Monday, Oct 02, 2023
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6 months of farmers protest against new farm laws kmbsnt

किसान आंदोलन को आज 6 महीने पूरे, कुछ प्वाइंट्स में समझें अब तक क्या-क्या हुआ

  • Updated on 5/26/2021

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को आज 6 महीने पूरे हो गए हैं। 26 नवंबर से किसानों का ये आंदोलन शुरू हुआ था। इन 6 महीनों के दौरान कई बड़ी घटनाएं घटीं। 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली की आड़ में राजधानी दिल्ली में जो हिंसा हुई उसे कभी नहीं भुलाया जा सकता। वहीं किसानों का यह आंदोलन भी एतिहासिक ही माना जा रहा है। ये किसान अब भी अपनी मांगों पर अड़े हैं और चाहते हैं कि सरकार एक बार फिर से इनके साथ वार्ता शुरू करे। 

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एक फोन कॉल पर बॉर्डर पहुंचेगे 5 हजार किसान 
आज यानी 26 मई को किसान आंदोलन के 6 माह पूरे होने पर उन्होंने काला दिवस मनाने का ऐलान किया है। किसानों का डर है कि कोरोना के बहाने से उन्हें यूपी बॉर्डर से खदेड़ा जा सकता है। ऐसे में भारतीय किसान यूनियन ने पश्चिमी यूपी के कई जिलों से कुल 5 हजार किसानों की सूची बना ली है। जिनको एक फोन करने पर वो बॉर्डर पहुंच जाएंगे। 

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आंदोलन की मुख्य बातें

  • 22 जनवरी तक किसानों और सरकार के बीच 8 दौर की वार्ता हो चुकी थी जो बेनतीजा रही।
  • 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली, इसमें लाल किला समेत दिल्ली के कई इलाकों में हिंसा देखने को मिली। इस हिंसा में 500 से अधिक सुरक्षाकर्मी घायल हुए। जिसके बाद किसान आंदोनल के खिलाफ भी आवाजें उठने लगी।
  • 29 जनवरी को जब किसान नेता राकेश टिकैत रो पड़े तो एक बार फिर से इस आंदोलन को धार मिली। भारी संख्या में किसान यूपी गेट पहुंच गए।
  • इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि किसान उनसे एक फोन कॉल की दूरी पर हैं। 
  • इसके बाद फसल काटने के समय किसानों की संख्या घटती चली गई। 
  • फिर कोरोना की दूसरी लहर के दस्तक देने के बाद किसान आंदोनल की खबरें गायब होने लगीं। 
  • हालाकि किसानों का आंदोलन अब भी जारी है और वो अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। 
  • अब कोरोना के चलते किसानों ने आंदोलन स्थल के प्रवेश द्वार बंद कर दिए हैं। 
  • आंदोलन स्थल पर किसानों की संख्या हजार से भी नीचे पहुंच गई है। 
  • किसान नेता राकेश टिकैत को अब भी उम्मीद है कि सरकार से उनकी वार्ता फिर से शुरू होगी।
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