Wednesday, May 31, 2023
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Birthday Special: जानिए, क्यों खय्याम ने दी आशा को 'उमराव जान' के लिए बेटे की कसम

  • Updated on 9/8/2017

Navodayatimesनई दिल्ली/ ज्योति। बॉलीवुड की जानी मानी सिंगर जिन्होनें, 'पिया तू अब तो आजा', 'दम मारो दम', 'चुरा लिया है तुमने जो दिल को', 'जरा सा झूम लूं मैं' जैसे कई गानें गाए हैं। जिनके बोल जुबां पर आते ही दिल सचुमच में झूमने लगता है। इसके पीछे वजह है आशा भोसले की सुरीली आवाज। आज आशा भोसले का जन्मदिन है। इसी के साथ ही आज वह 84 साल की हो गई हैं। आशा ने अपने सिंगिग करियर की शुरुआत 10 साल की उम्र में की थी। आशा ताई के जन्मदिन के मौके पर जानते हैं उनकी जिदंगी से जुड़ी कुछ ऐसी ही दिलचस्प बातें।

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करियर की शुरूआत:-

आशा ने अपने सिंगिग करियर की शुरुआत 10 साल की उम्र में की थी। 16 साल की उम्र में आशा ने फिल्म ‘रात की रानी’ में पहला सोलो गाना गाया। आशा ने अपने करियर की शुरुआत सिंगर के रूप में की थी वहीं वह एक्टिंग मे भी इंट्रेस्टिड थी। वहीं वह एक बेहतरीन मिमिक्री आर्टिस्ट भी हैं।

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जब आर डी बर्मन ने लगाई आशा को डांट:-

एक समय तो ऐसा था जब आशा सिर्फ पंचम दा के लिए गाने गाती थीं। उनकी रिकॉर्डिंग के समय फिर वो किसी और को समय नहीं देती थीं। 1981 का एक किस्सा है। म्यूजिशियन कल्याण सेन ने फिल्म 'मुन्नी बाई' के एक गाने की रिकॉर्डिंग के लिए आशा ताई को अप्रोच किया। उनके पीए बाबू भाई के जरिए आशा जी की रजामंदी मिल गई। इसके लिए 5 हजार रुपए फीस तय हुई।

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कल्याण सेन भी अपनी पूरी टीम के साथ रिकॉर्डिंग के लिए पहुंच गए। तब बाबू भाई ने कहा कि आशा जी के दांत में दर्द है आप बाद में आना। वहीं कल्याण सेन को खबर मिली थी कि वो उसी दिन अपने पति आरडी बर्मन के लिए रिकॉर्डिंग कर रही थीं। वो रोते हुए आरडी बर्मन के ऑफिस पहुंच गए।

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कल्याण जी की बात सुनते ही आर डी बर्मन ने आशा को कस के डांटा और अपनी रिकॉर्डिंग कैंसिल करवा दी। इसके बाद मुन्नी बाई का गीत 'लो संभालो दिल बड़ी मुश्किल' तैयार हुआ।

जब खय्याम ने दी आशा को उमराव जान के लिए बेटे की कसम:-

मुजफ्फर अली की फिल्म 'उमराव जान' के 10 गानों में से 5 गाने आशा भोसले ने गाए थे। फिल्म के संगीतकार खय्याम की वजह से आशा को फिल्म के लिए गाने का अपना पुराना स्टाइल बदलना पड़ा था। एक वक्त ऐसा भी आ गया था कि इसे लेकर खय्याम और आशा में बिगाड़ तक की बात आ गयी थी। खय्याम ने  एक वेबसाइट से बातचीत में इस बारे में विस्तार से बताया।

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खय्याम ने बताया कि उमराव जान बनाते समय उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती थी कमाल अमरोही की फिल्म 'पाकीजा' के हिट संगीत से अलग संगीत देना। 'पाकीजा' और 'उमराव जान' दोनों ही फिल्में लखनऊ की तवायफों की जिंदगी पर आधारित थीं। पाकीजा का संगीत गुलाम मोहम्मद ने दिया था और फिल्म के गीत गाए थे आशा की बड़ी बहन लता मंगेशकर ने खय्याम ने बताया कि वो नहीं चाहते थे कि उमराव जान के गाने पाकीजा जैसे प्रतीत हो इसलिए उन्होंने आशा भोसले को चुना।

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फिल्म का संगीत देने के लिए खय्याम ने मिर्जा हादी रुसवा का उपन्यास उमराव जान अदा पढ़ने के साथ ही उस जमाने के इतिहास और वाद्य यंत्रों का अध्ययन किया। खय्याम को अध्ययन के बाद पता चला कि बेहद खूबसूरत उमराव जान प्रशिक्षित शास्त्रीय गायिका और कथक नृत्यांगना थीं और शायरी भी करती थीं।

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तब जाकर वो ये तय कर पाए कि फिल्म का गीत-संगीत कैसा होना चाहिए। आशा अभ्यास के बाद गाने रिकॉर्ड कराने पहुंचीं। खय्याम ने संगीत इत्यादि की पूरी व्यवस्था पहले से कर रखी थी। शुरू में आशा आराम से गाना गा रही थीं लेकिन धीरे-धीरे उनका आत्मविश्वास खोने लगा। आशा के हाथ-पांव फूलने लगे।

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जल्द ही उनकी हिम्मत टूट गयी और उन्होंने खय्याम से कह दिया कि वो इतने नीचे सुर में नहीं गा सकेंगीl उस जमाने में म्यूजिक अरेंजमेंट आज के जमाने जैसा आसान नहीं था। इसलिए आशा ने खय्याम को उनके बेटे प्रदीप की कसम दिलाई कि वो गाने को दोबारा भी रिकॉर्ड करेंगे। खय्याम के हामी भरने के बाद ही आशा दोबारा गाने के लिए तैयार हुईं। 

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रिकार्ड्स की रानी है आशा ताई:-

आशा भोसले को 1974 में उस प्लेबैक गीत के लिए फिल्म फेयर बेस्ट सिंगर अवार्ड दिया गया था जिसे आज तक पर्दे पर देखा ही नहीं गया है। असल में इस गीत को फिल्माया नहीं गया था। आशा को यह अवार्ड "चैन से हम को कभी आपने जीने न दिया" के लिए दिया गया था। संगीतकार ओपी नैयर के लिए उनका गाया हुआ यह आखिरी गीत था। इस गीत को "प्राण जाए पर वचन न जाए" में शामिल किए जाने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।

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-1997 में आशा भोसले पहली भारतीय सिंगर बनी जिनको 'ग्रैमी अवॉर्ड्स' के लिए नॉमिनेट किया गया था।
-2012 में आशा ताई का नाम सबसे अधिक गाने के मामले में 'गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स' में दर्ज हुआ।
-1947 से लेकर अब तक 20 भारतीय भाषाओं में सोलो, डुएट और कोरस गानों के कारण मिला है।

आशा भोसले ने 12000 से ज्यादा गानों को अपनी आवाज दी है और 14 से ज्यादा भाषाओं में गीत गाए है।

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