Friday, Jun 02, 2023
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एेसे बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता जो दें हर बिमारी को मात

  • Updated on 9/18/2017

Navodayatimesनई दिल्ली/टीम डिजिटल। स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि सबसे आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं। स्वाइन फ्लू सांस से जुड़ी बीमारी है, जो एच1एन1 इंफ्लूएंजा वायरस से होती है। इसके लक्षण भी कॉमन फ्लू जैसे होते हैं। जैसे सर्दी, खांसी, बुखार, शरीर में दर्द, ठंड लगना, सिरदर्द और थकान। यह बीमारी तेजी से फैलती है लेकिन शुरुआती स्टेज में वैक्सीन की मदद से इसका इलाज संभव है।

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वैसे तो यह बीमारी जानलेवा नहीं है और सही समय पर पता लग जाने से इसका इलाज संभव है। लेकिन कई बार स्वाइन फ्लू जानलेवा भी साबित होता है।  फिलहाल गर्मियों का मौसम जा रहा है और इस बदलते हुए मौसम की वजह से भी कई बीमारियों लोगों को घेर रही हैं।  इसलिए जरूरी है कि इससे बचने के लिए सबसे पहले अपने शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को विकसित करें। इसके लिए गर्म पानी, शहद और नींबू सुबह उठकर पीना बेहद जरूरी है। इससे न सिर्फ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, बल्कि यह वजन घटाने में भी कारगर है। 

हर्बल टी
 डॉक्टर भी हमेशा हाइड्रेटेड रहने की सलाह देते हैं। चाहे वह पानी हो, हर्बल टी हो या फिर फ्रूट जूस। हाइड्रेटेड रहने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे आपके शरीर में मौजूद सारे टॉक्सिन निकल जाते हैं, जो आपको इंफेक्शन से बचाता है। इसके लिए तुलसी, अदरक, ब्रह्मी के साथ तैयार हर्बल ये शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करेंगे। टी पिएं। क्षमता को बेहतर करेंगे। 

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आंवला जूस

शहद के साथ आंवला जूस रिवाइटलाइजिंग एजेंट की तरह काम करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स पर्याप्त मात्रा में होते हैं साथ ही जरूरी माइक्रो न्यूट्रिएंट्स भी। 

हल्दी
 रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में हल्दी काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह एक एंटी-बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटी वायरल एजेंट की तरह काम करती है और इम्यून सिस्टम के संपूर्ण फंक्शन को बेहतर बनाती है। इसे आप खाने में जरूर इस्तेमाल करें।

काली मिर्च 
यह एक ऐसा मसाला है, जो आपको रसोई में आसानी से मिल जाएगा। ठंड से बचाव में यह काफी प्रभावी ढंग से काम करता है। इसमें भी एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और बुखार को कम करने की क्षमता होती है। साथ ही यह इम्यून सिस्टम को भी बेहतर करता है।

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दालचीनी

यह एक सबसे बेहतर एंटीसेप्टिक है, जो बैक्टेरिया, वायरस और फंगल इंफेंक्शंस से लड़ती है। एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ ही यह हल्के एनालजेसिक यानी बुखार को कम करने में भी मददगार होती है। इसे सामान्य बुखार में भी खाने की किसी चीज में मिलाकर लिया जा सकता है।

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