नई दिल्ली/टीम डिजिटल। आज कल लोगों में काम करने का तरीका काफी बदल गया है। कोरोना महामारी ने बहुत कुछ बदल कर रख दिया है। कुछ समय से हाथ की झनझनाहट या सूनापन होने की घटनाएं सामने आ रही हैं। लैपटॉप पर काम करने से कार्पल टनल सिंड्रोम भी स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है। लगातार 8-9 घंटे खराब मुद्रा में काम करने से सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस भी लोगों में खूब हो रहा है। एक ही पोजीशन में बैठकर काम करने से ‘रिपिटिटिव इन्जरी’ होने की आशंका भी बढ़ जाती है। 20 से 40 साल की उम्र वाले प्रोफेशनल्स के बीच रीढ़ से जुड़ी समस्याएं ज्यादा आ रहीं हैं।
चाहे आप वर्क फ्रॉम होम पर है या ऑफिस से काम कर रहे हैं दोनों ही सिचुएशन में बैठने की मुद्रा पर ध्यान दें। काफी देर तक खराब मुद्रा में काम करने से हड्डी और मांसपेशियों व आंख में दिक्कतें आने लगती हैं।
क्या है कार्पल टनल सिंड्रोम
कार्पल टनल सिंड्रोम हाथ और कलाई में पैदा होने वाला दर्द है। कार्पल टनल हड्डियों और कलाई की एक संकरी नली होती है। ये नली हमारी मीडियन नर्व की सुरक्षा करती है। मीडियन नर्व हमारे अंगूठे, मध्य और अनामिका अंगुलियों से जुड़ी होती है। कार्पल टनल सिंड्रोम एक एसी स्थिति है जिससे हाथ में लक्षण जैसे सुन्नता, कमजोरी, और झुनझुनी होती है। लंबे समय तक कुर्सी पर बैठकर कंप्यूटर पर काम करने से मांसपेशियों में दर्द शुरु हो जाता है। इसके अलावा पैर, सीना, भुजाएं और कंधें सुन्न हो जाते हैं।
मोटापा लंबे समय तर लैपटॉप, कंप्यूटर के इस्तेमाल करने वाले लगभग 30 प्रतिशत लोग बहुत तेजी से मोटापे का शिकार हो रहे हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि कंप्यूटर का इस्तेमाल सभी उम्र के लोगों, विशेषरूप से बच्चों को सुस्त और आलसी बना रहा है जिससे उनमें मोटापे की संभावना बढ़ जाती है।
कमर में दर्द
ऑफिस और कॉलेजों में ज्यादा देर तक झुककर नहीं बैठना चाहिए। ऐसा करने से कमर और रीढ की हड्डी में अधिक तनाव उत्पन्न होता है जिसके कारण गंभीर दर्द शुरू हो जाता है। इसके अलावा जोड़ों, कंधों, पैरों, घुटनों, हाथ की उंगलियों और कंधों में भी गंभीर दर्द होने लगता है।
सेहत के लिए नुकसानदायक कंप्यूटर से विकिरण (radiation) निकलता है क्योंकि ज्यादातर कंप्यूटरों में कैथोड रे ट्यूब (CRT)) लगी होती है और कंप्यूटर का इस्तेमाल करते समय इसमें से एक्सरे किरण निकलती है जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होती है। इन किरणों की चपेट में आने से कैंसर, माइग्रेन, अनिद्रा (insomnia) और ट्यूमर जैसी कई गंभीर बीमारियां हो जाती हैं।
तनाव लगातार कंप्यूटर पर काम करने से धीमा सिरदर्द चौबीस घंटे होता है और एक स्थिति ऐसी आती है जब व्यक्ति गंभीर स्ट्रेस, डिप्रेशन और विभिन्न मानसिक समस्याओं का सामना भी करना पड़ जाता है।
बचाव- आपने देखा होगा कि इससे गर्दन, कंधा और उंगलियां सबसे ज्यादा प्रभावित होती हैं और इनमें लगातार अकड़न और ऐंठन बनी रहती है। इसलिए इस समस्या से बचने के लिए बीच बीच में जरूर ब्रेक लेना चाहिए।
यहां पढ़ें हेल्थ से जुड़ी अन्य खबरें...
आपको भी लगता है इंसानों और चीजों को छूने पर करंट, जानिए इसके पीछे की वजह
Rice Water के अद्भुत फायदे जानकर आप भी आज से ही इसे फेंकना कर देंगें बंद
भूलकर भी खाली पेट न खाएं ये चीजें, सेहत को फायदे की जगह पहुंचाएंगी नुकसान
सर्दियों में गुड़ खाने के इतने सारे फायदे जान हैरान हो जाएंगे आप
रोज की डाइट में इन चीजों को शामिल करके रह सकते हैं एकदम फिट
रोज खाई जाने वालीं इन चीजों के नुकसान के बारे में नहीं जानते होंगे आप सर्दियों में मेथी के पत्ते बेहद लाभकारी, डायबिटीज और दिल के मरीजों के फायदेमंद विटामिन D के साथ इन कमियों को भी पूरी करता है मशरूम, फायदें जान हो जाएंगे हैरान सर्दियों में खांसी-जुकाम से हैं परेशान तो अपनाएं ये रामबाण घरेलू नुस्खे रोज की डाइट में इन चीजों को शामिल करके रह सकते हैं एकदम फिट
ओडिशा : कोरोमंडल एक्सप्रेस बालासोर में पटरी से उतरी, 50 की मौत, 300...
विपक्षी नेताओं के खिलाफ राजद्रोह कानून का इस्तेमास करना चाहती है...
बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं हुई तो किसान पहलवानों को जंतर-मंतर लेकर...
22 जून को अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री...
राजद्रोह के मामलों में सजा बढ़ाकर सात वर्ष की जाए : विधि आयोग की...
सिसोदिया को शनिवार को अपने घर पर बीमार पत्नी से मिलने की इजाजत मिली
पदक विजेता बेटियां न्याय मांग रही हैं और प्रधानमंत्री मोदी चुप हैं:...
राहुल गांधी ने मुस्लिम लीग को धर्मनिरपेक्ष पार्टी बताया, BJP ने की...
राम जन्मभूमि पर भगवान राम की मूर्ति के अभिषेक के लिए PM मोदी को...
शिवाजी महाराज की नीतियां आज भी प्रासंगिक: PM मोदी