Saturday, Sep 30, 2023
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B'day Special: कभी अखबार में नौकरी करते थे प्रेम चोपड़ा, इस तरह बने सुपरहिट खलनायक

  • Updated on 9/23/2018

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। अगर बॉलीवुड के विलेन की बात की जाए तो सबसे पहले प्रेम चोपड़ा का चेहरा सामने आ जाता है। प्रेम चोपड़ा से लोग असल जिंदगी में भी इतना डरते थे कि उन्हें देख कर छिप जाया करते थे। प्रेम अपना 82 वां जन्मदिन मना रहे है। सब एक्टर्स की तरह प्रेम भी शुरुआत में हीरो ही बनना चाहते थे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।

Navodayatimes- प्रेम ने अपने करियर में 'शहीद' (1965), 'बॉबी' (1973), 'बेताब' (1983), 'गुप्त' (1997) और 'कोई मिल गया' (2003) समेत करीब 380 फिल्मों में काम किया है, जिनमें करीब 250 रेप सीन शामिल हैं। 

-पंजाब के विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रेम चोपड़ा मुंबई आ गए। मुंबई में उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। अपने जीवन यापन के लिए वह टाइम्स ऑफ इंडिया के सर्कुलेशन विभाग में काम करने लगे। इस दौरान फिल्मों में काम करने के लिए वह संघर्ष करते रहे।

Navodayatimes-इस बीच उन्हें एक पंजाबी फिल्म 'चौधरी करनैल भसह' में काम करने का अवसर मिला। वर्ष 1960 में प्रदर्शित यह फिल्म सुपरहिट हुई और वह दर्शकों के बीच अपनी पहचान बनाने में कुछ हद तक कामयाब हो गए।

- बॉलीवुड के वो एक मात्र ऐसे इंसान हैं जिन्होंने कपूर खानदार की सभी पीढ़ियों के साथ काम किया है।

-प्रेम चोपड़ा ने ज्यादातर महिलाओं पर बुरी नजर डालने वाले खलनायक की भूमिकाएं निभाईं। जब भी वे अपने दोस्त या रिश्तेदार की पार्टियों में जाते थे तो महिलाएं उनसे खौफ खाकर छिप जाती थीं। इससे प्रेम चोपड़ा बहुत असहज महसूस करते थे।

Navodayatimes-प्रेम चोपड़ा जब विलेन के रूप में छा गए तब राजेश खन्ना का हीरो के रूप में नाम दौड़ रहा था। दोनों को साथ लेकर बनाई गई फिल्में जब सफल होने लगी तो उन्हें 'लकी पेयर' माना जाने लगा। 19 फिल्में दोनों ने साथ की जिसमें से 15 सुपरहिट रहीं। राजेश खन्ना जब कोई फिल्म साइन करते तो वितरक उनसे हीरोइन का नाम नहीं पूछते बल्कि यह पूछते कि क्या प्रेम चोपड़ा इस फिल्म में है। राजेश खन्ना और उनके बीच गहरी दोस्ती थी।

-'मेरा नाम जोकर' की असफलता के बाद राज कपूर 'बॉबी' बना रहे थे। क्लाइमैक्स के लिए उन्हें एक विलेन की जरूरत थी। वे ऐसे अभिनेता चाहते थे जिसे देख कर ही दर्शक समझ जाए कि यह बदमाशी करेगा। रोल छोटा था। बावजूद इसके उन्होंने प्रेम चोपड़ा को फिल्म ऑफर की। राज कपूर के निर्देशन में काम करना तो प्रेम ने अपने लिए सौभाग्य की बात मानी। ये भी नहीं पूछा कि क्या रोल है और हां कर दी।

-शूटिंग शुरू हुई तो राज कपूर ने कहा कि बस एक ही संवाद बोलना है 'प्रेम नाम है मेरा... प्रेम चोपड़ा।' अब प्रेम चोपड़ा दंग रह गए कि छोटा सा रोल और संवाद भी नहीं के बराबर। बहुत हिम्मत जुटा कर राज कपूर से पूछ बैठे कि बस, इतना सा डायलॉग। राज कपूर ने कहा कि यदि फिल्म चल निकली तो यही डायलॉग लोगों की जुबां पर होगा और हुआ भी ऐसा ही। बॉबी के इस संवाद ने प्रेम चोपड़ा को घर घर में मशहूर कर दिया। 


 

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