Friday, Mar 31, 2023
-->
Vivek Ranjan Agnihotri talks openly on the research done by the team on ''Covid''

विवेक रंजन अग्निहोत्री ने टीम द्वारा 'कोविड' पर की गई रिसर्च पर की खुलकर बात

  • Updated on 11/23/2022

इंडस्ट्री की पावरफुल फीमेल प्रोड्यूसर पल्लवी जोशी और साहसी फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री की आईएमबुद्धा ने हमेशा रिसर्च बेस्ड फिल्में बनाने पर फोकस किया है। उनकी फिल्म 'द ताशकंद फाइल्स' जो ढाई घंटे तक एक लॉजिकल बहस पर आधारित थी, की रिसर्च में बहुत समय और प्रयास लगा था। इसी तरह, द कश्मीर फाइल्स, जो अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय परिवारों/संदर्भों पर पूरी सच्चाई और सबूत के साथ आधारित थी, वह भी एक साल के स्टडी और रिसर्च पर बेस्ड थी।

अपनी आने वाली फिल्म की रीसर्च में जूटी विवेक अग्निहोत्री की टीम 
अब हमारे साथ हमारा देश भी पिछले दो सालों में एक ट्रामा से गुजर रहा है। जहां दुनिया अभी भी एक फार्मूला बनाने के लिए संघर्ष कर रही थी, भारत वैक्सीन्स सफलता हासिल करने वाले कुछ देशों में से एक बनकर सामने आई है। कई भारतीय वैज्ञानिकों और डॉक्टरों ने वैक्सीन बनाने के लिए अपना खून-पसीना एक कर दिया। जब लोग कोरोना पर जीत का जश्न मनाने में व्यस्त थे, कुछ एजेंसियों, पार्टियों और मीडिया हाउसेज ने लगातार हमारी इस जीत को बदनाम करने की दिशा में काम किया। तब से विवेक अग्निहोत्री उन नक्सलियों के खिलाफ लड़ रहे हैं और उनका पर्दाफाश कर रहे हैं। आईएमबुद्धा और टीम एक साल से इस पर शोध और अध्ययन कर रहे हैं और अब सभी वैलिड डाक्यूमेंट्स के साथ तैयार हैं न कि फिल्म के साथ।

इसी के बारे में बात करते हुए, विवेक अग्निहोत्री कहते हैं, “जब हमारा देश महामारी के दौरान संघर्ष कर रहा था, तब हम हर उस चीज़ पर शोध करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे थे जो गलत हो गई थी। अब हम एक साल के रिसर्च के साथ तैयार हैं, 52 लोग जो इसे एक्जीक्यूट करने में अपना दिन और रात एक कर चुके हैं और इसे 8000 पेज में समअप किया हैं।

 

ट्वीट कर लिखा- 'मीडिया ऐसी रिसर्च क्यों नही करती' 
सोशल मीडिया पर इसे शेयर करते हुए विवेक अग्निहोत्री ने लिखा, "हमारी टीम" @i_ambuddha इस पर रिसर्च कर रही है कि कैसे भारत ने लगभग एक साल से भी ज्यादा समय तक COVID से लड़ाई लड़ी। हमने ऐसे विवरण खोजे हैं जो किसी भी इंसान को हमारे वैज्ञानिकों और नेतृत्व पर गर्व कर सकते हैं। मुझे समझ में नहीं आता कि हमारा मीडिया ऐसी रिसर्च क्यों नहीं करती। युवाओं को भारत पर गर्व हो? क्या यह उनका काम नहीं है?”

जबकि यह साल विवेक अग्निहोत्री द्वारा इस परियोजना में की गई सभी कड़ी मेहनत का परिणाम रहा है, भारतीय फिल्म निर्माता ने द कश्मीर फाइल्स की सफलता का आनंद लिया है जिसने पूरे देश का ध्यान खींचा और साल 2022 में बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी।

comments

.
.
.
.
.