Thursday, Sep 28, 2023
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दर्शक पोस्टर पर कादर खान का चेहरा देखकर खरीदते थे टिकट, 45 साल तक किया बॉलीवुड पर राज

  • Updated on 1/1/2019

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। पूरी दुनिया को अपनी कॉमेडी से हंसाने वाले कादर खान अब हमारे बीच नहीं रहे। उनकी हालत काफी दिन से गंभीर बनी हुई थी। जहन में जैसे ही कादर खान का नाम आता है खुद-ब-खुद हंसी आ जाती है। 31 दिसंबर की शाम 6 बजे बॉलीवुड के लिजेंड अभिनेता कादर खान का निधन हो गया। 

काबूल में जन्में कादर खान बंटवारे के बाद परिवार के साथ भारत आकर बस गए थे। कादर खान के तीन बेटे हैं। उनका एक बेटा कनाडा में रहता है और ऐसा कहा जाता है कि कादर खान के पास कनाडा की भी नागरिकता है। कादर खान का बचपन बड़ी ही गरीबी में बीता। उनके पास पहनने के लिए चप्पल तक नहीं होती थी।

Navodayatimes-एक दौर ऐसा भी था जब कादर खान कई हीरो से ज्यादा लोकप्रिय थे और दर्शक पोस्टर पर उनका चेहरा देख टिकट खरीदते थे। 

-कादर खान ने कालेज में एक प्ले किया जिससे दिलीप कुमार इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने कादर खान को अपनी दो फिल्मों 'सगीना' और 'बैराग' के लिए साइन कर लिया। कादर खान ने 250 से ज्यादा फिल्मों के संवाद लिखे हैं।

-कादर खान को 1991 को बेस्ट कॉमेडियन का और 2004 में बेस्ट सपोर्टिंग रोल का फिल्म फेयर मिल चुका है।  

-फिल्म 'रोटी' के लिए मनमोहन देसाई ने कादर खान को.संवाद लिखने के लिए 1,20,000 रुपये जैसी बड़ी रकम अदा की थी। 

Navodayatimes-2013 में, कादर खान को उनके फिल्मों में योगदान के लिए साहित्य शिरोमनी अवार्ड से नवाजा गया। 

-कादर खान 1982 और 1993 में बेस्ट डायलॉग के लिए फिल्म फेयर जीत चुके हैं। 

-अश्लील और द्विअर्थी संवाद लिखने के कारण कादर खान कई बार आलोचकों के निशाने पर रहे। 

-बीमार होने के बाद कादर खान इस बात से हताश हो गए कि लोगों ने उनसे दूरी बना ली और काम देना बंद कर दिया।   

-कुछ समय पहले कादर खान ने डायरेक्टर फौजिया अर्शी की फिल्म 'हो गया दिमाग का दही' में काम किया था। फौजिया ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि कादर खान बहुत बीमार रहते हैं। लेकिन उनकी फैमिली उनका बिलकुल भी ख्याल नहीं रखती है।

Navodayatimes-फौजिया अर्शी ने ये भी बताया था कि कादर खान इलाज के लिए बाबा रामदेव के आश्रम गए थे। वहां उनकी हालत में सुधार हो रहा था।

-अमिताभ बच्चन के अलावा, कादर खान ऐसे कलाकार थे जिन्होंने प्रकाश मेहरा और मनमोहन देसाई के आपस में प्रतिस्पर्धी कैंपों में काम किया।  

-अमिताभ की कई सफल फिल्मों के अलावा, कादर खान ने हिम्मतवाला, कुली नं वन, मैं खिलाडी तू अनाड़ी, खून भरी मांग, कर्मा, सरफरोश और धर्मवीर जैसी सुपर हिट फिल्मों के संवाद लिखे हैं। 

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