Wednesday, Mar 22, 2023
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movie review the film lakadbaghha is full of emotion and animal love

Movie Review: 'लगकड़बग्घा' में नहीं चला Anshuman का जादू, फीकी पड़ी कहानी

  • Updated on 1/13/2023

फिल्म: लकड़बग्घा (Lakadbaggha)
निर्देशक: विक्टर मुखर्जी (Viktor Mukharjee) 
स्टारकास्ट : अंशुमन झा (Anshuman Jha ), रिद्धि डोगरा (Riddhi Dogra), मिलिंद सोमण (Milind Soman), पारेश पाहुजा ( Paresh Pahuja) 
स्टार: 2.5

एनिमल लवर्स की लाइफ में एनिमल्स की क्या इम्पोर्टेंस होती है, ये आपको फिल्म लकड़बग्घा में देखने को मिलेगी। एक्शन, थ्रिलर और इमोशन से भरपूर इस फिल्म लव सेक्स और धोखा में अपने अभिनय का जलवा बिखेरने वाले अंशुमन झा नजर आने वाले हैं। अंशुमन फिल्म में लीड रोल निभा रहें जिसके लिए उन्होंने मार्शल आर्ट् की ट्रेंनिग ली है, जो आपको फिल्म में देखने को मिलेगी। साथ ही फिल्म में अंशुमन के अपोजिट रिद्धि डोगरा हैं जो एक क्राइम ब्रांच ऑफिसर के रोल में हैं। उनके साथ ही मिलिंद सोमन फिल्म से 8 साल बाद बड़े पर्दे पर वापसी कर रहे हैं। पारेश पाहुजा विलन के किरदार में  हैं। वहीं फिल्म की स्टारकास्ट में एक नाम है सिक्किम की पुलिस और बॉक्सर एक्सा किरुंग का। एक्सा ने इस फिल्म से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया है। मुख्य किरादर के तौर पर काम कर रहे अंशुमन झा फिल्म में अर्जुन का किरदार निभा रहे हैं, जो जानवरों के हक की लड़ाई लड़ रहा है। फिल्म ‘लकड़बग्घा’ में इमोशन और एनिमल लव के बारे में दिखाया गया है जो आपकी आंखो में आंसु जरूर ला देगा। 

कहानी
फिल्म की कहानी कोलकता के सिंपल लड़के अर्जुन के इर्द-गिर्द घूमती है। अर्जुन एक डिलवरी बॉय है जो पार्ट टाइम में बच्चों को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग भी देता है। अर्जुन बेजुबान जानवरों से काफी प्यार करता है उसकी दोस्ती भी सिर्फ कुत्तों के साथ है। वह बचपन से ही अपने पिता से बेजुबान और बेसहारा जानवरों के लिए लड़ना सीखता है, खासकर कुत्तों के लिए। फिल्म में मिलिंद अर्जुन के पिता के किरदार में हैं। जो भी कुत्तो को नुकसान पहुंचाता है अर्जुन हुडी मैन बन कर उन लोगों को सबक सिखता है। वहीं दूसरी तरफ क्राइम ब्रांच ऑफिसर अक्षरा टीम के साथ हुडी मैन का केस सॉल्फ करने में जुटी हैं। एक दिन अर्जुन का इंडियन ब्रीड डॉग फ्रेंड शौंकु (कुत्ता) लापता हो जाता है जिसके बाद वह उसकी तलाश में लग जाता है। इसी बीच उसे अवैध पशु व्यापार के बारे में पता चलता है। जहां कई रेस्टोरेंट में मटन के नाम पर कुत्तो के मीट की बिरयानी सर्व की जाती है। इसके बाद शुरू होती है अर्जुन और पशु सरगना के बीच लड़ाई। तो क्या अर्जुन उन पशु सरगना का पर्दाफाश कर पाएगा?... ये जानने के लिए तो आपको थिएटर तक जाना पड़ेगा। 

एक्टिंग
एक एनिमल लवर के रूप में अंशुमन के एक्सप्रेशन थोड़े कम नजर आए हैं। लेकिन एक मार्शल आर्ट ट्रेनर के रूप में अंशुमन ने अपने किरदार को बखूबी निभाया है। वहीं रिद्धि गोडरा क्राइम ब्रांच ऑफिसर के रूप कमाल लग रही हैं। फिल्म में अपनी एक्टिंग से सबसे ज्यादा प्रभाव पारेश पाहुजा ने डाला है। उनकी अदाकारी विलन तौर पर कमाल की है। फिल्म में मिलिंद सोमन का स्क्रीनप्ले काफी कम है जिससे उनकी एक्टिंग को ठीक-ठीक ही कहा जा सकता है। 

डायरेक्शन
डायरेक्शन की बात करें तो विक्टर मुर्खजी ने ठीक-ठीक काम किया है। जहां फिल्म को एक्शन-थ्रिलर से भरपूर बताया जा रहा था, वहीं फिल्म में दोनों ही कम देखने को मिले हैं।

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