ सीखने को भी मिला। मुझे पता था कि मैं एक सेफ हैंड में हूं। कभी-कभी हमारी क्वालिटीज हमें खुद को भी नहीं पता होती हैं वो चीज जब आप किसी के अंडर काम करते हैं तो पता चलती है। मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। सवाल- यह आपकी पहली फिल्म है तो इसे लेकर आपके ऊपर कितना प्रेशर है ? जवाब- मेरे हिसाब से जब पूरी फिल्म बन जाती है तो लोग फाइनल रिजल्ट देखते हैं। अगर वो आपका अच्छा होता है तो पीछे क्या हुआ, वो कोई नहीं देखता है। हमारे डायरेक्टर ने इसमें पूरा साथ दिया। उन्हें पता था कि हम क्या गलती कर रहे हैं, किस चीज में सुधार की जरूरत है। तो वो हमें समझाते थे। इस बीच हमने काफी गलतियां भी की, जिसके लिए हमने बहुत डांट भी खाई है। पहले हफ्तें में तो मैं रो पड़ी थी। फिर सभी ने समझाया कि तुम क्यों नहीं कर पा रही हो। इसके बाद मेरी एक्टिंग में बेस्ट चीज निकलकर सामने आई। सवाल- लोगों के दिमाग में यह परसेप्शन है कि फिल्म इंडस्ट्री से ताल्लुक रखने वाले लोगों के बच्चों को फिल्म जल्दी मिल जाती है इस बारे में आपका क्या कहना है? जवाब- मेरे पिता एक प्रोड्यूसर हैं। मेरे हिसाब से उन्होंने भी अपने टाइम पर काफी स्ट्रगल किया था। वह अपने बच्चों के लिए अच्छा ही चाहते हैं। उन्होंने इतनी मेहनत की ताकि हमें एक अच्छा प्लेटफॉर्म मिल सके, लेकिन वह सिर्फ कुछ हद तक ही हमें सपोर्ट कर सकते हैं। इसके आगे की जर्नी तो हमें खुद ही तय करनी होगी। आप अपने टेलैंट के दम पर ही इस इंडस्ट्री में टिके रह सकते हैं। सवाल- मिथुन सर ने जब आप दोनों की यह फिल्म देखी तो उनका क्या रिएक्शन था? जवाब- मिथुन सर तो सेट पर ही मौजूद थे तो उन्होंने हमें लाइव देखा है। वो 'जनाबेआली' सॉन्ग में भी हैं तो उन्हें पता है कि हमने सब कुछ कैसे किया है। मेरे हिसाब से वह नमाशी से ज्यादा मुझे फेवरेटिज्म करते थे। इसी के साथ जब मैं कोई गलती करती थी तो वह मुझे समझाते थे और जब भी मैं कोई अच्छा काम करती थी तो वो मुझे अप्रेशिएट भी करते थे।
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