Friday, Sep 22, 2023
-->
film-notebook-third-song-bumro-released

'नोटबुक' का तीसरा गाना 'बुमरो' हुआ रिलीज, कर देगा कई यादें ताजा!

  • Updated on 3/13/2019

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कश्मीरी फ्लेवर को वापस लाते हुए और उसमें एक इनोसेंट आकर्षण को जोड़ते हुए, नोटबुक का तीसरा गीत 'बुमरो' आपका दिल जीत लेगा। ऋतिक रोशन की फिल्म मिशन कश्मीर से बुमरो गाने को रिक्रिएट करते हुए, नोटबुक के निर्माताओं ने लोकगीत में एक कंटेम्परेरी टच जोड़ा है। यह गाना कमाल खान ने गाया है और विशाल मिश्रा द्वारा रचित है।

इस गाने में जहीर इकबाल और बच्चों के बीच मासूम और चंचल साझेदारी नजर आ रही है जो आपका दिल जीत लेगी। झील के बीच स्थित स्कूल में गाने को रीक्रिएट करते हुए, 'बुमरो' में कलाकार पेप्पी नंबर पर पैर थिरकाते हुए नजर आ रहे हैं।

फिल्म 'नोटबुक' में 6 बच्चों के रोल के लिए हुआ 200 से भी ज्यादा बच्चों का ऑडिशन!

सोशल मीडिया पर इस गाने को शेयर करते हुए सलमान खान फिल्म्स ने ट्वीट किया, 'The fun-filled tunes, that will leave you hooked! 3rd song of #Notebook, #Bumro out now.'

चूंकि यह फिल्म कश्मीर में स्थापित है, ऐसे में फिल्म के निर्माता लोकप्रिय बुमरो गीत को रीक्रिएट करने से खुद को रोक नहीं पाए। इस गाने में बच्चों के साथ जहीर इकबाल हुक स्टेप के साथ रंग जमाते हुए नजर आ रहे हैं। 'नहीं लगदा' और 'लैला' के बाद 'बुमरो' फिल्म का तीसरा गाना है।

कश्मीर की पृष्ठभूमि में स्थापित 'नोटबुक' दर्शकों को एक रोमांटिक सफर पर ले जाएगी, जिसे देख कर आपके जहन में सवाल उमड़ पड़ेगा कि, क्या आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ प्यार में पड़ सकते हैं जिससे आप कभी मिले नहीं है?

फिल्म 'नोटबुक' के लिए तैयार हुआ एक अनोखा फ्लोटिंग सेट

'नोटबुक' को कश्मीर की खूबसूरत घाटियों में फिल्माया गया है, जिसमें दो प्रेमी फिरदौस और कबीर की प्रामाणिक प्रेम कहानी के साथ-साथ बाल कलाकारों की दमदार कास्टिंग देखने को मिलेगी जो कहानी में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

नितिन कक्कड़ द्वारा निर्देशित यह फिल्म सलमान खान, मुराद खेतानी और अश्विन वर्दे द्वारा निर्मित है। फिल्म 'नोटबुक' 29 मार्च, 2019 को रिलीज होने के लिए तैयार है।

Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।
comments

.
.
.
.
.