Tuesday, Jun 06, 2023
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झारखंड में भूख के चलते गई एक और जान, बेटे के मिड डे मील के सहारे थी जीवित

  • Updated on 1/17/2018

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। झारखंड में एक ऐसी वारदात सामने आई है जिसमें एक बार फिर भूख से हुई मौतों के कारण झारखंड सरकार घिरती हुई नजर आ रही है। इस बार गिरीडीह जिले के सेवांतर गांव में एक महिला की भूख की वजह से मौत होने का मामला सामने आया है।  इस मामले में आई खबर के अनुसार शनिवार के दिन गांव में  45 साल की बुधनी सोरेन की भुखमरी से दर्दनाक मौत हो गई है। वहीं, इस मौत की वजह जिला प्रशासन  जिले मे शीत लहर के होने को बता रहे हैं।

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सोरेन की भूख से मौत होने के बाद उसके पीछ केवल उसके 7 साल के बेटे और सौतेली बेटी सुनीता को छोड़ गई है। वहीं, उनके दूसरे पति की मौत पिछले साल ही हो गई थी। जिसके बाद बुधनी अपना खर्चा चलाने के लिए पत्तल का दौना और प्लेंटें बेचा करती थी लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह काफी बीमार थी जिसके चलते वह काम पर नहीं जा सकती थी। बुधनी की बेटी सुनीता के मुताबिक घर में पिछले तीन दिन से खाने के लिए कुछ भी नहीं था। वह बीमारा थी जिसके वजह से खाने के लिए कुछ बाहर से लाने में भी वह असमर्थ ही थी।

इसके साथ ही सुनीता ने आगे बताया कि उनके पास यह तक की कोई राशन कार्ड या आधार कार्ड मौजूद नहीं था। इसके साथ ही न ही गांव के सरपंच और प्रशासन का कोई प्रतिनिधि इस मामले को लेकर उनके पास आया।  वहीं,  महिला की मौत पर थानसिंहडीह पंचायत के मुखिया बलश्वेर राय ने बताया कि उन्हें बुधनी के बारे में जैसे ही खबर मिली वह गांव पहुंचे लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। स्थानीय लोगों की माने तो वह कभी - कभार अपने बेटे के साथ स्कूल जाती थी और उसके मिले मिड डे मील से ही थोड़ा पेट भर लिया करती थी।

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आपको बता दें कि झारखंड में 11 साल की एक बेटी ने भोजन नहीं मिलने की वजह से तड़प-तड़पकर जान गंवा दी थी । अाधार कार्ड से राशन कार्ड को लिंक नहीं कराने की सजा से एक परिवार ने अपनी बेटी खोकर पाई थी।

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